महाशिवरात्रि के पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस प्रशासन ने कमर कस ली है। पर्व पर जनपद में ट्रैफिक की व्यवस्था सुचारू हो, इसके लिए रणनीति में बदलाव किया गया है। जनपद की ओर आने वाले सात प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक प्रबंधन की जिम्मेदारी संभालने के लिए सात वरिष्ठ पुलिस अफसरों को इन मार्गों पर तैनात किया गया है। यूपी के डीजीपी प्रशांत कुमार ने शुक्रवार को यह बातें कहीं। वह शुक्रवार को मेला क्षेत्र में पुलिस और प्रशासनिक अफसरों के साथ बैठक करने के बाद मीडिया को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनपद की ओर आने वाले सात प्रमुख मार्गों पर ऐसे बिंदु चिन्हित किए गए हैं जहां पर जाम लगता है या ट्रैफिक का दबाव ज्यादा होने पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो जाती है। इन प्वाइंटों पर पुलिस के सात वरिष्ठ अफसरों को तैनात किया गया है।
यह अफसर अपने-अपने रूट की ट्रैफिक व्यवस्था को संभालेंगे और उच्चाधिकारियों से कोऑर्डिनेट कर जनपद में श्रद्धालुओं के आवागमन को सुचारू बनाएंगे। उन्होंने बताया कि ट्रैफिक मैनेजमेंट को लेकर शुक्रवार को मेला और प्रयागराज कमिश्नरेट पुलिस के अफसरों संग विस्तृत चर्चा भी की गई है।
स्नान करते वीडियो अपलोड करने के मामले में तीन केस
डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया कि स्नान करते वीडियो अपलोड करने के मामले में अब तक तीन एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। ऐसे लोगों को चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा महाकुंभ को लेकर भ्रामक सूचना फैलाने के मामले में 55 से 60 मुकदमे दर्ज किया जा चुके हैं। इन अकाउंट के संचालकों को भी चिन्हित करने का प्रयास किया जा रहा है।
