प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) नगरा थाना अंतर्गत एक युवती के हाथ बांध कर फांसी पर लटकी 5 महीने से अधूरी इंसाफ़ की लड़ाई को नई दिशा मिली है। लखनऊ की SIT टीम बलिया पहुँच चुकी है। और पूजा चौहान हत्या कांड की परतें खोलने के लिए गाँव में पहुँच कर हर पहलू को बारीकी से परखा जा रहा है।
फोरेंसिक टीम ने पूजा चौहान का प्रतीकात्मक पुतला बनाकर फाँसी पर लटकने का दृश्य रीक्रिएट किया गया। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब पूजा के हाथ पीछे बंधे थे,तो आखिर वह पेड़ पर कैसे चढ़ी और गले में फंदा डालकर कैसे झूल गई? पुलिस ने इसे आत्महत्या करार देकर मामले को दबाने की कोशिश की थी, तभी बी एस पी सुप्रीमो बहन मायावती जी के निर्देश पर बहुजन समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मा.विश्वनाथ पाल जी पीड़ित परिवार से मिलने उनके घर पहुंचे थे।
अब सच्चाई सामने लाने के लिए SIT ने मोर्चा संभाल लिया है।
परिजनों को अब उत्तर प्रदेश के नए DGP से पूरी उम्मीद है कि सच की जीत होगी और दोषियों को सज़ा मिलेगी।
बी एस पी पार्टी नेताओं ने SIT टीम और DGP का दिल से आभार व्यक्त किया हैं कि उन्होंने निष्पक्ष जाँच की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि गलत को गलत कहना ही असली न्याय है।