गर्मी से हाहाकार:कानपुर मंडल में 26 समेत पूरे यूपी में 50 लोगों की गई जान
*प्रदेश के चार शहरों समेत दिल्ली में पारे ने सारे रिकॉर्ड तोड़े*
*दिल्ली में पारा 52.3 डिग्री , बांदा 49 डिग्री तापमान में झुलसा*
लखनऊ/नई दिल्ली, हिन्दुस्तान टीम। उतरते-उतरते भी नौतपा के ताप ने उत्तर प्रदेश में चार स्थानों और दिल्ली में गर्मी के पिछले सारे रिकार्ड ध्वस्त कर दिये। प्रचंड ग्रीष्म लहर में हीट स्ट्रोक से यूपी में बुधवार को 50 लोगों की मौत हो गई। हालांकि प्रशासन ने गर्मी से मौत होने का इनकार किया। दिल्ली के मुंगेशपुर में पारा 52.3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। यह राष्ट्रीय राजधानी में अब तक का सबसे अधिक तापमान है।प्रचंड गर्मी में यूपी में सबसे अधिक 26 मौतें कानपुर मंडल में हुई हैं। यहां महोबा में सात, हमीरपुर में छह, फतेहपुर में तीन, चित्रकूट, कानपुर और कानपुर देहात, उरई में दो-दो और बांदा व हरदोई में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। इसके अलावा वाराणसी में आठ, प्रयागराज में पांच, प्रतापगढ़ में चार, कौशाम्बी में एक, बहराइच में दो ,आगरा और बदायूं में एक-एक व्यक्ति की मौत ग्रीष्म लहर में हो गई। बांदा प्रदेश में सबसे गर्म रहा। यहां तापमान 49 डिग्री के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। चित्रकूट के राजापुर और हमीरपुर में 50 से अधिक चमगादड़ मर गए, जबकि हरदोई और हमीरपुर में मोर भी मरे। देर शाम औरैया और हमीरपुर में आंधी संग बूंदाबादी ने गर्मी से राहत दी तो उरई में तेज हवाओं से कुछ सुकून मिला।
*चार जगह पर गर्मी ने तोड़े पिछले सारे रिकार्ड*
आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार प्रयागराज, फुर्सतगंज, सुल्तानपुर और कानपुर शहर में बुधवार को दर्ज हुआ दिन का तापमान, इससे पहले मई में कभी भी दर्ज नहीं हुआ। बुधवार को प्रयागराज में दिन का तापमान 48.8, कानपुर एयरफोर्स स्टेशन पर 48.4, सुल्तानपुर में 46 और फुर्सतगंज में 47.2 डिग्री सेल्सियस तापमान इससे पहले मई के महीने में कभी भी दर्ज नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि प्रयागराज यानि तत्कालीन इलाहाबाद में इससे पहले 6 जून 1979 को दिन का तापमान 48.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ था। उधर बिहार के विभिन्न जिलों में कई विद्यार्थियों के बेहोश होने पर सरकार ने सभी निजी और सरकारी स्कूलों, कोचिंग संस्थानों को बंद कर दिया है।
*हटा गर्मी का रेड अलर्ट, मिलेगी राहत*
यूपी के मौसमी परिदृश्य से गर्मी का रेड अलर्ट हट गया है। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार अगले दो दिनों में गर्मी से बेहाल जनजीवन को राहत मिलना शुरू हो जाएगी। गुरुवार को पश्चिमी यूपी के लिए गर्मी का यलो अलर्ट जारी हुआ है यानि पश्चिमी यूपी में लू चलने के आसार हैं। 31 मई को पश्चिमी यूपी में लू चल सकती है जबकि पूर्वी यूपी में 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी के आसार हैं। एक और दो जून को बारिश
*क्या है नौतपा*
नौतपा अवधि में सूर्य की किरणें सीधे पृथ्वी पर पड़ती हैं और लोगों को तेज धूप का सामना करना पड़ता है। मई के दूसरे पखवारे में पड़ने वाली तेज गर्मी के नौ दिन की अवधि को नौतपा कहा जाता है।
*केरल में मानसून 24 से 48 घंटे में संभव*
राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र से खबर है कि अगले 24 से 48 घंटों में दक्षिणी पश्चिमी मानसून केरल के तट पर आने के पूरे आसार बने हुए हैं। इसके बाद यह दक्षिणी-पश्चिमी और मध्य बंगाल की खाड़ी में सेट होगा। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार यूपीमें बंगाल की खाड़ी से चलने वाली मानसून की शाखा ही बारिश देती हैं। उत्तर पूर्व में इसके आगे बढ़ने पर उड़ीसा से बिहार, यूपी में दाखिल होने की सामान्य प्रक्रिया है।
*बुधवार को कहां कितना रहा तापमान* (डिग्री से.)
*स्थान तापमान*
बांदा 49.0
प्रयागराज 48.8
आगरा 48.0
कानपुर 48.4
सोनभद्र 48.3
वाराणसी 47.4
झांसी 47.5
*स्थान तापमान*
भदोही 47.5
फतेहपुर 47.6
मथुरा 47.7
फुर्सतगंज 47.2
आजमगढ 46.1
बागपत 45.9
बहराइच 45.0
*पहले ओटीपी, अब एपीके फाइल से करोड़ों की ठगी*
*घर बैठे कमाने का लालच देकर साइबर ठगों ने पांच करोड़ उड़ाये*
*निवेश के नाम पर साइबर क्राइम की सबसे ज्यादा हो रहीं घटनाएं*
*साइबर थाने में अब तक दर्ज हुए 15 मुकदमों में निवेश के नाम पर ज्यादा ठगी*
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता । साइबर ठगों को जब लोगों ने वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) बताना बंद कर दिया तो शातिरों ने नया तरीका अपनाया। अब एपीके (एंड्राइड पैकेज किट) फाइल डाउनलोड कराकर साइबर ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। इसमें सबसे ज्यादा घर बैठे कमाने का ऑफर शामिल है। हजारों का फायदा पहुंचाकर लाखों और करोड़ों की ठगी कर रहे हैं। इस ठगी में शेयर ट्रेडिंग के लिए ऑनलाइन ठगी की घटनाएं सबसे ज्यादा हुई हैं। सिर्फ साइबर थाने में अब तक दर्ज 15 केस में पांच करोड़ से अधिक की ठगी शेयर ट्रेडिंग समेत अन्य तरीकों से हुई है। साइबर सेल ने लोगों से अपील की है कि जैसे ओटीपी बताना बंद कर दिया है। उसी तरह से एपीके फाइल डाउनलोड करना बंद करें।साइबर थाना प्रभारी राजीव तिवारी ने बताया कि करोड़ों की ठगी करने वाले पहले चार चरणों में खेल कर रहे हैं। सबसे पहले कस्टमर को व्हाट्स एप, फेसबुक, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर घर बैठे कमाने का ऑफर भेजते हैं। इनके दिए गए नंबर पर जुड़ते ही अपने व्हाट्स एप या टेलीग्राम ग्रुप में जोड़ देते हैं। दूसरे चरण में वीडियो लाइक या एप की रेटिंग से जुड़े काम देते हैं। एक हजार के काम के बदले डेढ़, दो हजार के बदले चार हजार तक फायदा देते हैं। शुरुआत में हजारों रुपये देकर कस्टमर का विश्वास जीतते हैं। इसके बाद तीसरे चरण में निवेश की जानकारी देते हैं। ट्रेडिंग के विभिन्न फर्जी बेवसाइट पर लिंक भेजकर जोड़ते है। यहीं से असली खेल शुरू होता है। कंपनी से जोड़ने के लिए एपीके फाइल का लिंक भेजकर ऐप डाउनलोड कराते हैं। इसी फाइल को डाउनलोड करने से बचना है। इतना करते कि लाखों का फायदा दिखाकर निवेश करा लेते हैं। चौथे चरण में पैसा होल्ड कर देते हैं। ऑनलाइन पैसा दिखता है लेकिन उसको कैश नहीं करा सके लेकिन एपीएस फाइल वहीं एक्सपायर हो जाती है।
अब तक हुए बड़े शिकार
● जार्जटाउन की काकोली दास 1.48 करोड़
● पूर्व सीएमओ डॉ आलोक वर्मा 1.26 करोड़
● शिक्षक अनुभव श्रीवास्तव 65 लाख
● चांदपुर सलोरी निशांत सिंह 28 लाख
● समीक्षा अधिकारी ओंकार मौर्या 12 लाख
● रिटायर वायु सैनिक नीरज सिंह 37 लाख
● मेजा के दिलीप कुमार छ
राह चलते गिर रहे लोग, दरोगा समेत पांच ने दम तोड़ा
कचहरी की सुरक्षा ड्यूटी में जा रहे दरोगा की टूटी सांस
जिले के अलग-अलग हिस्सों में चार अन्य लोगों की टूटी सांस
प्रयागराज, वरिष्ठ संवाददाता। भीषण गर्मी दूसरे दिन भी जानलेवा साबित हुई। इस गर्मी में बुधवार सुबह ड्यूटी पर जा रहे एक दरोगा डीएम कार्यालय के सामने गश खाकर गिर गए। उन्हें तत्काल बेली अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन उनकी सांसें थम चुकी थीं।झांसी जिले के उल्दन निवासी 56 वर्षीय रणकेंद्र सिंह 1987 में यूपी पुलिस का हिस्सा बने थे। उनका बांदा से जनवरी 2024 में प्रयागराज ट्रांसफर हुआ था। उनकी तैनाती धूमनगंज थाने में थी। वर्तमान में जिला कचहरी की सुरक्षा में उनकी ड्यूटी लगी थी। धूमनगंज की बैरक में वह रहते थे।रणकेंद्र बुधवार को कचहरी ड्यूटी पर जा रहे थे। कलक्ट्रेट के सामने से वह पैदल ही जा रहे थे। सुबह करीब साढ़े नौ बजे अचानक गश खाकर वह सड़क पर गिर गए। अचेत दरोगा को देखकर वहां भीड़ लग गई। 112 नंबर की पुलिस पहुंची और दरोगा को लेकर बेली अस्पताल पहुंची। बेली में डॉक्टर ने जांच की लेकिन उनकी सांसें थम चुकी थी। हल्ला मचा कि गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक के शिकार हो गए। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रणकेंद्र सिंह परिवार में पत्नी अनीता, तीन बेटे अंकित, गोलू और छोटू को पीछे छोड़ गए हैं। अंकित रेलवे में नौकरी करता है। पुलिस लाइन में उनको सलामी दी गई।इसी तरह हंडिया के बरौत बाजार जा रहे 60 वर्षीय बुजुर्ग मोहम्मद नसीर की बीच रास्ते में हीट स्ट्रोक से हालत खराब हो गई। वह जमीन पर गिर पड़े और कुछ ही देर में उनकी सांस टूट गई। सैदाबाद में 70 वर्षीय शैल शुक्ला की भी सुबह 11 बजे अचानक तबीयत बिगड़ गई। उन्हें चक्कर आने की शिकायत हुई। परिजनों ने हनुमानगंज के अस्पताल में भर्ती कराया जहां शाम चार बजे शैल शुक्ला की मौत हो गई। सिविल लाइंस हनुमान मंदिर में काम करने वाले एक सफाई कर्मी की बुधवार शाम सांसें थम गईं। बताया जा रहा है कि 58 वर्षीय सुरेश मिश्र लालगंज, प्रतापगढ़ के रहने वाले थे। बुधवार दोपहर में अचानक तबीयत खराब हो गई। साथी उनको लेकर एसआरएन अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। वहीं नैनी में अरैल मोड़ के पास स्थित एक अपार्टमेंट के पास बुधवार शाम एक युवक पड़ा मिला। स्थानीय लोगों ने उसे उठाने का प्रयास किया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने उसकी शिनाख्त कराने की कोशिश की, लेकिन कोई उसे पहचान नहीं सका। आशंका जताई गई कि युवक की मौत गर्मी से हुई है।
पैन सत्यापन के बिना डाकघर में निवेश नहीं
विभाग ने विभिन्न योजनाओं में विवरण देना अनिवार्य किया था
नई दिल्ली, एजेंसी। पिछले साल एक अप्रैल से डाकघर की योजनाओं में निवेश करने के लिए पैन और आधार का विवरण देना अनिवार्य कर दिया गया था। ताजा जानकारी के अनुसार डाक विभाग निवेशक के पैन की सत्यता का आयकर विभाग के डाटा से मिलान कर फिर से सत्यापित करेगा।इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि निवेश का पैन और आधार आपस में लिंक हों। इसके अलावा निवेशक ने डाक विभाग की योजना के लिए जो नाम और जन्मतिथि के विवरण दिए हैं, वह सही हैं या नहीं। अगर कोई गड़बड़ी मिलती है तो निवेशक इन योजनाओं में निवेश नहीं कर पाएंगे।
सत्यापन की प्रणाली में संशोधन
पैन सत्यापन प्रणाली प्रोटीन ई-गर्व टेक्नोलॉजीज के सिस्टम के साथ जुड़ी हुई है। इसे पहले एनएसडीएल के नाम से जाना जाता था। इससे मिली प्रतिक्रिया के आधार पर पैन को मान्य किया जाता है। पीपीएफ, एनएससी और अन्य छोटी बचत योजनाओं के लिए पैन, आधार अनिवार्य है। सात मई को जारी डाक विभाग की एक अधिसूचना में कहा गया है कि पैन सत्यापन से संबंधित प्रोटीन प्रणाली को एक मई, 2024 को संशोधित किया गया है।
ये नुकसान होंगे
आपका पैन अब कर संबंधी कार्यों के लिए वैध नहीं होगा। अगर आपका पैन निष्क्रिय हो जाता है, तो लंबित टैक्स बकाया और उस पर ब्याज जारी नहीं किया जाएगा। वहीं उच्चदर पर स्रोत पर कर की कटौती होगी। अगर पैन आधार से जुड़ा नहीं है, तो लेन-देन करते समय उस पर लागू दर से दोगुनी दर पर टीडीएस काटा जाएगा।
इतने पैन कार्ड हुए निष्क्रिय
आंकड़ों के मुताबिक, पिछले वर्ष यानी साल 2023 में करीब 12 करोड़ पैन कार्ड आधार कार्ड से लिंक नहीं होने की वजह से निष्क्रिय हो गए थे। अगर आपका पैन कार्ड आधार से लिंक नहीं है, तो आप बैंक से जुड़ा कोई काम नहीं कर पाएंगे, क्योंकि बैंक के लगभग सभी कामों के लिए पैन कार्ड की जरूरत पड़ती है।
निवेशकों के पास आखिरी मौका
अगर आपने अभी तक भी अपना पैन कार्ड आधार से लिंक नहीं कराया है, तो इसे फटाफट करा लें। ऐसे लोग जो 30 जून, 2023 की समयसीमा तक पैन-आधार लिंक नहीं करा सके हैं उन पर पेनल्टी लगाने की समयसीमा में आयकर विभाग ने ढील दी है। आयकर विभाग के मुताबिक, 31 मई तक आधार के साथ पैन को लिंक करा लेने पर टीडीएस की कम कटौती के लिए कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। आयकर नियमों के अनुसार करदाता को अपने पैन को अपने आधार नंबर के साथ लिंक करना होता है। अगर ये दोनों लिंक नहीं होते तो लागू दर से दोगुनी दर पर टीडीएस काटा जाना जरूरी है।
विश्वविद्यालयी सम-सेमेस्टर परीक्षाओं पर गहराए संकट के बादल
अवध विश्वविद्यालय की आवासीय परीक्षाओं को लेकर भी विवि शिक्षक संघ मैदान में आया
शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ ने भी दिया समर्थन, परीक्षाएं 31 मई से शुरू होंगी
अयोध्या, संवाददाता। विश्वविद्यालयी परीक्षाओं को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन व साकेत महाविद्यालय शिक्षक संघ आमने-सामने आ चुका है। इसके चलते दूसरे कॉलेजों में इसका प्रभाव दिखने लगा है। साकेत महाविद्यालय से परीक्षाओं के स्थगन की उठी मांग की आंच विश्वविद्यालय आवासीय परिसर में भी पहुंच गयी है। इससे विश्वविद्यालयी सम-सेमेस्टर परीक्षाओं पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। परीक्षाएं 31 मई शुक्रवार से शुरू होंगी। दूसरी ओर विश्वविद्यालय प्रशासन का अड़ियल रवैया बरकरार है। विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक उमानाथ ने बुधवार को निर्गत पत्र में साकेत महाविद्यालय प्राचार्य प्रो. डॉ. अभय कुमार सिंह की अनुपस्थिति में केंद्राध्यक्ष नामित प्रो. डॉ. अनिल कुमार सिंह को भी उनके दायित्व से हटा दिया है। बताया गया कि डा. सिंह के स्थान पर विश्वविद्यालय की ओर से वाणिज्य विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक प्रो. अशोक कुमार मिश्र को केंद्राध्यक्ष नामित किया गया और महाविद्यालय प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष दीप कृष्ण वर्मा के माध्यम से प्रेषित किया गया। इस बीच जानकारी मिली कि प्रो. मिश्र ने भी 31 मई से प्रस्तावित परीक्षा कराने से हाथ खड़ा कर दिया है। उधर बताया गया कि विवि आवासीय परिसर की परीक्षाओं को भी स्थगित करने की मांग के समर्थन में विश्वविद्यालय शिक्षक संघ भी खुलकर मैदान में आ गया है। वहीं साकेत महाविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ ने भी महाविद्यालय शिक्षक संघ को समर्थन देते हुए परीक्षाओं के बहिष्कार की योजना तय की है।
परीक्षा कराने से शिक्षकों ने किनारा कसा
अवध विश्वविद्यालय से सम्बद्व अनुदानित महाविद्यालय एवं स्व-वित्तपोषित महाविद्यालय के शिक्षकों ने स्नातक एवं परास्नातक सम-सेमेस्टर की 31 मई से शुरू हो रही परीक्षा कराने से किनारा कस लिया है। अवध विवि-महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रो. विजय प्रताप सिंह एवं महामंत्री प्रो. जितेन्द्र सिंह के नेतृत्व में शिक्षकों ने परिसर स्थित शिक्षक संघ भवन पर प्रदर्शन किया। शिक्षकों ने विवि प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और ग्रीष्मावकाश में परीक्षा का बहिष्कार किया। प्रदर्शन करने वाले शिक्षकों का कहना था कि 12 मई को विवि से सम्बद्ध महाविद्यालयों के शिक्षकों की आम सभा के परीक्षा बहिष्कार के निर्णय के बावजूद कुलपति प्रो. प्रतिभा गोयल ने 18 मई को 31 मई से परीक्षा कराने की समय सारणी जारी कर दी। परीक्षा समिति के एजेंडे में आगामी परीक्षा को न रखकर परीक्षा समिति भी करा दी गई। परीक्षा समिति में संघ के सदस्यों को कुलपति की अनुमति से इस विषय पर वार्ता की भी अनुमति नहीं दी गई। शिक्षकों ने कुलपति पर मनमानी एवं तानाशाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मौसम विभाग द्वारा हीट वेव में अलर्ट जारी किया गया है।
बिहार में लू से 150 से ज्यादा छात्र गश खाकर गिरे
भीषण गर्मी से औरंगाबाद और रोहतास में दो लोगों की जान गई
राज्य के सभी स्कूल और कोचिंग आठ जून तक बंद
पटना,हिन्दुस्तान ब्यूरो। बिहार में भीषण गर्मी और लू से 150 से ज्यादा छात्र बेहोश हो गए। इलाज के लिए उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा। गर्मी को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल आठ जून तक बंद कर दिए गए हैं। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद बुधवार को स्कूली बच्चों और शिक्षकों को राहत मिली है।पूर्वी बिहार और उत्तर बिहार में तीखी धूप व गर्मी ने आमजन को बेहाल कर दिया। बिहारशरीफ में सड़क पर ड्यूटी दे रही एक महिला सिपाही भी गर्मी में गश खाकर गिर पड़ी। वहीं, रोहतास और औरंगाबाद में एक-एक बुजुर्ग की मौत हो गई। एक छात्र और अन्य की लू लगने से मौत की आशंका है। गर्मी का कहर सबसे ज्यादा स्कूली बच्चों पर टूटा है। डॉक्टरों का कहना है कि सुबह खाली पेट स्कूल आने और गर्मी की वजह से बच्चों, शिक्षक और शिक्षिकाओं की तबीयत बिगड़ी।सासाराम में लू लगने से एक छात्र और वृद्ध की मौत हो गई। सारण जिले में 50 से अधिक स्कूली बच्चे बीमार पड़ चुके हैं। औरंगाबाद में एक शिक्षिका और चार स्कूली बच्चों की तबीयत बिगड़ी। बेगूसराय में 33 बच्चे बेहोश हो गए। भोजपुर में भी दो शिक्षिकाएं व पांच विद्यार्थी बेहोश हुए। बिहारशरीफ में 18 बच्चे और दो महिला सिपाही बेहोश हो गईं। जमुई, लखीसराय और मुंगेर में 100 से अधिक बच्चे बेहोश हो गए। सुपौल जिले में बुधवार को अधिकतम तापमान 38 तो मधेपुरा में 41 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
विजयवाड़ा अधिक देर तक गर्म
रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 10 बड़े शहरों में मई 2024 में 100 घंटे से अधिक उच्च गर्मी का स्तर रहा। इसमें विजयवाड़ा में सबसे ज्यादा 196 घंटे तक गर्मी महसूस की गई। वहीं कोलकाता में 126 घंटे, मुंबई में 104 घंटे तक उच्च ताप का स्तर रहा। इसके अलावा सूरत, वड़ोदरा और अहमदाबाद में भी कमोबेश यही हालात रहे।
एक साल में बढ़ गया तापमान
पिछले साल मई में जिन शहरों में गर्मी का तनाव 10 से 30 घंटे तक था, वह इस साल मई में 100 घंटे से अधिक हो गया है।
कई शहरों में 100 घंटे तक झुलसाने वाली गर्मी
इस साल मई में गर्मी का तापमान 2023 की मई की तुलना में काफी बढ़ गया है। क्लाइमेट टेक स्टार्टअप रेस्पायरर लिविंग साइंसेज के आंकड़ों के अनुसार, देश के सबसे बड़े शहरों में मई में 100 घंटे से अधिक गर्मी का तनाव देखा गया। चुनावी मौसम के बीच 65 मिलियन से अधिक आबादी वाले शहरों में गर्मी और आर्द्रता उच्च स्तर पर रही। मंजुल पॉल की रिपोर्ट-
तटीय शहरों में उमस
मई के शुरुआत होते ही देश के तटीय शहरों में उमस भरी गर्मी का असर देखा गया। मई के पहले हफ्ते में अधिकतम 96 घंटे तक गर्मी का स्तर रहा। चौथे हफ्ते तक आते-आते गर्मी के घंटों का असर कम हो गया।
कम आर्द्रता का स्तर
भारत के कई शहरों में कम आर्द्रता का स्तर रहा, लेकिन गर्मी के घंटों में कोई राहत नहीं मिली। इसमें पहले हफ्ते में जहां शुष्क गर्मी वाले घंटे कम रहे, वहीं चौथे हफ्ते तक यह आंकड़ा पांच से 13 गुना अधिक हो गया।
सेहत को लकवा मार रही भयंकर गर्मी
मुरादाबाद। तीन हफ्ते से पड़ रही भयंकर गर्मी ने लोगों की सेहत पर लकवा मार देने के हालात पैदा कर दिए हैं। चिकित्सकों के पास लकवा यानि फालिज जैसे लक्षण वाले मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। आयुर्वेद चिकित्सकों के मुताबिक बार-बार पानी पीने पर भी प्यास का नहीं बुझना गर्मी के चलते होने वाले फालिज के अटैक का शुरुआती लक्षण हो सकता है। विश्व आयुर्वेद परिषद के प्रांतीय पदाधिकारी डॉक्टर संजीव सक्सेना ने बताया कि हीट स्ट्रोक के असर से बार-बार खूब पानी पीने पर भी प्यास नहीं बुझना आयुर्वेद में तृष्णा रोग के रूप में परिभाषित किया गया है। समय से उपचार नहीं मिलना जानलेवा हो सकता है। डिहाइड्रेशन हो जाने पर लापरवाही करने से शरीर में सोडियम, पोटेशियम आदि इलेक्ट्रोलाइट की भारी कमी पैदा हो जाती है। शरीर का बेजान हो जाना, चलने फिरने में दिक्कत, चक्कर, बेहोशी आने की समस्या वाले मामले पिछले पांच दिनों से काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। ये सभी ब्रेन अटैक यानि लकवा के लक्षण हैं। अत्यधिक तपिश और गर्मी की वजह से दिमाग की नसों में ऑक्सीजन की कमी होने से चक्कर और बेहोशी आने की स्थिति बन जाती है। समय से समुचित उपचार नहीं मिलना मरीज के लिए जानलेवा हो सकता है।
विश्व आयुर्वेद परिषद की मुरादाबाद शाखा के सचिव डॉक्टर राघव शर्मा ने बताया कि सामान्यत अत्यधिक गर्मी के असर से मरीजों का ब्लड प्रेशर घटने के केस ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन हीट स्ट्रोक के कहर से हाई बीपी से पीड़ित कई मरीजों का बीपी बहुत ज्यादा बढ़ जाने का परिदृश्य भी सामने आ रहा है। हार्ट की समस्या से पीड़ित मरीजों की पीड़ा भी अत्यधिक गर्मी में बढ़ रही है।
हीट स्ट्रोक के असर से तृष्णा, लकवा, बेहोशी से पीड़ित मरीज को अन्य जरूरी चिकित्सकीय उपचार देने के साथ ही नारियल की क्रीम का शेक बनाकर देना बहुत ज्यादा फायदेमंद है। कमरे का तापमान अधिक हो जाने की स्थिति में सिर पर गीला कपड़ा रखकर बैठें। सत्तर साल और इससे अधिक उम्र के बुजुर्गों के लिए हीट स्ट्रोक से बचे रहने को यह बहुत जरूरी है।
डॉ.संजीव सक्सेना, प्रांतीय पदाधिकारी, विश्व आयुर्वेद परिषद
हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए तरल पदार्थ अधिक से अधिक मात्रा में लें। थोड़ी-थोड़ी देर में घूंट-घूंट भरकर ठंडा पानी पीते रहने से इसका खतरा कम हो जाता है। गर्मी लगने से हाई बीपी के मरीजों का ब्लड प्रेशर बढ़ जाने पर नीबू पानी, शिकंजी, ठंडे पानी में ग्लूकोज डालकर पीना बहुत फायदेमंद हो सकता है। किन्हीं कारणों से ठंडा पानी नहीं पीकर सादा पानी ही पीने की हठधर्मिता खतरनाक हो सकती है।
डॉ. राघव शर्मा, सचिव, मुरादाबाद शाखा, विश्व आयुर्वेद परिषद
दिन के समय अत्यधिक गर्म वातावरण में बाहर रहने वाले और शारीरिक मेहनत करने वाले लोग खाने में नमक की मात्रा बढ़ा दें। अन्यथा, बीपी बहुत कम होने से कमजोरी, थकावट, शरीर निढाल हो जाने का खतरा बढ़ जाता है। नमक और चीनी डालकर नीबू की शिकंजी पीना फायदेमंद है। मौजूदा मौसमी हालात में शारीरिक मेहनत करने वाले लोगों को अन्य लोगों की तुलना में डेढ़ से दोगुना अधिक नमक खाने की जरूरत है।
डॉ. नितिन बत्रा, परामर्श चिकित्सक
खेल में निपुण होंगे परिषदीय स्कूलों के विद्यार्थी, दिया जाएगा प्रशिक्षण
आउटडोर इंडोर, आउटडोर खेल का क्रमवार कराया जाएगा अभ्यास, धनराशि जारी
प्रतापगढ़। परिषदीय विद्यालयों के विद्यार्थियों को पढ़ाई के साथ खेल में भी निपुण बनाया जाएगा। फुटबॉल, वालीबॉल सहित अन्य खेलों के अभ्यास की सुविधा दी जाएगी। खेलो इंडिया, फिट इंडिया अभियान के तहत विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।जिले में 2264 परिषदीय विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें 667 उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। विद्यालयों के विद्यार्थियों को आउटडोर और इंडोर खेल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। खेल में एथलेटिक्स, फुटबॉल और वालीबॉल का प्रशिक्षण दिया जाएगा। वहीं इंडोर खेल में शतरंज, बैडमिंटन और कैरम का प्रशिक्षण देकर खेल में दक्ष बनाया जाएगा। खेलकूद सामग्री के लिए पूर्व में ही विद्यालयों को धनराशि आवंटित कर दी गई।विद्यालयों में नियमित रूप से खेलों का प्रशिक्षण देने का आदेश दिया गया है। जिले के 17 ब्लॉकों में बीआरसी पर कार्यरत खेल शिक्षक प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देंगे। उच्च प्राथमिक विद्यालय में तैनात अनुदेशक कक्षा से छह से आठ तक के विद्यार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे। प्राथमिक विद्यालय मल्हपुर की बालिकाओं ने फुटबॉल और वॉलीबॉल में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर दूसरा स्थान प्राप्त किया था। बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि शासन के आदेश के बाद विद्यालयों में बच्चों को प्रतिदिन खेल का अभ्यास कराया जाएगा। जिला, मंडल और राज्य स्तर पर आयोजित होने वाली प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को प्रतिभाग कराया जाएगा।
जुलाई माह से होगा खेलकूद अभ्यास
जुलाई के तीसरे सप्ताह में जूनियर बालक-बालिका हॉकी, चौथे सप्ताह में तैराकी, अगस्त के प्रथम सप्ताह में कुश्ती, हैंडबॉल, दूसरे सप्ताह में वालीबॉल, वैडमिंटन, फुटबॉल, तीसरे सप्ताह में खो-खो, सितंबर के प्रथम सप्ताह में एथलेटिक्स, दूसरे सप्ताह में जिम्नास्टिक, तीसरे सप्ताह में क्रिकेट, चौथे सप्ताह में कबड्डी, अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में योगासन, दूसरे सप्ताह में व्यायाम का क्रमवार अभ्यास कराया जा
परिषदीय विद्यालयों में बनेगी डेल्प डेस्क अभिभावकों और बच्चों को मिलेगी पूरी जानकारी
ज्ञानपुर। परिषदीय स्कूलों में भी अब कॉन्वेट स्कूलों की तर्ज पर हेल्प डेस्क बनाई जाएगी।इससे बच्चों और उनके अभिभावकों को हर सरकारी सुविधाओं और योजनाओं की सहजता से जानकारी मिलेगी। इसके अलावा डेस्क पर अभिभावकों को बच्चों की शैक्षिक प्रगति के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई से बेसिक स्कूलों डेस्क बनाई जाएगी। डेस्क पर अभिभावक अपनी शिकायत भी दर्ज करा सकेंगे। जिले में बेसिक शिक्षा विभाग के अंतर्गत प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक व कंपोजिट को मिलाकर कुल 892 विद्यालय संचालित हैं। जिसमें करीब 1.60 लाख बच्चे पंजीकृत हैं। बच्चों के शैक्षिक विकास को लेकर विभाग की ओर से तमाम प्रयास किए जा रहे हैं। परिषदीय विद्यालयों में नामांकन कराने वाले बच्चों को निशुल्क पुस्तकें दी जा रही हैं। इसके अलावा अन्य कई योजनाएं चल रही हैं। इन योजनाओं की जानकारी अभिभावकों तक पहुंच सके। इसके लिए परिषदीय विद्यालयों में अब हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। डेस्क के जरिये बच्चों की समस्याएं सुलझाई जाएंगी। डेस्क का उद्देश्य छात्रहित है।
गुजारा भत्ता का आदेश देने से पहले मांगें पति-पत्नी की आय का ब्योरा
प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने पुनरीक्षण याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट के रजनेश बनाम नेहा केस का हवाला देते हुए कहा कि गुजारा भत्ता आदेश देने से पहले पति-पत्नी की आय और व्यय के ब्योरे का हलफनामा लेकर आदेश जारी करें। कहा कि इस आदेश की अधिकांश परिवार अदालतों की ओर से अवहेलना करने की प्रवृत्ति ठीक नहीं। कोर्ट ने प्रदेश के सभी प्रधान परिवार न्यायाधीशों से अनुपालन रिपोर्ट मांगी है। यह आदेश न्यायाधीश न्यायमूर्ति विनोद दिवाकर ने निर्मल कुमार फूकन की याचिका की सुनवाई करते हुए दिया है। अधिवक्ता सुनील कुमार ने बहस की।मामले में परिवार अदालत औरैया की ओर से पत्नी को गुजारा भत्ता देने के आदेश को पति ने पुनरीक्षण याचिका दायर कर चुनौती दी। इस पर कोर्ट ने पति-पत्नी दोनों को अपनी संपत्ति व जिम्मेदारी के व्योरे के साथ हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है। सरकारी वकील ने दलील दी कि परिवार अदालत ने बिना आय व्यय का दोनों पक्षों से ब्योरा लिए गुजारा भत्ता का आदेश देकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवमानना की है। कहा सुप्रीम कोर्ट का फैसला सभी संबंधित अदालतों को भेजा गया है। प्रशिक्षण भी आयोजित किए गए हैं।इस पर कोर्ट ने प्रधान न्यायाधीश परिवार अदालत औरैया सहित सभी परिवार अदालतों से सील कवर अनुपालन रिपोर्ट मांगी है। साथ ही सफाई भी मांगी है कि अदालतें आदेश को क्यों समझ नहीं पा रही हैं। मामले में अगली सुनवाई 10 जून को होगी
सेवा विस्तार वाले राज्य पुरस्कृत शिक्षकों को सत्रांत का लाभ नहीं
लखनऊ। इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने बुधवार को एक अहम फैसले में कहा कि 65 साल तक का सेवा विस्तार पाने वाले वाले राज्य पुरस्कृत शिक्षकों को प्रावधान न होने से सत्रांत का लाभ नहीं दिया जा सकता है। इस नजीर के साथ न्यायमूर्ति श्रीप्रकाश सिंह की एकल पीठ ने लखनऊ के बख्शी का तालाब इंटर कॉलेज के तदर्थ प्रधानाचार्य के रूप में कार्यरत रहे कृष्ण कुमार शुक्ल की याचिका खारिज कर दी।बता दें याची ने विभाग से बीती 10 जनवरी को भेजी गई रिटायरमेंट नोटिस को चुनौती दी थी। इसमें उसकी सेवानिवृत्ति की तिथि 30 अप्रैल 2024 कही गई थी। याची का कहना था कि वर्ष 2020 में उसे राज्य शिक्षक पुरस्कार मिला। इसके तहत 65 वर्ष तक का सेवा विस्तार भी मिला। ऐसे में उसे सत्रांत का लाभ देकर 31 मार्च 2025 तक सेवारत रखा जाना चाहिए था। लिहाजा उन्होंने अवैधानिक तरीके से 30 अप्रैल 2024 को सेवानिवृत्त करने संबंधी आदेश को रद्द कर दिया जाए। उधर, मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र कुमार सिंह ने 10 जनवरी के आदेश को उचित कहकर याचिका का विरोध किया। कोर्ट ने फैसले में कहा कि 29 मार्च 2022 के सरकारी आदेश के तहत ऐसे राज्य पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को सत्रांत का लाभ देने के लिए नहीं कहा गया है, जिन्हें 65 साल तक का सेवा विस्तार मिला हो। ऐसे में उन्हें सत्रांत का लाभ देने का प्रावधान न होने की वजह से याची को भी यह लाभ मंजूर नहीं किया जा सकता। कोर्ट ने इस टिप्पणी के साथ याचिका को मेरिट विहीन करार देकर खारिज कर दिया।
टीईटी का फर्जी अंक पत्र लगाने पर शिक्षिका की सेवाएं समाप्त
चित्रकूट। शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) का फर्जी अंक पत्र लगाकर दस साल से नौकरी कर रही एक शिक्षिका की सेवाएं समाप्त करने की नोटिस जारी किया है। इससे शिक्षा विभाग में हडकंप मचा है।कई और शिक्षक इस जांच के दायरे में हैं। बीएसए लव प्रकाश सिंह ने बताया कि 1 सितंबर को 2023 को लखनऊ की स्पेशल टास्क फोर्स के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का पत्र प्राप्त हुआ कि शिक्षक भर्ती में हुई अनियमिताओं की शिकायत की जांच उनके द्वारा की जा रही है। उन्होंने इस संबंध में जिले की रामनगर विकास खंड के कंपोजिट प्राथमिक विद्यालय राजापुर में सहायक अध्यापक पद पर कार्यरत मंजू देवी के प्रपत्र मांगे। उन्होंने 10 नवंबर को 2023 के माध्यम से पत्र को भेज दिया। 20 फरवरी 2024 को शिक्षक पात्रता परीक्षा टीईटी वर्ष 2011 जो प्रपत्र दिया गया है। उसमें दिए गया रोल नंबर के आधार पर प्रयागराज माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से जानकारी ली गई तो बताया गया कि इस रोलनंबर में मंजू देवी (ओबीसी) मात्र 54 अंक प्राप्त किया है। उनका परीक्षा फल अनुत्तीर्ण हैं।
आज से डाउनलोड करें बीएड प्रवेश परीक्षा के प्रवेश पत्र
झांसी। बुंदेलखंड विवि द्वारा कराई जाने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा के प्रवेश पत्र बृहस्पतिवार से विश्वविद्यालय की वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकेंगे। परीक्षा नौ जून को प्रदेश के 51 जिलों में होगी। विवि प्रशासन परीक्षा की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा है विश्वविद्यालय द्वारा सभी आवेदकों के प्रवेश पत्र तैयार कर लिए गए हैं, जिन्हें अभ्यर्थी www.bujhan- si.ac.in से बृहस्पतिवार से डाउनलोड कर सकेंगे।
मानव संपदा पोर्टल पर 21 हजार अधिकारियों का विवरण नहीं
सभी विभाग प्रमुखों को दिए गए विवरण अपलोड करने के निर्देश
लखनऊ। अधिकारियों के सेवा संबंधी विवरणों के ऑनलाइन रखरखाव और मेरिट आधारित ट्रांसफर के लिए मानव संपदा पोर्टल विकसित किया गया है। इसके जरिये गोपनीय प्रविष्टियां भी भेजी जाती हैं। जबकि 21 हजार से अधिक अधिकारियों के विवरण इस पोर्टल पर उपलब्ध नहीं है।वर्ष 2023-24 के लिए समूह 'क' व 'ख' के अधिकारियों की गोपनीय प्रविष्टियों को ऑनलाइन दाखिल करने में दिक्कत आ रही है। इसे दूर करने के लिए सभी अधिकारियों के कामकाज की रिपोर्ट 31 मई तक दाखिल करने के निर्देश दिए गए हैं। इस श्रेणी में 59,198 अधिकारी हैं जबकि पोर्टल पर अभी तक 37,405 अधिकारियों का विवरण अपलोड किया गया है। इसमें भी कई गलतियां हैं। शासन ने इन गलतियों को दूर करने के साथ ही शेष 21 हजार से अधिक अधिकारियों के विवरण जल्द अपलोड करने के निर्देश दिए हैं। वहीं, सभी अपर मुख्य सचिवों, प्रमुख सचिवों, सचिवों और विभागाध्यक्षों से कहा है कि कार्मिक विभाग की समीक्षा में पाया गया कि अधिकारियों की सही संख्या पोर्टल पर पंजीकृत नहीं है। रिटायर्ड व मृत अधिकारियों का विवरण भी पोर्टल में दिख रहा है। कई विभागों ने समूह ग के कर्मचारियों का विवरण भी अपलोड कर दिया है। इतना ही नहीं, संविदा कर्मचारियों का पंजीकरण भी कर दिया गया है, जो गलत है। कुछ विभागों ने स्वायत्तशासी अधिकारियों को भी शामिल कर उनका विवरण अपलोड कर दिया है।
नगर व कस्बों से सटे विद्यालयों में शिक्षकों की भरमार
श्रावस्ती। परिषदीय विद्यालयों में छात्र संख्या के आधार पर शिक्षकों की तैनाती के आदेश का अनुपालन जिले में नहीं हो रहा है। एक तरफ जहां नगर व कस्बों से सटे विद्यालयों में शिक्षकों की भरमार है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों के 34 विद्यालय एकल शिक्षक के सहारे हैं।परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षक भिनगा व इकौना नगर सहित कटरा, गिलौला, जमुनहा, सिरसिया सहित मार्ग के किनारे स्थित विद्यालयों में अपनी तैनाती करा लेते हैं। ऐसे में कस्बा व बाजार सहित मुख्य मार्ग किनारे संचालित कई विद्यालयों में छात्र संख्या के अनुरूप ज्यादा शिक्षकों की तैनाती है। वहीं इसके विपरीत दूरदराज व ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षक जाने से कतरा रहे हैं। यही कारण है कि जिले के 34 विद्यालय एकल शिक्षक के सहारे हैं। इनमें हरिहरपुररानी विकास क्षेत्र में 11, जमुनहा व गिलौला में सात-सात, इकौना में पांच व सिरसिया क्षेत्र के चार विद्यालय शामिल हैं। जहां शिक्षकों का समायोजन न हुआ तो चालू शिक्षा सत्र में भी छात्रों को एकल शिक्षकों के सहारे शिक्षा ग्रहण करेंगे।
एससी-एसटी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए दोगुनी होगी आयसीमा
लखनऊ। छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेने के लिए अनुसूचित जाति व जनजाति के विद्यार्थियों के लिए आयसीमा बढ़ाकर पांच लाख रुपये सालाना की जाएगी। अभी यह ढाई लाख रुपये है। समाज कल्याण विभाग इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर रहा है। जुलाई तक प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है।प्रदेश में हर साल अनुसूचित जाति व जनजाति के करीब 13.5 लाख विद्यार्थी छात्रवृत्ति और शुल्क भरपाई योजना का लाभ पाते हैं। केंद्र सरकार योजना का लाभ पाने वालों के लिए सालाना आयसीमा बढ़ाने पर विचार कर रही है। इसलिए यूपी के समाज कल्याण विभाग ने भी आयसीमा बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि आयसीमा पांच लाख रुपये करने से डेढ़ से दो लाख और विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। वहीं सामान्य, पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग के विद्यार्थियों के लिए भी आयसीमा दो लाख रुपये से बढ़ाकर 2.5 लाख रुपये किए जाने पर विचार किया जा
चुनाव बाद स्कूलों में शिक्षकों का अनुपात ठीक करेगी सरकार
लखनऊ, प्रमुख संवाददाता।चुनाव आचार संहिता समाप्त होने के तत्काल बाद राज्य सरकार प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों का अनुपात ठीक करेगी। इसके तहत सरप्लस शिक्षकों का जिले के अंदर ही समायोजन कर स्कूलों में छात्र शिक्षक अनुपात को एक समान या बेहतर बनाया जाएगा। पिछले करीब डेढ़ दशक से समायोजन नहीं होने से विद्यालयों में शिक्षकों के अनुपात में बड़ी असमानता आ गई है। हालत यह है कि शहर या शहरी क्षेत्र के आसपास के विद्यालयों में सरप्लस शिक्षक तैनात हैं जबकि दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूल एकल या दो शिक्षकों के भरोसे चल रहे हैं।ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग ने तय किया है कि चुनाव बाद एक या दो शिक्षकों के भरोसे चल रहे स्कूलों को छात्र-शिक्षक अनुपात के मानक के अनुसार शिक्षकों की तैनाती कर दी जाएगी। इस संबंध में विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। दरअसल, दूसरे जिलों में तबादले और सेवानिवृत्त की वजह से बड़ी संख्या में स्कूलों में शिक्षकों की कमी हो गई है। ज्यादातर स्कूलों में छात्र संख्या पहले जैसी ही रहने और उसकी तुलना में शिक्षकों की कमी के कारण शैक्षिक कार्य प्रभावित हो रहा है।इसके अलावा अधिकतर स्कूलों में शिक्षकों के बेतरतीब आवंटन की भी बड़ी शिकायतें हैं, जिसे ध्यान में रख कर विभाग ने सरप्लस शिक्षकों का समायोजन का निर्णय किया है। इस संबंध में विभाग ने सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को मानव संपदा पोर्टल पर शिक्षकों और बच्चों की संख्या की जानकारी 31 जून तक अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।करीब 15 सालों से शिक्षकों के समायोजन का कार्य नहीं हुआ है। लिहाजा विभाग की ओर से समायोजन का कार्य शुरू करने से पहले मानव संपदा पोर्टल के डाटा को अपडेट किया जाना है ताकि पूरे प्रदेश में प्रत्येक जिले में सही प्रकार से शिक्षकों का समायोजन किया जा सके।
स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती के ये हैं मानक
प्राइमरी स्कूलों में 30 बच्चों पर एक शिक्षक, 45 बच्चों पर दो शिक्षक, 60 बच्चों पर तीन शिक्षक, 75 बच्चों पर चार शिक्षक तथा 90 बच्चों पर पांच शिक्षक के मानक तय किए गए हैं। परन्तु वर्तमान में इस मानक के अनुसार 85 फीसदी स्कूलों में शिक्षकों की तैनाती कतई नहीं है।
क्या कहते हैं शिक्षक संगठन
छात्रों के अनुपात में शिक्षकों की तैनाती होने से बच्चों को बेहतर शिक्षा मिलेगी। हमारा संगठन शिक्षकों के समायोजन की मांग लम्बे समय से करता आ रहा है। अब विभाग ने इसकी सुधि ली है जो स्वागत योग्य है।
अनिल यादव, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश बीटीसी शिक्षक संघ।
यूपी बोर्ड : स्क्रूटनी के लिए 29555 परीक्षार्थियों ने किया आवेदन
प्रयागराज, प्रमुख संवाददाता।यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के परिणाम से असंतुष्ट 29555 छात्र-छात्राओं ने स्क्रूटनी (सन्निरीक्षा) के लिए ऑनलाइन आवेदन किया है। बोर्ड की वेबसाइट www.upmsp.edu.in पर 14 मई तक आवेदन मांगे गए थे। सचिव दिब्यकांत शुक्ल के अनुसार प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय से सर्वाधिक 12206 तो बरेली से सबसे कम 2596 परीक्षार्थियों ने सन्निरीक्षा के लिए फॉर्म भरा है। स्क्रूटनी का परिणाम जुलाई के पहले सप्ताह में घोषित होने की संभावना है।लिखित एवं प्रयोगात्मक खंड के लिए 500 रुपये प्रति प्रश्नपत्र की दर से शुल्क चालान के माध्यम से राजकीय कोषागार में जमा करते हुए ऑनलाइन फॉर्म के प्रिंटआउट के साथ चालान पत्र संलग्न कर रजिस्टर्ड डाक से बोर्ड के संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय को 14 मई तक भेजना था। पिछले साल साल की अपेक्षा पांच हजार अधिक आवेदन मिले हैं। पिछले साल कुल 24557 (हाईस्कूल 3903 व इंटर 20654) परीक्षार्थियों ने स्क्रूटनी के लिए आवेदन किया था।
उत्तर-मध्य भारत में आज से कम होने लगेगा लू का कहर
नई दिल्ली, एजेंसी। उत्तर और मध्य भारत में जारी लू का कहर गुरुवार से धीरे-धीरे कम होने लगेगा। अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस की कमी आएगी। हालांकि, तब तक प्रचंड गर्मी का दौर जारी रह सकता है। मौसम विभाग ने बुधवार को यह अनुमान जारी किया।मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में झुलसाने वाली गर्मी की स्थिति जारी रही। इन राज्यों में एक जून तक लू की स्थिति यथावत जारी रहने का अनुमान है। इसके बाद धीरे-धीरे इसमें कमी आएगी। विभाग ने कहा, बिहार, झारखंड, ओडिशा, विदर्भ, छत्तीसगढ़, जम्मू संभाग और हिमाचल प्रदेश में भी शुक्रवार तक लू का अनुमान है।उत्तर भारत के कई हिस्सों में बुधवार को अधिकतम तापमान 46-50 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
निदेशालय में सन्नाटा फरियादी नदारद
प्रयागराज।आमतौर पर फरियादियों और कर्मचारियों से गुलजार रहने वाले शिक्षा निदेशालय में सन्नाटा पसरा है। कर्मचारी कमरों में सिर छुपाए हैं और एक भी फरियादी दिखाई नहीं पड़ रहा है। अपर निदेशक माध्यमिक सुरेन्द्र कुमार तिवारी अपने चेंबर में काम में व्यस्त हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग के ही अधिकारी सीएल चौरसिया, राजेन्द्र प्रताप आदि कोर्ट की पैरवी संबंधी फाइलों में सिर खपा रहे हैं। कर्मचारी संघ के अध्यक्ष घनश्याम यादव ने बताया कि ऐसी गर्मी कभी नहीं पड़ी न ही निदेशालय परिसर में कभी इतना सन्नाटा देखने को मिला है।
कैशलेस इलाज की अनुमति एक घंटे के भीतर देनी होगी
नई दिल्ली, एजेंसी। बीमा नियामक एवं विकास प्राधिकरण (इरडा) ने बुधवार को स्वास्थ्य बीमाधारकों को बड़ी राहत दी। इरडा ने बीमा कंपनियों को निर्देश दिया है कि उन्हें अस्पताल द्वारा अनुरोध किए जाने के एक घंटे के भीतर कैशलेस इलाज की अनुमति देनी होगी।मरीज के भर्ती होने के बाद अस्पताल बीमा कंपनियों के पास कैशलेस इलाज शुरू करने के लिए अनुराध भेजते हैं। इसे मंजूरी देने में बीमा कंपनियां कभी-कभी 10-12 घंटे से भी अधिक का वक्त लगा देती हैं। अब इरडा ने एक सर्कुलर जारी कर स्पष्ट दिया है कि बीमा कंपनी को एक घंटे के भीतर नकदी-रहित इलाज की अनुमति देने पर निर्णय लेना होगा। इसके साथ ही इरडा ने स्वास्थ्य बीमा उत्पादों पर पहले जारी किए गए 55 सर्कुलर को निरस्त कर दिया है। इरडा का कहना है कि इस फैसले से दावा निपटान तेजी से होगा।
चीन में घूसखोर पूर्व बैंकर को मृत्युदंड
बीजिंग, एजेंसी। चीन की एक अदालत ने 15.1 करोड़ डॉलर की घूस लेने के जुर्म में एक पूर्व बैंकर को मौत की सजा सुनाई है, जो अपने आप में विरला मामला है।चीन की सरकारी समाचार एजेंसी ‘शिन्हुआ’ ने बुधवार को बताया कि चाइना हुआरोंग इंटरनेशनल होल्डिंग्स (सीएचआईएच) के पूर्व महाप्रबंधक बाई तिआनहुई को मंगलवार को तिआनजिन की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई। तिआनजिन की एक अदालत द्वारा सुनाए फैसले के अनुसार उसके आजीवन राजनीतिक अधिकार भी छीन लिए गए और उसकी सारी संपत्ति जब्त कर ली गई है। उसकी अवैध आय को बरामद किया जाएगा और उसे सरकारी खजाने में जमा कराया जाएगा। अदालत ने कहा कि बाई ने भारी रकम के बदले में अधिग्रहण और परियोजनाओं के वित्त पोषण में दूसरों की मदद करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। उसने कहा कि बाई के कृत्य रिश्वत का अपराध हैं। अपराध की परिस्थितियां गंभीर है और इसका सामाजिक असर बहुत खराब है, जिससे देश और लोगों के हितों को काफी नुकसान पहुंचा है।बाई भ्रष्टाचार के लिए मौत की सजा पाने वाला चीन का दूसरा अधिकारी है। जनवरी 2021 में भी इसी अदालत ने सीएचएएम के पूर्व चेयरमैन लाई शियोमिन को मौत की सजा सुनाई थी।
गोण्डा से ब्यूरो रिपोर्ट शिव शरण