प्रयागराज: काशी तमिल संगमम् के तृतीय दल के सदस्यों का मा0 महापौर एवं मा0 एमएलसी जी ने भव्य रूप से स्वागत एवं सम्मान किया
मा0 प्रधानमंत्री जी ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता एवं मजबूती प्रदान करने, भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियों को एक माला में पिरोने का काम किया है-मा0 महापौर
हमारे भारत की संस्कृति ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करती है-मा0 उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी
‘‘काशी तमिल संगमम्’’ यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति, आध्यात्मिक विरासत को जानने और समझने का मिल रहा अवसर-मा0 श्री सुरेन्द्र चौधरी
प्रयागराज 08 दिसम्बर, 2025
‘‘काशी तमिल संगमम्’’ कार्यक्रम के तृतीय दल के सदस्यों का सोमवार को जनपद प्रयागराज आगमन पर मा0 महापौर श्री उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी, मा0 विधान परिषद सदस्य श्री सुरेन्द्र चौधरी एवं नगर मजिस्टेªट श्री विनोद कुमार सिंह के द्वारा तिलक लगाकर एवं माला पहनाकर टीम के सदस्यों का भव्य रूप से स्वागत किया गया। तृतीय दल में लगभग 200 सदस्य प्रयागराज आयें।
इस अवसर पर संगम क्षेत्र के वीआईपी घाट के पास आयोजित कार्यक्रम में मा0 महापौर श्री उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी, मा0 विधान परिषद सदस्य श्री सुरेन्द्र चौधरी के द्वारा दल के टीम लीडर को स्मृति चिन्ह एवं अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया तथा गंगा जल भेंट किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेखागार एवं राजकीय पांडुलिपि पुस्तकालय द्वारा अभिलेख एवं पांडुलिपियों की प्रदर्शनी भी लगायी गयी, जिसमें कागज तथा ताड़पत्र के पौराणिक ग्रंथो के प्रदर्श विशेष आकर्षण का केंद्र रहे। इस अवसर पर एन0सी0जेड0सी0सी0 द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां भी की गयी।
इस अवसर पर मा0 महापौर श्री उमेश चन्द्र गणेश केसरवानी ने काशी तमिल संगमम् यात्रा में प्रयागराज पहुंचे तमिलनाडु के लोगो का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी ने भारत की सांस्कृतिक एकता को गतिशीलता, मजबूती प्रदान करने, भारत की भिन्न-भिन्न संस्कृतियों को एक माला में पिरोने के लिए काशी तमिल संगमम् यात्रा का आयोजन किया है। आप लोगो को इस यात्रा में काशी, प्रयागराज की संस्कृति के साथ भारत की इस वैभवशाली परम्परा को देखने का अवसर प्राप्त हुआ है। तमिल और हिंदी के साहित्यकारों ने भारत की संस्कृति को सेतु के रूप में बांधने का काम किया है। तमिल साहित्यकार भारतीय जी, नगराजन जी, पूज्यसंत तिरूवल्लुवर जी, जिन्होंने जीवन के मर्म को लिखने का काम किया है, ठीक उसी प्रकार से दोहो में हमारे उत्तर भारत के संत तुलसीदास जी, सूरदास जी, कालीदास जी के ग्रंथों को अवलोकन करने के बाद सबका सार एक जैसा ही है, सबने अपनी-अपनी भाषाओं में भारत के जीवन का सार लिखने का कार्य किया है। यही भारत की शक्ति है। उन्होंने कहा कि हमारी पुरातम संस्कृति में कभी भाषा का विवाद एवं जातीयता का उन्माद नहीं रहा। हमारी संस्कृति में ‘‘वसुधैव कुटुम्बकम’’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए पूरे विश्व के कल्याण की कामना करता है।
इस अवसर पर मा0 विधान परिषद सदस्य श्री सुरेन्द्र चौधरी ने कहा कि जब से श्री नरेन्द्र मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री बने है, तब से भारत को जोड़ने का काम किया है। आज माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व में सनातन धर्म में समरसता देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि बीते दिनों में मोदी जी एवं योगी जी के नेतृत्व में एक भव्य एवं दिव्य कुम्भ का आयोजन किया गया था, जिसमें रिकार्ड 66 करोड़ से अधिक लोगो ने डुबकी लगायी थी, जो एक मिसाल बन गया। उन्होंने कहा कि मा0 प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज पूरे विश्व में भारत का डंका बज रहा है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की कविता को सुनाते हुए कहा कि भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं है, यह एक जीता जागता राष्ट्र पुरूष है। यह वंदन की धरती है, अभिनंदन की धरती है, यह तर्पण की भूमि है, अर्पण की भूमि है, इसकी एक-एक नदी हमारे लिए गंगा है, कण-कण हमारे लिए शंकर है। जीयेंगे तो भारत के लिए, मरेंगे तो भारत के लिए। उन्होंने काशी तमिल संगमम् यात्रा में सम्मिलित सभी सदस्यों का तीर्थराज प्रयाग की भूमि पर स्वागत एवं अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि ‘‘काशी तमिल संगमम्’’ यात्रा से उत्तर और दक्षिण की संस्कृति, परम्पराओं, वातावरण को समझने तथा एक दूसरे की भाषा को सीखने व संवाद का सुनहरा अवसर प्राप्त हो रहा है।
काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यों को सुसज्जित नावों के द्वारा वीआईपी घाट से संगम ले जाकर मां गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती के संगम का अवलोकन/स्नान कराया गया तथा तीर्थराज प्रयागराज के महत्व के बारे में बताया गया। संगम क्षेत्र के अद्भुत एवं मनोहारी दृश्य देखकर सदस्यगण मंत्रमुग्ध हो गये। सदस्यगणों के द्वारा संगम क्षेत्र में वीआईपी घाट पर बनाये गये सैण्ड आर्ट का अवलोकन किया गया। संगम क्षेत्र कार्यक्रम के पश्चात काशी तमिल संगमम् टीम के सदस्यगणों ने लेटे हनुमान जी का दर्शन एवं पूजन किए। इसके उपरांत टीम के सदस्य शंकर विमान मण्डपम मंदिर, स्वामी नारायण मंदिर भी गये। कार्यक्रम का संचालन डॉ0 प्रभाकर त्रिपाठी के द्वारा किया गया। जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा के निर्देशन में नगर मजिस्टेªट श्री विनोद कुमार सिंह एवं अन्य सम्बंधित अधिकारियों के द्वारा काशी तमिल संगमम् यात्रा के दूसरे दल के सदस्यों की यात्रा को सकुशल ढंग से सम्पन्न कराया गया।
इस अवसर पर प्रा०सहायक श्री राकेश कुमार वर्मा, श्री हरिशचंद्र दुबे सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित रहे।
