सिविल लाइंस में सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता के पिता बुजुर्ग गोपाल शांडिल्य (80) शनिवार को लोक सेवा आयोग के पास स्थित होटल में संदिग्ध हाल में मृत मिले। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो उनका शव जमीन पर पड़ा मिला। मौत कैसे हुई यह स्पष्ट नहीं है। पुलिस पोस्टमार्टम के बाद ही कुछ बता पाने की बात कह रही है। उधर, बेटे ने संपत्ति व रुपयों के लालच में करंट लगाकर हत्या की आशंका जताई है। बुजुर्ग गोपाल शांडिल्य टीबी सप्रू रोड के रहने वाले थे। घर के बगल में ही उनकी एक बेशकीमती जमीन थी, जिसे उन्होंने कुछ साल पहले बेच दिया था। इसी जमीन पर होटल बना और होटल बनने के बाद से ही वह तीसरे तल पर अकेले ही रहते थे। जबकि पड़ोस में स्थित घर पर उनके बेटे चेतन शांडिल्य परिवार समेत रहते हैं जो अधिवक्ता हैं और सुप्रीम कोर्ट में वकालत करते हैं । होटल मालिक प्रकाश जायसवाल ने बताया कि शनिवार शाम अचानक तीसरे तल पर बने कमरे से तेज दुर्गंध आने लगी। कर्मचारी पहुंचे तो दरवाजा भीतर से बंद था। कई बार आवाज देने के बाद भी जवाब नहीं मिला। सूचना मिलने पर उन्होंने बुजुर्ग को फोन लगाया लेकिन नंबर बंद मिला। सूचना दी गई तो पुलिस आई और फिर बेटा चेतन व अन्य लोग भी आ गए। पुलिस के मुताबिक, वीडियोग्राफी के बीच दरवाजा तोड़कर कमरे में दाखिल होने पर बुजुर्ग जमीन पर मृत पड़े मिले।इसके बाद फोरेंसिक टीम बुलाई गई और जांच पड़ताल के बाद शव को मर्चरी भेजवा दिया गया। एसीपी सिविल लाइंस श्वेताभ पांडेय का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पिता-पुत्र में चल रहा था विवाद
पुलिस के मुताबिक, फौरी जांच पड़ताल और होटल मालिक से पूछताछ के बाद यह बात सामने आई कि पिता-पुत्र के बीच रिश्ते ठीक नहीं थे और उनका संपत्ति को लेकर विवाद चल रहा था। होटल मालिक प्रकाश ने बताया कि विवाद के बाद से ही बुजुर्ग उनके होटल में रह रहे थे।
‘दरवाजे पर बाहर से लटकाया गया था ताला’
उधर मृतक के बेटे चेतन शांडिल्य का आरोप है कि पिता का शव अर्धनग्न अवस्था में जिस तरह मिला है, उनके शव में करंट प्रवाहित हो रहा था और खून के धब्बे भी थे। बाहर दरवाजे में ताला लटकाया गया था। कमरे की जो हालत थी, उससे यही आशंका है कि उनकी हत्या की गई। उनके खाते से तीन करोड़ रुपये गायब हैं। हत्या के आरोप के बाबत जब उनसे पूछा गया कि उन्हें किन पर शक है, तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में जल्द ही विस्तृत खुलासा करेंगे।
यह भी बताया कि पिता 2006 से अपनी पत्नी से अलग रहते थे। उन्होंने परिवार में यह बताया था कि उन्होंने पार्टनरशिप में होटल बनवाया और अब वह वहीं रहना चाहते थे। पिता से कोई विवाद नहीं था। उन्हें टूल बनाकर गलत तरीके से संपत्ति विक्रय आदि की कार्रवाई कराई जा रही थी और इसी का विरोध किया जाता था। चेतन का यह भी कहना है कि पिता की मानसिक हालत ठीक नहीं थी और इसका ही कुछ लोग गलत फायदा उठा रहे थे।