कानपुर में अपनी ही मां की हत्या के आरोप में घिरा 12वीं का छात्र उसी मां के बीमार होने की वजह से स्कूल नहीं गया था। पूछताछ में पता चला है कि मां की तबीयत खराब होने की वजह से उसने स्कूल जाने से मना कर दिया ताकि उनका ख्याल रख सके। यही वजह थी कि बीमार मां जब कमरे में आराम कर रही थी, तो वह किचन में बर्तन धो रहा था। हालांकि वह इस बात को समझ नहीं पाया कि तेज आवाज में बज रहे गाने उसी बीमार मां के आराम में खलल डाल रहे थे। यही वजह है कि जब मां ने उसे आवाज धीमे करने को कहा तो वह भड़क उठा। गले में पड़े दुपट्टे को हाथों से कसा
यही नहीं, जब मां ने डपटते हुए उसे दो थप्पड़ लगाए, तो आपा खो दिया। जवाब में उसने भी मां को थप्पड़ मारकर धक्का दे दिया। इसके बाद मां की गुस्से में कही अन्य बातें उसके जहन में नश्तर की तरह ऐसी चुभीं कि उसके हाथ मां के गले में पड़े दुपट्टे पर कसते चले गए।
मौसी बोली- भांजा बेकसूर
मृतका की बहन ने कहा कि कभी भी ऐसा नहीं लगा कि बच्चों और मां के बीच किसी बात को लेकर मनमुटाव भी हुआ हो। भांजे को बेकसूर बताते हुए बहन के साथ लिवइन में रह रहे युवक पर आरोप लगाए हैं। कहा कि दोनों के बीच में अक्सर झगड़ा होता था। दावा किया कि वह युवक कल रात घर आया था। मकान बहन के ही नाम है। ससुराल में भी लाखों रुपये की कीमती जमीन मिली है। ऐसे में बहन की मौत से उसे संपत्ति का हिस्सा मिल सकता था।
अब तक की जांच में बच्चे के ही मां की हत्या करने की बात सामने आई है। फॉरेंसिक साक्ष्य जुटाए गए हैं। उनके आधार पर आगे जांच कर मामले में चार्जशीट दाखिल की जाएगी। -दिनेश त्रिपाठी, डीसीपी वेस्ट
ये है पूरा मामला
रावतपुर में तेज आवाज में गाना सुन रहे बेटे को टोकना मां के लिए मौत का सबब बन गया। मां के आवाज धीमे करने की बात कहने पर गुस्साए 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र पहले मां से बदजुबानी की। फिर जब मां ने उसे दो थप्पड़ मारे तो नाराज छात्र ने मां का उसी के दुपट्टे से गला घोंट दिया। छोटा भाई जब स्कूल से लौटा तो उसकी नजर अधखुले दीवान में पड़ी मां पर पड़ी।
पड़ोसियों की मदद से मां को अस्पताल पहुंचाया
पड़ोसियों की मदद से उसने मां को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। रावतपुर निवासी 35 वर्षीय महिला लंबे समय से मार्केटिंग का काम करने वाले एक युवक के साथ लिवइन में रह रही थी। उसके पति की करीब 17 साल पहले मौत हो चुकी है। महिला के 17 और 15 साल के दो बेटे हैं।
बड़ा भाई और मां घर पर ही थे
बड़ा बेटा इलाके के एक कॉलेज में इंटरमीडिएट और छोटा नौंवी का छात्र है। काम के सिलसिले में युवक अक्सर बाहर ही रहता है। मंगलवार को वह बरेली में था। छोटे बेटे ने बताया कि मंगलवार सुबह वह स्कूल गया था,, जबकि बड़ा भाई और मां घर पर थे। दोपहर में वह कॉलेज से वापस लौटा तो मां को कई बार आवाज दी, लेकिन वह नहीं दिखाई दी।
12वीं में पढ़ने वाले बड़े बेटे को पकड़ लिया
वह मां को ढूंढता हुआ कमरे में पहुंचा, तो सामने रखे दीवान से मां का दुपट्टा बाहर लटक रहा था। दीवान भी अधखुला था। उसे खोला तो मां को लंबी सांसे भरते देख चीख निकल गई। उसकी चीख सुनकर इलाकाई लोग जुटे और महिला को अस्पताल ले गए जहां उसकी मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने 12वीं में पढ़ने वाले बड़े बेटे को पकड़ लिया।