यूपी के गाजीपुर में खेत की चाहत में अंधे बने बेटे ने पिता, मां और बहन की किस बेरहमी से हत्या की, उसकी गवाही मृतकों के शरीर हुए कुल्हाड़ी के वार के निशान बता रहे थे। हत्या के आरोपी ने पिता शिवराम पर नौ, बहन पर सात और मां पर तीन वार कर मौत के घाट उतारा था।
तीनों मृतकों की गर्दन पर गहरी चोट तो सिर, पीठ और बांह पर जख्म के निशान थे। करीब पौने तीन घंटे में पहले पिता, पुत्री और अंत में मां के शव का पोस्टमार्टम हुआ।
घटनास्थल पर खून ही खून
डिलियां गांव में महज 12 बिस्वा खेत के लिए कुल्हाड़ी से वार कर अभय यादव उर्फ भुट्टन ने कुल्हाड़ी से वारकर पिता शिवराम यादव, मां जमुनी देवी और बहन कुसुम यादव की हत्या कर दी थी। घटनास्थल पर पसरे खून और आसपास की स्थिति संघर्ष की पूरी कहानी बयां कर रही थी। सिर, पीठ और गर्दन पर गहरे चोट के निशान
शाम तीन बजे से तीनों शवों का पोस्टमार्टम शुरू हुआ। पोस्टमार्टम हाउस के सूत्रों के मुताबिक, सबसे पहले शिवराम यादव का पोस्टमार्टम हुआ। शिवराम यादव के शरीर के नौ जगहों पर जख्म थे। सिर, पीठ और गर्दन पर गहरे चोट के निशान थे। इसके बाद कुसुम यादव का पोस्टमार्टम हुआ। मृतका के शरीर पर सात जगह जख्म थे। उसकी गर्दन पर भी चोट के गहरे निशान थे। अंत में जमुनी देवी का पोस्टमार्टम हुआ। उनके शरीर पर तीन निशान थे। बांह और कंधे पर भी कुल्हाड़ी के गहरे घाव
गर्दन पर गहरे चोट के निशान तो थे ही, दोनों बांह और कंधे पर भी कुल्हाड़ी के घाव गहरे थे। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने तीनों शवों को रिश्तेदारों को सुपुर्द कर दिया। 12 बिस्वा खेत के लिए मां-बाप व बहन को दौड़ा-दौड़ाकर कुल्हाड़ी से काट डाला
गाजीपुर शहर कोतवाली क्षेत्र के डिलियां गांव की यादव बस्ती में रविवार को दोपहर करीब 12:30 बजे अभय यादव उर्फ भुट्टन (32) ने पिता शिवराम यादव (70), मां जमुनी देवी (65) और विवाहित बहन कुसुम (35) को दौड़ा-दौड़ाकर कुल्हाड़ी से काट डाला। बहन के नाम पर 12 बिस्वा खेत की रजिस्ट्री करने से अभय यादव नाराज था। वारदात के बाद हत्यारोपी अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ घर से भाग गया। पुलिस ने शिवराम यादव के चचेरे भाई व ग्राम चौकीदार अमरनाथ यादव की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। पति से अलग रहती थी कुसुम
डिलियां गांव निवासी शिवराम यादव की बेटी कुसुम अपने पति से अलग होने के बाद पिछले सात साल से मायके में रह रही थी और खुद का मेडिकल स्टोर चलाती थी।
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि शिवराम यादव के नाम पर करीब ढाई बीघा खेत है। करीब एक महीने पहले शिवराम यादव ने कुसुम के नाम 12 बिस्वा खेत की रजिस्ट्री की थी।
माता-पिता से झगड़ा करता रहता था आरोपी
इससे नाराज अभय माता-पिता से झगड़ा करता रहता था। दोपहर करीब 12:30 बजे वह अपने माता-पिता से झगड़ रहा था। इसी बीच कुसुम स्कूटी से वहां पहुंची।
पहले कुसुम को मारा
कुसुम को देखकर अभय कुल्हाड़ी लेकर उसे मारने के लिए दौड़ पड़ा। जान बचाने के लिए कुसुम खेतों की तरफ भागी लेकिन अभय ने कुल्हाड़ी से वारकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद पिता शिवराम और माता जमुनी देवी की भी कुल्हाड़ी से हत्या कर दी।
सूचना पर करीब एक बजे कोतवाल दीनदयाल पांडेय पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तीनों शवों को करीब तीन बजे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। पुलिस ने घटनास्थल से कुल्हाड़ी, खुरपी, मोबाइल फोन और चप्पलों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। फोरेंसिक टीम ने भी जांच की। पुलिस कप्तान डाॅ. ईरज राजा, एसपी सिटी ज्ञानेंद्र प्रसाद और सीओ सिटी शेखर सेंगर भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से पूछताछ की।