मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मिशन शक्ति-5.0’ अभियान के अंतर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु जागरूक करने के लिए कार्यक्रम का किया गया आयोजन
शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से स्वयं को मजबूत एवं सक्षम बनाने के लिए छात्राएं उठाये पहला कदम-मण्डलायुक्त
छात्राओं के शारीरिक, मानसिक सशक्तीकरण के लिए अध्यापकों, काउंसलरों व अभिभावकों को भी प्रगतिशील सोच का होना आवश्यक
साइबर अपराधों की चुनौतियों से निपटने के लिए छात्राओं को साइबर सिक्योरटी के प्रति करें जागरूक
मण्डलायुक्त ने विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों के बारे में छात्राओं को दी जानकारी, कहा पुलिस और प्रशासन हमेशा आपके साथ
मिशन शक्ति-5.0 अभियान महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करने के लिए अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम-मण्डलायुक्त
ब्लैक बेल्ट योग्यताधारी प्रशिक्षक द्वारा छात्राओं को आत्मरक्षा कौशल एवं उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के दृष्टिगत दिया गया प्रशिक्षण
मण्डलायुक्त ने मार्शल आर्ट प्रशिक्षकों, सब इस्पेक्टरों व महिला आरक्षियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
प्रयागराज 26 सितम्बर।
मण्डलायुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में शुक्रवार को सेंट एंथोनी गर्ल्स इण्टर कालेज में मिशन शक्ति-5.0 अभियान के अंतर्गत महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलंबन हेतु जागरूकता के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में छात्राओं को लोगो के अनुचित व्यवहार से निपटने, आत्मरक्षा के उपाय, विपरीत परिस्थितियों से निपटने हेतु बेसिक ताइक्वांडो तकनीकि का प्रशिक्षण दिए जाने के साथ छात्राओं को बालिकाओं एव बच्चों से जुड़े मुद्दों, समस्याओ एवं विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों के बारे में जानकारियां दी गई।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मण्डलायुक्त ने कहा कि मिशन शक्ति अभियान 5.0 उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान, सशक्तीकरण और आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा अति महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। मिशन शक्ति अभियान कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं को उनके अधिकारों एवं सुरक्षा के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
मण्डलायुक्त ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि जमाना तभी बदलेगा, जब आप बदलेगी और इसके लिए अपने आपको शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से मजबूत एवं सक्षम बनाना होगा। अपने आपको कांफिडेंट व बोल्ड बनाने के लिए पहला कदम आपको ही उठाना होगा। स्वयं को बोल्ड बनाने के लिए सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण भी आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कभी-कभी छात्राओं के साथ होने वाले अनुचित व्यवहारों के मामलों में अभिभावकों के द्वारा भी सहयोग नहीं किया जाता है और उनके द्वारा ‘‘ऐसी घटनाएं आम बात हैं और ऐसा होता रहता है’’, कहकर घटनाओं को अनदेखा कर दिया जाता है, ऐसी परिस्थितियों में आपको अपने परिवार में भी मजबूती से अपनी बात को रखना होगा तथा अध्यापकों, काउंसलरों व अभिभावकों को भी प्रगतिशील सोच का होना होगा। कहा कि समय के साथ-साथ हमारी चुनौतियांे का स्वरूप भी बदला है। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सोशल मीडिया व ऑनलाइन वर्ल्ड की हमारे जीवन में प्रासंगिकता बढ़ी है, जिससे कि छात्राओं के प्रति साइबर वर्ल्ड अपराध की भी घटनाएं हो जाती है। छात्राओं को साइबर स्टॉकिंग, डीपफेक इमेज, फेक प्रोफाइल, जेंडर आधारित साइबर वर्ल्ड अपराधों की चुनौतियों से भी निपटने के लिए साइबर सिक्योरटी के प्रति जागरूक होना चाहिए। उन्होंने विद्यालयों में साइबर सिक्योरटी विषय पर अलग से विस्तृत प्रेजेंटेशन प्रस्तुत करने के लिए कहा है।
मण्डलायुक्त ने कहा कि मिशन शक्ति-5.0 अभियान आप लोगो को सशक्त बनाये जाने के लिए प्रारम्भ किया गया है। उन्होंने कहा कि यदि आप चाहें तो आप कुछ भी कर सकती है और कोई भी बड़ा पद प्राप्त कर सकती है, इसके लिए आपको दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कड़ी मेहनत की आवश्यकता है। मंडलायुक्त ने सभी छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप सभी हमारे देश की भविष्य एवं नेतृत्वकर्ता है, आप अपने आपको सुरक्षित रखे। उन्होंने विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों के बारे में छात्राओं को जानकारी देते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन हमेशा आपके साथ है। किसी भी विपरीत परिस्थिति में सम्बंधित हेल्प लाइन नम्बरों पर सम्पर्क कर सकती है, इसके लिए हेल्प लाइन नम्बरोें को सदैव अपने पास रखे अथवा याद रखें, ये हेल्पलाइन नम्बर आपको हर विपरीत परिस्थिति में सहयोग करेंगे।
कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह ने छात्राओं को अनुचित व्यवहार से निपटने, आत्मरक्षा के उपाय, विपरीत परिस्थितियों से निपटने के बारे में बताया और बालिकाओं एव बच्चों से जुड़े मुद्दों, समस्याओ एवं विभिन्न हेल्पलाइन नम्बरों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यक्रम में एसीपी सिविल लाइन कृत्रिका (आईपीएस-2022) के द्वारा छात्राओं को आत्मसुरक्षा, विपरीत परिस्थितियों से निपटने के तरीको, गुड टच बैड टच और साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया गया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट योग्यताधारी प्रशिक्षक रानी एवं उनकी टीम के द्वारा छात्राओं को आत्मरक्षा कौशल एवं उनमें आत्मविश्वास पैदा करने, किसी भी अप्रत्याशित घटना से बचाव तथा विपरीत परिस्थितियों का सामना करने हेतु मानसिक एवं शारीरिक रूप से सशक्त बनाने के दृष्टिगत प्रशिक्षण दिया गया। इस अभियान में बालिकाओं को पंच मारने के तरीके, पछाड़ एवं गिराने के तरीके, किक एवं पैर से प्र्रहार करने के तरीके एवं पेन, हेयर पिन, क्लेचर, नेल कटर, बेल्ट, दुपट्टा, मोबाइल फोन, ब्लेड, पेपर कटर, पेपर स्प्रे, सेनेटाइजर आदि के माध्यम से अपनी सुरक्षा करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम में मण्डलायुक्त के द्वारा मार्शल आर्ट में ब्लैक बेल्ट योग्यताधारी प्रशिक्षक रानी, श्रेया सिंह, मुस्कान पाठक, साक्षी सिंह, श्वेता तिवारी एवं सब इस्पेक्टर पूनम सिंह, आराधना सिंह, संगीता गौतम व महिला आरक्षी प्रेमशिला व सुझाता सक्सेना को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में महिला एवं बच्चों से संबन्धित विभिन्न प्रमुख कानूनों यथा घरेलू हिंसा से संरक्षण, दहेज प्रतिषेध, कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन निवारण, अनैतिक व्यापार निवारण, पाक्सो, बाल विवाह प्रतिशेध, बाल श्रम एवं भारतीय न्याय संहिता में महिलाओं की गरिमा के विरुद्ध प्रमुख अपराधों आदि के बारे में जानकारी दी गई। साथ ही सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं जैसे मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, बाल सेवा योजना, बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं, महिला शक्ति केन्द्र योजना आदि योजनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। कार्यक्रम में वीमेन पॉवर लाइन 1090, पुलिस आपातकालीन सेवा-112, इमरजेंसी काल/पैनिक बटन-मोबाइल पर डेमो, सीएम हेल्प लाइन नम्बर-1076, चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर-1098, वन स्टाप सेंटर-181, साइबर हेल्प लाइन-1930, स्वास्थ्य सेवा हेल्पलाइन-102, एम्बुलेंस सेवा-108 एवं स्थानी थाने की महिला हेल्प डेस्क आदि की विस्तार से जानकारी दी गयी। इस अवसर पर परियोजना निदेशक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, सहायक जिला विद्यालय निरीक्षक, प्रधानाध्यापिका, अध्यापिकाएं सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी ने किया।