प्रयागराज। प्रयागराज से वाराणसी, जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर जाने वालों को अब शास्त्री पुल पर जाम की समस्या से नहीं जूझना पड़ेगा। शास्त्री पुल के समानांतर दशाश्मेध घाट से लेकर झूंसी तक गंगा पर फोर लेन पुल का निर्माण किया जाएगा।
गंगा पर प्रस्तावित पुल की लंबाई 2300 मीटर निर्धारित है। 850 करोड़ रुपये से अधिक धनराशि में पुल का निर्माण किया जाएगा। इसका प्रस्ताव तैयार हो चुका है। जिलाधिकारी के माध्यम से उसे शासन को भेजा जाएगा। शासन से मंजूरी मिलने के बाद अक्टूबर-नवंबर में पुल का निर्माण शुरू होने की संभावना है।
शास्त्री पुल के समानांतर बनेगा फोर लेन पुल
शास्त्री पुल के समानांतर नया पुल बनाने के लिए सेतु निगम और लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों का स्थलीय निरीक्षण हो चुका है। प्रयागराज को वाराणसी से जोड़ने वाले महत्वपूर्ण शास्त्री ब्रिज जौनपुर, आजमगढ़ और गोरखपुर का सड़क मार्ग भी जुड़ता है। इसलिए इस पुल सदैव आवागमन होता है। प्रतिदिन इस पुल से 50 से 60 हजार वाहनों का आवागमन होता है। ओवरलोड वाहनों के अधिक आवागमन के चलते यहां की सड़क क्षतिग्रस्त हो जाती है जिससे हादसे की आशंका बढ़ जाती है। महाकुंभ के दौरान उक्त पुल पर भीषण जाम लगता था। श्रद्धालु कई घंटों तक फंसे रहे।
उसे देखते हुए नए पुल का निर्माण कराने का निर्णय लिया गया है। सेतु निगम के परियोजना प्रबंधक रोहित मिश्रा ने बताया कि शासन से पुल बनाने की स्वीकृति मिलने के चार वर्ष बाद पुल का निर्माण पूरा हो जाएगा। शास्त्री पुल की दूरी 2200 मीटर है। पुल बनने पर लोगों की राय-
राजापुर के केपी मिश्रा ने बताया कि गंगा न नए पुल का निर्माण होने से लोगों को जाम की समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। पुल बनाने की मांग कई वर्षों से की जा रही है।
वाराणसी के इंजीनियर कृष्ण कुमार ने कहा कि नया पुल गंगा पर बन जाने से शास्त्री पुल पर दबाव कम हो जाएगा। लोगों को वाराणसी जान और आने में सहूलियत होने लगेगी।
वाराणसी सिगरा की प्रिया श्रीवास्तव कहती हैं कि प्रयागराज से वाराणसी जाने का शास्त्री पुल ही मुख्य मार्ग है। भीड़ अधिक होने पर पुल पर अक्सर जाम लग जाता है। नया पुल बनने पर राहत मिल जाएगी।
मिर्जापुर के आशीष सिंह कहते हैं कि सावन में अक्सर शास्त्री पल को वन-वे कर दिया जाता है। ऐसे में लोगों को असुविधा होती है। इसके निर्माण से यातायात सुगम रहेगा।