लखनऊ- 16 जून 2025
सोमवार को उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार की अध्यक्षता में उनके कार्यालय सभागार में खरीफ मौसम में कृषि उत्पादन संबंधी एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई।
बैठक का मुख्य उद्देश्य खरीफ की फसलों के लिए आवश्यक रणनीति तैयार करना, कृषि आदानों (जैसे उर्वरक और कीटनाशी) की उपलब्धता सुनिश्चित करना और केंद्र व राज्य सरकार की कृषि योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना था।
बैठक में खाद्यान्न, दलहन और तिलहन उत्पादन में वृद्धि पर विशेष जोर दिया गया, जिसमें खासकर दलहन और तिलहन फसलों की उत्पादकता बढ़ाने पर गहन चर्चा हुई। कृषि आदानों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए उर्वरकों और कीटनाशकों की पर्याप्त व्यवस्था पर भी बात की गई। भारत सरकार और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई, जिनमें तिलहन एवं दलहन के मिनिकिट, प्राकृतिक खेती, फार्मर रजिस्ट्री, पीएम किसान सम्मान निधि और मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरण की स्थिति शामिल थी। इसके अतिरिक्त, प्रदेश में उन्नत बीज उत्पादन और प्रमाणीकरण की प्रक्रिया पर चर्चा हुई और कृषि शिक्षा व अनुसंधान के क्षेत्र में हो रहे कार्यों, नई प्रजातियों के विकास तथा किसानों और अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों पर भी विचार-विमर्श हुआ। किसानों को उनके उत्पादों का लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए बेहतर विपणन व्यवस्था की भी समीक्षा की गई।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि खरीफ मौसम में अनुकूल मौसम रहने की संभावना है, जिसका लाभ उठाते हुए पिछले वर्ष की तुलना में अधिक उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने अधिकारियों को व्यापक तैयारी करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि कृषि उत्पादन में वृद्धि करके प्रदेश के सकल घरेलू उत्पाद में योगदान दिया जाए, ताकि माननीय मुख्यमंत्री के $1 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिल सके।
बैठक के अंत में, कृषि उत्पादन आयुक्त ने सभी उपस्थित अधिकारियों को निर्धारित कार्ययोजना के अनुसार काम करने और प्रदेश के कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए समय पर आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
इस बैठक में कृषि एवं संबद्ध विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए, जिनमें प्रमुख सचिव, कृषि, महानिदेशक तथा सचिव, उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद, कृषि निदेशक, निदेशक, उ0प्र0 बीज प्रमाणीकरण संस्था, प्रबंध निदेशक, उ0प्र0 बीज विकास निगम, निदेशक, राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान, रहमानखेड़ा, निदेशक, कृषि सांख्यिकी एवं फसल बीमा, उ0प्र0; और प्रबंध निदेशक, उ0प्र0 स्टेट एग्रो इंडस्ट्रियल कॉर्पोरेशन लिमिटेड प्रमुख थे।