प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)
मुंबई (महाराष्ट्र)-उत्तर प्रदेश की पवित्र भूमि अयोध्या (तत्कालीन फैजाबाद) में 25 मई को जन्मीं साध्वी त्रिपाठी, आज बहुमुखी प्रतिभा की एक जीवंत मिसाल हैं। वे न केवल एक जानी-मानी अभिनेत्री हैं,बल्कि एक प्रभावशाली राजनेत्री,संवेदनशील कवियत्री और समर्पित समाजसेविका भी हैं। फिल्म रिपोर्टर गिरजा शंकर अग्रवाल ने दूरभाष से जानकारी देते हुए हमारे वरिष्ठ संवाददाता-प्रदीप बच्चन को बताया कि अभिनेत्री साध्वी त्रिपाठी वर्तमान में वे लखनऊ में निवास करती हैं और वहीं से अपनी सामाजिक एवं रचनात्मक गतिविधियाँ संचालित कर रही हैं। उनके पिता श्री जी.पी.त्रिपाठी और माता श्रीमती बिंदुमती त्रिपाठी के संस्कारों ने उन्हें जमीन से जुड़ा हुआ और समाज के प्रति संवेदनशील बनाया। 2018 में मुंबई से अपने अभिनय करियर की शुरुआत करने वाली साध्वी त्रिपाठी ने कम समय में कई शॉर्ट फिल्मों और धारावाहिकों के माध्यम से दर्शकों के दिलों में जगह बनाई। उनके प्रमुख अभिनय प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं। "किन्नर–एक वरदान", "लव मैरिज या अरेंज मैरिज", "नैन मटक्का", "धड़के दिल बार-बार," के अतिरिक्त, उन्होंने डीडी नेशनल पर प्रसारित चर्चित धारावाहिक "नई सोच" में भी अहम भूमिका निभाई है। जिससे उन्हें घरेलू दर्शकों के बीच एक सशक्त पहचान मिली। एक कवयित्री के रूप में साध्वी त्रिपाठी की लेखनी सामाजिक संवेदनाओं, नारी चेतना और सांस्कृतिक मूल्यों को उजागर करती है। उनकी कविताओं में भावनात्मक गहराई और विचारशीलता की झलक मिलती है। उन्हें साहित्य संगम संस्थान,नई दिल्ली द्वारा निम्नलिखित सम्मानों से नवाज़ा गया है।
बंगाल विभूति सम्मान,दिल्ली दिग्पाल सम्मान,गुरु गोविंद सम्मान, काव्यलोक सम्मान,ऊषा किरण सम्मान,उत्कल उत्कर्ष,स्वर्णिम साहित्य सम्मान,उत्कृष्ट कविता लेखन के लिए The Face of India Award बहुमुखी उपलब्धियों के लिए,साध्वी त्रिपाठी सिर्फ कला और साहित्य तक सीमित नहीं हैं,वे एक सजग समाजसेविका भी हैं, जो समाज के वंचित वर्गों, विशेषकर महिलाओं और किसानों के हक के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने अनेक संगठनों में महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए सक्रिय भूमिका निभाई।
किसान मजदूर यूनियन की प्रदेश महिला सचिव व प्रवक्ता, महाराष्ट्र इकाई की महासचिव व प्रवक्ता, उत्तर प्रदेश इकाई की सचिव व प्रवक्ता, Sheroes (डिजिटल महिला नेटवर्क)की विशेषज्ञ के तौर पर कार्यरत,वे कानूनी और सामाजिक मंचों पर महिलाओं के अधिकार, शिक्षा,स्वरोजगार और किसानों की समस्याओं को प्रमुखता से उठाती रही हैं। आज के डिजिटल युग में साध्वी त्रिपाठी सोशल मीडिया के माध्यम से जन संवाद का सशक्त माध्यम भी बनी हैं। लाखों लोग उनके विचारों, कविताओं और सामाजिक गतिविधियों से प्रेरणा लेते हैं। उन्होंने बताया कि मेरे लिए अभिनय सिर्फ कला नहीं,समाज को आईना दिखाने का ज़रिया है। लेखनी मेरे विचारों की आवाज़ है और समाजसेवा मेरी आत्मा की पुकार, साध्वी त्रिपाठी का जीवन उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो केवल प्रसिद्धि ही नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन की आकांक्षा भी रखते हैं। एक अभिनेत्री, लेखिका और सामाजिक, नेता के रूप में उन्होंने अपने कार्यों से यह सिद्ध कर दिया है कि यदि नीयत साफ हो और विचार उच्च हों,तो एक व्यक्ति कई भूमिकाओं में समाज को दिशा दे सकता है।