प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) जिले के आयुष चिकित्सकों की भर्ती को लेकर विवाद चल रहा था, जिसमें बीएएमएस,बी यु एम एस चिकित्सक मुख्य चिकित्सा अधिकारी और जिलाधिकारी को पत्र देकर सही तरीके से भर्ती प्रक्रिया पूरी करने की बात कही, लेकिन न मुख्य चिकित्सा अधिकारी,और न ही जिलाधिकारी किसी ने भी इन चिकित्सकों की न सुनी, जिससे आयुर्वेदिक एवं यूनानी चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री के शरण ली, जहाँ स्वास्थ्य मंत्री ने इन चिकित्सकों से बात की और कार्रवाई करने की बात कही स्वास्थ्य मंत्री के पर्सनल सचिव से चिकित्सकों ने यह बताया कि बलिया का छोड़कर अन्य सभी जिला में बीएएमएस बीयुएम एस, बीएचएमएस और योगा चिकित्सकों की भर्ती प्राइवेट अस्पताल के अनुभव प्रमाण पत्र लेकर हुई है, लेकिन बलिया के मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा सरकारी अस्पताल के अनुभव प्रमाण पत्र की मांग की जा रही हैं,जो सरासर गलत है। यह बात सुनकर स्वास्थ्य मंत्री के पर्सनल सचिव द्वारा इस बात को गंभीरता से न लेने से वहाँ भी चिकित्सकों को निराशा हाथ लगी! चिकित्सकों का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री के पर्सनल सचिव को बलिया को छोड़कर, अन्य जिला के उन सभी कैंडिडेट का नाम दे दिया गया है जो प्राइवेट हॉस्पिटल के अनुभव प्रमाण पत्र पर नौकरी कर रहे हैं! इस मौके पर डॉक्टर गंगासागर,डॉक्टर अविनाश गौरव,डॉ० सुनील कुमार पांडे, डॉक्टर विजय प्रताप सिंह, डॉक्टर दिग्विजय सिंह, डॉ० अंकुर गुप्ता, डॉक्टर एके मौर्य, डॉक्टर पूनम सिंह आदि लोग मौजूद रहे।