सरकारी दावे बड़े-बड़े, लेकिन जमीनी हकीकत धड़ाम! मऊगंज में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत हुए विवाह सम्मेलन में भारी अव्यवस्थाओं का खुलासा हुआ है। खाने से बदबू आई तो साहब बोले – ‘नाक चेक कराओ!’ सुरक्षा राम भरोसे और टैंकर से पानी पीने को मजबूर लोग। मऊगंज में आयोजित मुख्यमंत्री कन्या विवाह निकाह योजना के तहत 280 जोड़ों की शादी करवाई गई, लेकिन यह आयोजन अव्यवस्थाओं के कारण विवादों में घिर गया। शादी के बाद भोजन करने बैठे वर-वधू और परिजनों को खाने से बदबू आने की शिकायत हुई। जब लोगों ने इस पर आपत्ति जताई, तो एसडीएम बी.के. पांडे का अजीबोगरीब बयान सामने आया – ‘जाकर अपनी नाक चेक कराओ, खाना खराब नहीं है!"कार्यक्रम में डिप्टी कलेक्टर रश्मि चतुर्वेदी ने भी भोजन की जांच की और दावा किया कि उन्होंने भी यही खाना खाया। लेकिन सवाल उठता है – अगर यही खाना सही था, तो अफसरों के लिए अलग से विशेष थाली क्यों परोसी गई? यही नहीं, पूरे कार्यक्रम में पानी की समुचित व्यवस्था तक नहीं थी। लोग मजबूरी में टैंकर से मुंह लगाकर पानी पीते नजर आए। प्रशासन जहां बड़े-बड़े दावे करता है, वहीं इस कार्यक्रम की बदइंतजामी ने उनकी पोल खोलकर रख दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि मंडप में जगह-जगह कोरेक्स की खाली बोतलें पड़ी मिलीं, जिसे मीडिया कैमरों ने कैद कर लिया। इससे मऊगंज में बढ़ते नशे के कारोबार और सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई। कार्यक्रम में महिलाओं के लिए महिला पुलिसकर्मियों की अनुपस्थिति भी सवालों के घेरे में है, क्योंकि पुरुष पुलिसकर्मी सीधे महिलाओं के बीच घूमते नजर आए। इतना ही नहीं, घरेलू गैस सिलेंडर का भी व्यावसायिक उपयोग किया गया, जबकि सरकार उज्ज्वला योजना के तहत इसके उपयोग पर रोक लगा चुकी है। लेकिन प्रशासन ने अपने ही नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए इन सिलेंडरों का जमकर उपयोग किया। आखिर में, वर-वधू और उनके परिजनों ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताई और मांग की कि इस तरह की अव्यवस्थाओं को गंभीरता से लिया जाए। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इन खामियों को सुधारने के लिए क्या कदम उठाता है या फिर अगले साल फिर से यही दुर्दशा देखने को मिलेगी?"