प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) आयुर्वेदिक यूनानी होम्योपैथिक चिकित्सकों को कहना है कि 24 दिसंबर 2024 को न्यूज़पेपर में सीएमओ बलिया ने आयुष चिकित्सकों के लिए विज्ञापन प्रकाशित किया था।
इस विज्ञापन में आयुर्वेदिक यूनानी होम्योपैथिक चिकित्सकों के लिए आवेदन आमंत्रित किए थे,जिसमें लगभग 391 शिक्षकों ने आवेदन किया था।बताया जाता है कि साक्षात्कार के लिए मुख्यचिकित्सा अधिकारी बलिया द्वारा सिर्फ होम्योपैथिक चिकित्सकों को ही बुलाया गया है,जिससे नाराज होकर आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों ने सीएमओ बलिया और जिलाधिकारी बलिया को ज्ञापन सौप करके, इसका स्पष्टीकरण मांगा,संतोषजनक जवाब न मिलने पर आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री के शरण में चले गए। जहां स्वास्थ्य मंत्री से आयुर्वेदिक यूनानी चिकित्सकों ने यह बताया कि अन्य जनपदों में प्राइवेट हॉस्पिटल के अनुभव प्रमाण पत्र पर आयुर्वेद और यूनानी चिकित्सकों को भर्ती कर लिया गया। लेकिन बताया जाता है कि बलिया जिला के मुख्यचिकित्सा अधिकारी द्वारा आयुर्वेदिक यूनानी चिकित्सकों को यह कहते हुए उनका साक्षात्कार से बाहर निकाल दिया गया कि उनके पास सरकारी अस्पताल द्वारा अनुभव प्रमाण पत्र नहीं है।
जिस पर स्वास्थ्य मंत्री ने उन लोगों को कहां की यदि अन्य जिला में प्राइवेट हॉस्पिटल के एक्सपीरियंस पर वैकेंसी हुई है तो मैं आश्वासन देता हूं कि बलिया जिला का भी आयुष आयुर्वेदिक और यूनानी शिक्षकों की भर्ती प्राइवेट अस्पतालों के एक्सपीरियंस पर किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि जो भी होगा सही तरीके से होगा। जो भी इसमें दोषी पाया जाएगा उसमें उनके ऊपर कारवाई की जाएगी।
बताया जाता है कि लगभग 260 आयुर्वेदिक और यूनानी चिकित्सकों ने स्वास्थ्य मंत्री को कहा कि यदि हम लोग साथ न्याय हो नहीं होगा तो उसका आंदोलन व्यापक रूप से किया जाएगा।
इस आशा पर डॉक्टर गंगा सागर,डॉक्टर अविनाश गौरव,डॉक्टर विजय प्रताप सिंह,डॉक्टर दिग्विजय सिंह,अंकुर गुप्ता,डॉक्टर सुशील कुमार पांडेय,डॉ० पूनम सिंह आदि चिकित्सक मौजूद रहे।