आज दिनांक 21नवम्बर, 2025 को राजकीय पाण्डुलिपि पुस्तकालय, प्रयागराज में विश्व धरोहर सप्ताह (19 से 25 नवम्बर, 2025) के अवसर पर चौधरी महादेव प्रसाद महाविद्यालय प्रयागराज के छात्र/छात्राओं ने शैक्षिक भ्रमण कर भारत की सांस्कृतिक ऐतिहासिक व कलात्मक पाण्डुलिपियों का साक्षात दर्शन किया।
डॉ.नीरज कुमार सिंह, संयोजक मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के नेतृत्व में आये समस्त विद्यार्थी पांडुग्रंथों के प्रति उत्साहित दिखे छात्रों ने सर्वप्रथम मूल पाण्डुलिपियों का अवलोकन किया। मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास विभाग के इन छात्रों ने ऐतिहासिक पांडुलिपियों के अतिरिक्त साहित्यिक और सांस्कृतिक पांडुलिपियों का साक्षात् दर्शन किया l
तत्पश्चात् छात्र/ छात्राओं ने पाण्डुलिपि संरक्षण से सम्बन्धित जानकारी प्राप्त कर पाण्डुलिपि से सम्बन्धित प्रश्नोत्तर कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। इसके अन्तर्गत उपस्थित छात्रों की जिज्ञासा का समाधान किया गया तथा उन्हें शोध से सम्बन्धित महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी । प्राविधिक सहायक श्री हरिश्चन्द्र दुबे व डॉ शाकिरा तलत ने पाण्डुलिपियों के रख-रखाव, उनके महत्व के बारे में विस्तार से बताया। इस शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम के अन्तर्गत चौधरी महादेव प्रसाद महाविद्यालय प्रयागराज से पधारे डॉ.नीरज कुमार सिंह, संयोजक मध्यकालीन इतिहास विभाग, डॉ. अखिलेश यादव, डॉ मुनींद्र शुक्ला, डॉ विजय कुमार एवं डॉ. अंशु ने विश्व धरोहर सप्ताह के आयोजन का उद्देश्य व उसके महत्व के बारे में बताते हुये छात्र/छात्राओं को धरोहर के प्रति जागरूक रहने हेतु प्रेरित भी किया।
मूल पांडुलिपियों के अंतर्गत ऋग्वेद,यजुर्वेद, सामवेद, विष्णु पुराण, वाल्मीकि रामायण, भगवदगीता, चरक संहिता, हरिवंश पुराण, कुमार संभवम, सम्पूर्ण महाभारत, रामचरित मानस, मुग़ल कालीन फरमान, तोगरा, अल कुरान, नल दमन, आईने अकबरी,रामायण मसीही, फारसी भाषा में लिखित रामायण व महाभारत आदि ग्रंथों का अवलोकन कराया गया l कार्यक्रम के अंत में आए हुए के प्रतिभागियों एवं महाविद्यालय के अध्यापकों के प्रति आभार व्यक्त श्री गुलाम सरवर पाण्डुलिपि अधिकारी ने किया l
इस अवसर पर श्री रोशन लाल, अजय कुमार, मो0 शफीक, शुभम कुमार, अभिषेक कुमार, आनन्द कुमार आदि की उपस्थिति रही।
ग़ुलाम सरवर,
पाण्डुलिपि अधिकारी,
