लखनऊ:21जुलाई 2025
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान बख्शी का तालाब, लखनऊ में विभिन्न सरकारी, अर्धसरकारी विभाग /संस्थाओ के अधिकारियों व कर्मचारियों व विभाग व रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अधिक दक्ष व सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा संस्थान के महानिदेशक एल० वेंकटेश्वर लू के संरक्षण व अपर निदेशक सुबोध दीक्षित के मार्ग निर्देशन तथा उप निदेशक डा० बी एल मौर्य के प्रशासनिक नियंत्रण में संस्थान प्रांगण के विभिन्न प्रशिक्षण कक्षों में क्रमश: 14-17जुलाई, 2025 की अवधि में, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत, कुल 48 डिस्ट्रिक्ट रिसोर्स पर्सन हेतु प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं 15-17 जुलाई, 2025 की अवधि में, कुल 29 प्रतिभागी अधिकारियों हेतु, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन विषयक विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम तथा 17 जुलाई, 25 को एक दिवसीय, अटल भू-जल योजना के अन्तर्गत, " इवैलुएटिंग इम्पैक्ट थ्रू डाटा: वाटर बजटिंग, डी एल आई , आई एम एस रिपोर्टिंग एण्ड जेन्डर इन्टेग्रेशन" विषयक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रमों के सामूहिक रूप से समापन अवसर पर संस्थान के बुद्धा सभागार में संयुक्त रूप से तीनों प्रशिक्षण कार्यक्रमों के कुल 197 प्रतिभागियों को आमंत्रित करके महानिदेशक संस्थान एल० वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता व विशिष्ट अतिथि वार्ताकारों एवं वरिष्ठ अधिकारियों यथा - डा० किशन वीर सिंह शाक्य, प्रख्यात शिक्षाविद् एवं पूर्व वरिष्ठ सदस्य लोक सेवा आयोग, उ०प्र०, निदेशक भू-गर्भ जल विभाग, उ०प्र० सुनील कुमार वर्मा,आई ए एस, अधिशाषी अभियन्ता भू-गर्भ जल विभाग, अपर निदेशक सुबोध दीक्षित तथा उप निदेशक डा० बी एल मौर्य की गरिमामई उपस्थिति में, समापन समारोह का आयोजन किया गया।
समापन अवसर पर सभी विशिष्ट अतिथि वार्ताकारों तथा वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विषयानुक्रम में यथोचित ढंग से प्रासंगिक विषय-वस्तु पर , अभिप्रेरित करने के उद्देश्य से सारगर्भित व्याख्यान दिए गए।
अध्यक्षीय उद्बोधन के अन्तर्गत महानिदेशक संस्थान द्वारा प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि कि शासकीय व्यवस्था के अन्तर्गत मात्र डाटा कलेक्शन व कार्यों के निष्पादन की खाना-पूरी करना ही पर्याप्त नहीं है अपितु जो भी सरकार द्वारा प्रदत्त कार्य करते हैं, वह सभी कार्य जनहितार्थ हैं, क्योंकि कार्यों को यदि हम सम्पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे तो उसका लाभ हमारे परिवार और समाज को होने के साथ राष्ट्र के विकास में सहायक होगा।
सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन डा० नवीन कुमार सिन्हा द्वारा किया गया तथा उप निदेशक डा० बी एल मौर्य द्वारा सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
कार्यक्रम के आयोजन एवं प्रबंधन के दृष्टिगत डा० राज किशोर यादव, उदय प्रताप सिंह, यशवीर चौधरी, विनीता रावत , डा० सतेन्द्र कुमार गुप्ता, ओम् प्रकाश, उपेन्द्र दूबे तथा शहंशाह का उल्लेखनीय योगदान रहा ।