कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने लखनऊ में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। अपने संबोधन की शुरुआत उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन के बारे में जानकारी देते हुए की। उन्होंने कहा कि अब तक चार चरणों के चुनाव हो चुके हैं। इंडिया गठबंधन काफी आगे है। जनता ने नरेंद्र मोदी की विदाई तय कर दी है। कहा कि ये चुनाव विचारधारा की लड़ाई है। एक तरफ वो लोग हैं जो कुछ अमीरों के लिए धर्म का इस्तेमाल करके लड़ रहे हैं और दूसरी तरफ वो लोग हैं जो कि देश के गरीबों के लिए और युवाओं के लिए लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये लड़ाई आरक्षण और संविधान बचाने की लड़ाई है। ये चुनाव को देश के भविष्य और संविधान को बचाने के लिए है। संविधान बचेगा तो ही आरक्षण भी बचेगा।
उन्होंने कहा कि तानाशाही में लोगों के वोट देने का अधिकार भी सुरक्षित नहीं रहेगा। भाजपा के लोग प्रत्याशियों को डराकर नामांकन दाखिल नहीं करने दे रहे हैं। हैदराबाद में भाजपा प्रत्याशी मुस्लिम महिलाओं का बुर्का हटाकर देख रही है। यहां तक की बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को भी डराया जा रहा है। इन सबके बावजूद इंडिया गठबंधन आगे है। भाजपा काफी पीछे है। खरगे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान का भी जिक्र किया और कहा कि उन्होंने संविधान को बदलने की बात की थी। भाजपा के कई नेता संविधान बदलने की बात करते रहते हैं लेकिन इन सब लोगों को मोदी कभी नहीं मना करते हैं।
जातीय जनगणना हमारा एजेंडा
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हम सत्ता में आने पर जातीय जनगणना कराएंगे। इससे लोगों की सामाजिक, आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगेगा। ये हम देश को कमजोर करने के लिए नहीं कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी हमारे घोषणा पत्र के बारे में झूठ फैला रहे हैं। वो बताते हैं कि कांग्रेस लोगों की संपत्ति का सर्वे करवाएगी। उन्होंने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा कि वो जितना कांग्रेस को गाली देते हैं उतना तो राम का नाम नहीं लेते हैं।
हम सत्ता में आएंगे तो पांच की जगह 10 किलो अनाज देंगे
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि देश के 80 करोड़ गरीबों को हम मुफ्त अनाज दे रहे हैं। उन्होंने ये नहीं बताया कि खाद्य सुरक्षा कानून तो हम लेकर आए। इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी तो हम 10 किलो अनाज देंगे। हमने कर्नाटक में किया है तेलंगाना में किया है।