प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) बैरिया अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटवा में हर वर्ष की तरह इस बार भी संत श्री सुदिष्ट बाबा अश्व मेला की शुरुआत घोड़ों की तेज हिनहिनाहट और व्यापारियों की भारी आवाजाही के बीच हुई। घोड़ों के कदमों की थाप और मेले की हलचल ने पूरे क्षेत्र को उत्सव के रंग में रंग दिया है। यह ऐतिहासिक मेला इस समय अपने पूरे शबाब पर है और अगहन सुदी पंचमी तक चलेगा।
मेले में बिहार के आरा, छपरा, बक्सर, सिवान, मोतिहारी तक से बड़ी संख्या में घोड़ा व्यापारी और पशुपालक पहुँचे हैं। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, मऊ, बलिया, वाराणसी, देवरिया से भी लगातार पशु पालक पहुंच रहे हैं।
कत्थी, सिंधौरी, काठियावाड़ी, मराठी, पंजाबी और देसी नस्ल के घोड़े मेले में खास आकर्षण बने हुए हैं, जिनकी चाल, काठी और सुंदरता देखने के लिए बड़ी भीड़ उमड़ रही है।
श्री श्री 108 श्री सुदिष्ट बाबा का यह परंपरागत मेला 25 नवंबर से 25 दिसंबर तक चलेगा। पंचमी के दिन बाबा की समाधि पर लाखों श्रद्धालु माथा टेकते हैं, जिससे मेले का धार्मिक महत्व और बढ़ जाता है।
मेले में दुकानदारों को व्यवस्थित रूप से दुकान लगाने के लिए भूमि का नवीकरण कर स्थान आवंटित किया जा रहा है। मनोरंजन के लिए झूले और बच्चों के खेल उपकरण भी लगाए जाने से मेला और जीवंत हो गया है।
व्यवस्थाओं की जानकारी देते हुए प्रधान प्रतिनिधि रोशन गुप्ता ने कहा—
“साफ-सफाई, व्यापारियों की सुरक्षा और संपूर्ण मेला प्रबंधन की जिम्मेदारी हमारी है। किसी को भी असुविधा न हो, इसके लिए टीमें लगातार सक्रिय हैं।”
स्थानीय लोगों ने भी अपेक्षा जताई कि सभी विभाग और मेला समिति के सदस्य अपना-अपना कर्तव्य ईमानदारी से निभाएँ, ताकि मेला सुरक्षित, व्यवस्थित और सफलतापूर्वक सम्पन्न हो सके।
