आज दिनांक 22 नवम्बर, 2025 को राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय, प्रयागराज में विश्व धरोहर सप्ताह (19 से 25 नवम्बर, 2025) के अवसर पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय गंगानाथ झा परिसर, प्रयागराज के शोध छात्र/छात्राओं ने शैक्षिक भ्रमण कर भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक व कलात्मक पाण्डुलिपियों का साक्षात दर्शन किया।
संयोजक डॉ यशवंत त्रिवेदी के नेतृत्व में आये समस्त शोध छात्र पांडुग्रंथों के प्रति उत्साहित दिखे, शोध छात्रों ने सर्वप्रथम मूल पाण्डुलिपियों का अवलोकन किया, अवलोकन के समय शोध छात्रों द्वारा पांडुलिपियों की प्राचीनता एवं रखरखाव से संबंधित प्रश्न पूछे गए,तत्पश्चात् छात्र/ छात्राओं ने पाण्डुलिपि संरक्षण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर पाण्डुलिपि विषयक प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके अन्तर्गत उपस्थित छात्रों की जिज्ञासा का समाधान किया गया तथा उन्हें शोध से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी छात्रों ने विशेषतया प्रकाशित एवं अप्रकाशित पाण्डु ग्रंथों के बारे में विशेष जानकारी प्राप्त की। प्राविधिक सहायक श्री हरिश्चन्द्र दुबे व डॉ शाकिरा तलत ने पाण्डुलिपियों के रख-रखाव, उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया। पांडुलिपि अधिकारी गुलाम सरवर ने शोध छात्रों के जिज्ञासानुसार भारत में लिपियों के विकास पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की उन्होंने ब्राह्मी, खरोष्ठी सहित उत्तर एवं दक्षिण भारत की लिपियों के बारे में भी बताया l कार्यालय में रखी गयी असित कुमार हलदर की पेंटिंग्स, सचित्र रामचरितमानस, फारसी भाषा में लिखित रामायण एवं महाभारत, ताड़ पत्र की पाण्डुलिपि देखकर इन पांडुलिपियों की उत्पत्ति,काल , लेखन विधि, लेखन शैली आदि पर आधारित प्रश्न शोध छात्रों ने पूछा l
मूल पांडुलिपियों के अंतर्गत ऋग्वेद,यजुर्वेद, सामवेद, विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण, भगवदगीता, चरक संहिता, हरिवंश पुराण, कुमार संभवम, सम्पूर्ण महाभारत, रामचरित मानस, मुग़ल कालीन फरमान, तोगरा, अल कुरान, नल दमन, आईने अकबरी,रामायण मसीही आदि ग्रंथों का अवलोकन कर अचंभित रहे l कार्यक्रम के अंत में आए हुए के प्रतिभागियों को कार्यालय द्वारा मुद्रित कैटलॉग का वितरण किया गया l सभी के प्रति आभार व्यक्त श्री गुलाम सरवर पाण्डुलिपि अधिकारी ने किया l
इस अवसर पर श्री रोशन लाल, अजय कुमार, मो0 शफीक , अभिषेक कुमार, आनन्द कुमार आदि की उपस्थिति रही।
ग़ुलाम सरवर,
पाण्डुलिपि अधिकारी,
