जिलाधिकारी से उच्चस्तरीय जांच व कार्रवाई की मांग
गोंडा। जिले के नगर पालिका परिषद कर्नलगंज में कार्यरत दो सफाई कर्मियों अब्दुल रहमान और मोहम्मद फारुख पर बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और अवैध संपत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस संबंध में मौर्य नगर, कर्नलगंज निवासी सुरेन्द्र सिंह द्वारा जिलाधिकारी गोंडा को विस्तृत शिकायत पत्र देकर उच्चस्तरीय मजिस्ट्रेटी जांच की मांग की गई है।
शिकायत कर्ता ने अधिकारियों को अवगत कराया है कि दोनों सफाई कर्मी लंबे समय से अपने प्रभाव का उपयोग करते हुए सफाई कर्मी के पद पर रहते हुए भी गैरकानूनी ढंग से लिपिकीय कार्य कर रहे हैं। नगर पालिका के महत्वपूर्ण विभागों गृहकर, नज़ूल विभाग और स्टोर कीपर शाखा का लिपिकीय कार्य इन दोनों के पास होने से भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को बढ़ावा मिला है। शिकायतकर्ता का कहना है कि इनके विरुद्ध वर्षों से सैकड़ों शिकायतें होने के बावजूद आज तक न तो कोई कार्रवाई हुई और न ही जिम्मेदार अधिकारियों ने संज्ञान लिया।
कई स्थानों पर अवैध संपत्तियाँ अर्जित करने का आरोप
शिकायत पत्र में कई संपत्तियों का उल्लेख किया गया है, जिन पर दोनों सफाई कर्मियों द्वारा कथित रूप से अवैध रूप से कब्जा कर अपने परिजनों के नाम दर्ज कराने का आरोप है। (1) शिकायत में भैरवनाथ पुरवा स्थित फजल अली पार्क से सटे मकान संख्या 110अ को अब्दुल रहमान की पत्नी हुसनतजहां के नाम दर्ज बताया गया है। ठीक बगल में मोहम्मद फारुक की पत्नी सूफिया बानो के नाम संपत्ति दर्ज है। शिकायतकर्ता ने आशंका जताई है कि यह भूमि पार्क से संबंधित जमीन है, जिस पर अवैध निर्माण कराया गया है। (2) बालूगंज स्थित मकान संख्या 272/द-1 इस मकान को अब्दुल रहमान की मां हदीसुन निशा के नाम दर्ज किया गया है, जिसकी खरीद वर्ष, बैनामा और कब्जे संबंधी तथ्यों की जांच जरूरी है। (3) बालूगंज स्थित मंगली माता मंदिर से सटी भूमि गाटा संख्या 328 (0.0320 हे.) पर मंदिर समिति के साथ विवाद होने का उल्लेख करते हुए कहा गया कि सफाई कर्मी अब्दुल रहमान ने इस भूमि पर किस आधार पर कब्जा किया और कब बैनामा या वसीयत कराया—इसकी जांच आवश्यक है। (4) लारी रोड स्थित खलीफा मस्जिद के पास भी दोनों सफाई कर्मियों द्वारा अपने परिजनों के नाम से संपत्तियाँ दर्ज कराने और निर्माण कराने का आरोप लगाया गया है। शिकायतकर्ता ने कहा कि यह पता लगाया जाए कि यह जमीन किस खाते की है और इनका उस पर अधिकार कैसे हुआ।
निष्पक्ष जांच के लिए लिपिकीय कार्य से हटाने की मांग
शिकायतकर्ता सुरेन्द्र सिंह ने जिलाधिकारी से मांग की है कि जांच के दौरान दोनों सफाई कर्मियों को उनके मूल पद- सफाई कर्मी पर वापस भेजा जाए, ताकि वे जांच को प्रभावित न कर सकें और निष्पक्ष जांच संभव हो सके। शिकायत में यह भी कहा गया है कि यदि जांच में आरोप सही पाए जाएं, तो दोनों के विरुद्ध कठोर विभागीय एवं कानूनी कार्रवाई की जाए, क्योंकि इनके द्वारा कथित रूप से सरकारी भूमि पर कब्जा कर शासन को करोड़ों रुपये का नुकसान पहुँचाया गया है। जिलाधिकारी से अनुरोध किया गया है कि सभी सूचीबद्ध संपत्तियों की मौके की नाप-जोख, चौहद्दी, स्वामित्व, बैनामा, वसीयत और खाते की स्थिति की सघन जांच कराई जाए, ताकि सत्य उजागर हो सके। मामले में डीएम ने एसडीएम कर्नलगंज को जांच करके कार्रवाई करने और रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
