लखनऊ:08अक्टूबर,2025
महिला एवं बाल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश शासन के अंतर्गत एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) द्वारा आज मिशन शक्ति अभियान के तहत जनपद मुरादाबाद, बिजनौर, सम्भल, अयोध्या सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों के आंगनवाड़ी केंद्रों पर "महिला चौपाल" का भव्य आयोजन किया गया। इस चौपाल का उद्देश्य महिलाओं को शासन की योजनाओं, उनके अधिकारों, सुरक्षा, स्वास्थ्य, पोषण तथा आत्मनिर्भरता से संबंधित जानकारियाँ प्रदान करना एवं उन्हें समाज में सशक्त भूमिका निभाने के लिए प्रेरित करना रहा।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं, किशोरियों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियाँ, सहायिकाएँ, स्वयं सहायता समूह की सदस्याएं, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पुलिस विभाग के अधिकारीगण, बाल विकास परियोजना अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, ग्राम प्रधान, आशा कार्यकत्रियाँ एवं समुदाय के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। चौपाल का शुभारंभ पारंपरिक विधि से दीप प्रज्वलन कर किया गया, जिसके उपरांत विभागीय अधिकारियों ने मिशन शक्ति की रूपरेखा एवं उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
जिला कार्यक्रम अधिकारी, अयोध्या ने अपने संबोधन में कहा कि "मिशन शक्ति राज्य सरकार की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका लक्ष्य महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक एवं मानसिक रूप से सशक्त बनाना है। उन्होंने कहा कि महिला चौपाल के माध्यम से सरकार और समाज के बीच संवाद का एक सशक्त माध्यम तैयार किया जा रहा है, जिससे प्रत्येक महिला तक शासन की योजनाओं की जानकारी पहुँच सके और वे उनका लाभ ले सकें।
कार्यक्रम के दौरान ICDS विभाग की मुख्य सेविकाओं, कार्यकत्रियों एवं विशेषज्ञों द्वारा महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना, पोषण अभियान, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, एकीकृत बाल विकास सेवा, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाइन 181, महिला सुरक्षा ऐप, साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, तथा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ने के लाभों के बारे में बताया गया।
महिलाओं को यह जानकारी दी गई कि राज्य सरकार द्वारा प्रत्येक स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा, स्वावलंबन और सम्मान सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। विशेष रूप से
महिला हेल्पलाइन 181, 1090, वन स्टॉप सेंटर जैसी पहलें महिलाओं को त्वरित सहायता प्रदान करती हैं।
कार्यक्रम के एक सत्र में गर्भवती एवं धात्री माताओं को संतुलित आहार, एनीमिया की रोकथाम, प्रसव पूर्व एवं प्रसवोत्तर देखभाल, टीकाकरण, शिशु पोषण तथा परिवार नियोजन से संबंधित सुझाव दिए गए। किशोरियों को मासिक धर्म स्वच्छता, आयरन सेवन की महत्ता. शारीरिक स्वास्थ्य एवं शिक्षा के महत्व से अवगत कराया गया। पोषण अभियान के अंतर्गत "सही आहार सशक्त परिवार विषय पर एक संवाद भी आयोजित किया गया, जिसमें स्थानीय आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने महिलाओं को पोषक आहार की थाली का प्रदर्शन कर जागरूक किया।
महिला चौपाल में पुलिस विभाग एवं महिला सुरक्षा संगठन के प्रतिनिधियों ने महिलाओं के कानूनी अधिकारों, साइबर अपराध से बचाव, घरेलू हिंसा निवारण अधिनियम, एवं बाल विवाह रोकथाम अधिनियम पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पीड़न की स्थिति में तुरंत हेल्पलाइन या स्थानीय प्रशासन से संपर्क करने के लिए प्रेरित किया।
चौपाल में उपस्थित महिलाओं ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन उन्हें आत्मविश्वास देते हैं और उन्हें यह एहसास कराते हैं कि वे समाज की महत्वपूर्ण शक्ति हैं। कई महिलाओं ने यह भी बताया कि आंगनवाड़ी केंद्रों के माध्यम से उन्हें सरकारी योजनाओं की जानकारी समय पर मिलने लगी है, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है।
कार्यक्रम के समापन पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, अयोध्या ने कहा कि महिला चौपाल जैसी गतिविधियाँ केवल संवाद का माध्यम नहीं हैं, बल्कि यह ग्रामीण स्तर पर महिलाओं में नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और जागरुकता बढ़ाने का सशक्त जरिया हैं। उन्होंने कहा कि विभाग दद्वारा मिशन शक्ति के अंतर्गत प्रत्येक ब्लॉक एवं सेक्टर स्तर पर नियमित रूप से ऐसी चौपालों का आयोजन किया जाएगा, ताकि कोई भी महिला शासन की योजनाओं से वंचित न रहे।
मिशन शक्ति के अंतर्गत आयोजित यह "महिला चौपाल" महिलाओं के सशक्तिकरण, पोषण सुधार, सुरक्षा एवं आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सार्थक और प्रेरक पहल सिद्ध हो रही है, जो उत्तर प्रदेश को सशक्त नारी सशक्त उत्तर प्रदेश के लक्ष्य की ओर अग्रसर कर रही है।