प्रयागराज में बाढ़ का खतरा अब दस्तक देने लगा है। मंगलवार को यमुना के जलस्तर में जरूर कमी दर्ज की गई लेकिन गंगा उफान पर है। गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी का यही क्रम रहा तो बघाड़ा, नेवादा समेत कई इलाकों की बस्तियों में एक-दो दिनों में बाढ़ का पानी घुस जाएगा। इसे देखते हुए बाढ़ राहत शिविरों में जरूरी इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं। पिछले 24 घंटे में गंगा के जलस्तर में 115 सेमी की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, यमुना में भी 85 सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। इसका नतीजा रहा कि मंगलवार शाम को फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 81.74 मीटर पहुंच गया। दो सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में बुधवार सुबह तक जलस्तर 82 मीटर पार होने की आशंका है।
यमुना नदी का जलस्तर भी 81.50 के पार हो गया है। राहत की बात यह जरूर है कि दिन में 12 बजे के बाद यमुना के जलस्तर में कमी दर्ज की गई। वहीं गंगा जी दिन में करीब सवा दो बजे हनुमान मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश कर गईं। दोनों पटरियों पर रिवर फ्रंट रोड डूब गई है।
बघाड़ा में निचले इलाके की बस्ती तक पानी पहुंच गया है। बस्ती की सड़क पर भी गंगा का पानी हिलोरे मारते हुए पहुंचने लगा है। नेवादा में भी बस्ती के एकदम करीब तक बाढ़ का पानी पहुंच गया है। ऐसे में बुधवार तक बस्तियों में पानी घुसने की आशंका बन गई है।
झूंसी की तरफ भी बदरा सोनौटी को जोड़ने वाली सड़क पर पानी पहुंच गया है। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए गांव का अन्य इलाकों से संपर्क कटने का अंदेशा बन गया है।
यमुना के जलस्तर में कमी से राहत
यमुना के जलस्तर में मंगलवार को कमी दर्ज की गई। दिन में जलस्तर में प्रतिघंटे दो सेमी की दर से कमी हुई। इससे कछारी इलाके में बसे लोगों ने राहत महसूस की लेकिन मध्य प्रदेश में बारिश जारी है। केन, बेतवा, टोंस आदि नदियां उफान पर हैं। ऐसे में एक बार फिर यमुना के जलस्तर में बढ़ोतरी की बात कही जा रही है।
सिंचाई विभाग की 12 बजे की रिपोर्ट के अनुसार यमुना के जलस्तर में चार घंटे में नौ सेमी की कमी दर्ज की गई। वहीं शाम चार बजे की रिपोर्ट के अनुसार चार घंटे में जलस्तर में चार सेमी की कमी दर्ज की गई। यानी कुछ घंटों के बाद ही जलस्तर में कमी की रफ्तार थमने लगी।
बाढ़ राहत शिविर सक्रिय
बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन की ओर से भी तैयारी तेज कर दी गई है। बघाड़ा में एनी बेसेंट स्कूल को राहत शिविर बनाया गया है। वहां लेखपाल और अन्य विभाग के कर्मचारियों की ड्यूटी लगा दी गई है। सदर बाजार में भी बाढ़ राहत शिविर बनाए गए स्कूल में सभी इंतजाम के निर्देश दिए गए हैं। बाढ़ में फंसने पर लोगों को तत्काल इन शिविरों में लाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। इसके लिए एनडीआरएफ और सिविल डिफेंस की टीम लगातार भ्रमण पर है।
मां गंगा ने लेटे हनुमानजी को कराया स्नान
प्रयागराज में मां गंगा ने सावन के पांचवें दिन मंगलवार दोपहर करीब 2:15 बजे लेटे हनुमानजी को स्नान कराया। मंदिर में गंगा के प्रवेश करते ही महंत बलवीर गिरि ने आरती की। इसी के साथ मंदिर में मां गंगा और हनुमान जी के जयकारे गूंजने लगे।
घंटे-घड़ियाल बजते रहे और पुष्प अर्पित किए गए। गर्भ गृह में गंगा जल पूरी तरह भरने के साथ ही महंत बलवीर गिरि ने हनुमानजी को नया वस्त्र धारण कराया। इस दौरान मां गंगा का दुग्धाभिषेक कर पूजा की गई। पूजन करके मंदिर को बंद कर दिया गया। साथ ही हनुमान जी एक प्रतीकात्मक मूर्ति पूजन के लिए बाहर रखी गई।
गौरतलब है कि हर साल लेटे हनुमानजी के गंगा स्नान का सभी भक्तों को बेसब्री से इंतजार रहता है। मंदिर प्रशासन से की ओर से इस विशेष समय पर पूजन के लिए पहले से तैयारी भी की जाती है।