प्रयागराज: एक वक्त था, जब हथियारों का कारोबार करने वाले दुकानों पर खरीदारों की लंबी लाइन लगा करती थी। भीड़ ज्यादा होने के कारण एक-एक ग्राहकों को दुकानों में प्रवेश दिया जाता था, लेकिन अब कारोबार इसके ठीक उलट हो गया है। पुलिस-प्रशासन स्तर से लाइसेंस नहीं मिलने से किसी के दुकानों पर एक माह तो, किसी पर चार-चार महीनों में सिर्फ एक ग्राहक आ रहा है। इससे परेशान होकर अधिकतर कारोबारी दुकानों को बंद कर किसी और धंधे में लग गए हैं। कारोबारियों ने बताया कि लाइसेंस अप्रूवल की कमी से पिछले चार सालों में प्रयागराज में पचास फीसदी तक हथियारों का कारोबार घट गया है। कारोबारियों ने बताया कि ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें आज भी रिवॉल्वर और राइफल रखने का शाैक है, लेकिन उसके लिए लाइसेंस जरूरी है। बिना लाइसेंस के एक भी हथियार नहीं बेचा जा सकता है। लोग लाइसेंस के लिए जिला प्रशासन से लेकर पुलिस मुख्यालय के चक्कर काटते रहते हैं, लेकिन लाइसेंस नहीं अप्रूव किया जाता है।
जब ग्राहकों के पास लाइसेंस ही नहीं रहेगा तो वह हमारी दुकानों में कैसे आ जाएगा। जॉनसेनगंज स्थित एसएन नियोगी कंपनी के पार्टनर एएन नियोगी ने बताया कि वर्ष 2020 से पहले जॉनसेनगंज समेत विभिन्न इलाकों में 42 गन हाउस हुआ करते थे, लेकिन अब इन्हीं सब कारणों से महज 22 दुकानें ही बची हुई हैं।