अपर पुलिस महानिदेशक एवं मण्डलायुक्त की संयुक्त अध्यक्षता में माघ मेले की अंतर जनपदीय एवं अन्तर राज्यीय यातायात प्रबंधन योजना की हुई बैठक।
बैठक में वीडियो कॉन्फसिंग के माध्यम से आसपास के सभी जनपदों एवं मध्य प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों ने किया प्रतिभाग
मकर संक्रांति (15 जनवरी) एवं मौनी अमावस्या (18 जनवरी) के बीच सिर्फ 3 दिनों का गैप है इस कारण मकर संक्रांति को आने वाली भीड़ मौनी अमावस्या तक रुकने की संभावना।
सीमावर्ती जनपदों से 2 तरह के डायवर्जन प्लान लागू किए जाएंगे।एक पीक डे के लिए दूसरा नॉन पीक डे के लिए। पीक डे के (डी+1 एवं डी-1) पर डायवर्जन प्लान लागू किया जाएगा।
डायवर्जन प्लान हेतु ड्यूटी चार्ट बनवाने तथा डायवर्जन रोड पर होल्डिंग एरिया का चिन्हांकन करने की भी अपील
माघ मेला 2026 में विभिन्न सड़क मार्गों से आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम एवं सुरक्षित बनाने के दृष्टिगत अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज डॉ॰ संजीव गुप्ता तथा मण्डलायुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल की संयुक्त अध्यक्षता में मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आई ट्रिपल सी सभागार में बैठक संपन्न हुई जिसमें माघ मेले के दौरान अंतर जनपदीय एवं अन्तर राज्यीय यातायात प्रबंधन योजना पर आसपास के सभी जनपदों के वरिष्ठ पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से विस्तार पूर्वक चर्चा की गई।
सर्वप्रथम मंडलायुक्त ने माघ मेला क्षेत्र के लेआउट तथा मेले के मुख्य स्नान पर्वों पर आने वाली अपेक्षित भीड़ की संख्या के बारे में चर्चा करते हुए कहा की इस वर्ष मकर संक्रांति (15 जनवरी) एवं मौनी अमावस्या (18 जनवरी) के बीच सिर्फ 3 दिनों का गैप है इस कारण मकर संक्रांति को आने वाली भीड़ मौनी अमावस्या तक रुक सकती है। अतः मौनी अमावस्या पर 3 करोड़ से ऊपर लोगों के स्नान करने की संभावना जताई जा रही है। इसके दृष्टिगत सभी को अति संवेदनशील यातायात प्रबंधन एवं डायवर्जन योजना बनाने की आवश्यकता है।
इस क्रम में प्रयागराज पुलिस द्वारा बनाए गए यातायात डायवर्जन प्लान की जानकारी देते हुए एसएसपी माघ मेला श्री नीरज कुमार पाण्डेय ने बताया की सीमावर्ती जनपदों से 2 तरह के डायवर्जन प्लान लागू किए जाएंगे।एक पीक डे के लिए दूसरा नॉन पीक डे के लिए। पीक डे के (डी+1 एवं डी-1) पर डायवर्जन प्लान लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मुख्यतः 7 मार्गों से लोग प्रयागराज आते हैं (जिसमें जौनपुर, वाराणसी, रीवा, मिर्जापुर, कानपुर, लखनऊ एवं अयोध्या सम्मिलित हैं)। अतः इन सभी जनपदों में डाइवर्जन प्लान लगाने हेतु पुलिस एवं प्रशासन के नोडल अधिकारियों की नियुक्ति शीघ्र होना अनिवार्य है।
बैठक में पुलिस आयुक्त प्रयागराज श्री जोगिंदर कुमार ने सभी सीमावर्ती जनपद के अधिकारियों से डायवर्जन प्लान हेतु ड्यूटी चार्ट बनवाने तथा डायवर्जन रोड पर होल्डिंग एरिया का चिन्हांकन करने के निर्देश दिए। पुलिस अपर आयुक्त प्रयागराज डॉ अजय पाल ने सभी सीमावर्ती जनपदों के अधिकारियों से प्रयागराज जनपद की तरफ गलत साइड से वाहनों को न चलने देने तथा इमरजेंसी के दौरान वाहनों को अपने अपने जनपदों में रोकने हेतु इंटरनल डायवर्जन प्लान तैयार करने का सुझाव दिया।
पुलिस महानिरीक्षक डॉ अजय कुमार मिश्रा ने
आकस्मिक सिचुएशन में यदि डाइवर्जन प्लान को प्रीपोन करने की आवश्यकता पड़ती है तो उसके दृष्टिगत भी प्लान तैयार करने के सुझाव दिए। इसके अतिरिक्त एक प्रॉपर कम्युनिकेशन प्लेटफॉर्म पर सभी अधिकारियों को कम्युनिकेट करने का भी सुझाव दिया। अपर पुलिस महानिदेशक डॉ संजीव गुप्ता ने ट्रैफिक को जिन भी सड़कों पर डाइवर्ट किया जाएगा उनकी स समय मरम्मत, बॉर्डर नाका की निरंतर चेकिंग तथा होल्डिंग एरिया की कैपेसिटी का सही आकंलन करने को कहा।
मेला अधिकारी माघ मेला श्री ऋषि राज ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी से अपेक्षाकृत सहयोग करने की अपील की।
सीमावर्ती जनपदों / डायवर्जन प्लान से सम्बन्धित जनपदों से अपेक्षाएं
पुलिस एवं प्रशासन में एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति।
नामित नोडल अधिकारी का नाम, पदनाम व मोबाइल नं० माघ मेला की ई-मेल आई०डी० (maghmelaprjpolice@gmail.com) पर उपलब्ध कराना।
डायवर्जन प्वाइन्ट का नवीन चिन्हाकंन (यदि आवश्यक हो)।
डायवर्जन स्थल पर संसाधनों (बैरियर, रस्सा, टार्च, लाउड हेलर आदि) की उपलब्धता ।
डायवर्जन स्थल के आस-पास होल्डिंग, पार्किंग स्थल की उपलब्धता।
डायवर्जन मार्ग का भ्रमण कर सुनिश्चित कराना कि डायवर्जन मार्ग भारी वाहनों के आवागमन हेतु उपयुक्त है अथवा नही? आवश्यकतानुसार मार्ग मरम्मत आदि का कार्य
माघ मेला में भीड़ की अत्यधिक संख्या होने पर सीमावर्ती जनपदों के बार्डर अथवा अन्य उपयुक्त स्थान पर होल्डिंग / पार्किंग स्थलों का चयन, वहाँ पर मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता।
रेलवे स्टेशनों पर आवश्यक पुलिस बल की तैनाती।
माघ मेला की तरफ आने वाले रूट / रेलवे ट्रैक की सुरक्षा।
आवश्यकतानुसार जनपद की सीमा पर चेकिंग कराये जाने हेतु बैरियर।
