लखनऊ: 4 जून 2025
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व व निर्देशन में दीन दयाल उपाध्याय ग्राम्य विकास संस्थान बख्शी का तालाब, लखनऊ में विभिन्न सरकारी, अर्धसरकारी विभाग /संस्थाओ के अधिकारियों व कर्मचारियों व विभाग व रचनात्मक कार्यों से जुड़े लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें और अधिक दक्ष व सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्राम्य विकास संस्थान, बख्शी का तालाब, लखनऊ द्वारा उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, के सहयोग से दिनांक 02 जून, 2025 से 08 जून, 2025 की अवधि में, संस्थान के महानिदेशक एल० वेंकटेश्वर लू के संरक्षण एवं अपर निदेशक, बी०डी० चौधरी के मार्ग निर्देशन में, बाढ़ आपदा से अति संवेदनशील राजस्व ग्रामों की , ग्रामीण आजीविका मिशन कार्यक्रम के अन्तर्गत, क्रियाशील समूह की महिलाओं की क्षमता संवर्धन हेतु, " बाढ़ आपदा प्रबंधन " विषयक सात दिवसीय आवासीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसमे जनपद बहराइच की 56समूह सखी महिलाएं तथा जनपद बस्ती की 40समूह सखी महिलाएं, इस प्रकार कुल 96 महिलाओं द्वारा इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जा रहा है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम दिवस के अवसर पर उद्घाटन सत्र के अन्तर्गत दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वन्दना के गायन के उपरान्त संस्थान के डा०एस के सिंह, सहायक निदेशक, संजय कुमार, सहायक निदेशक, कुमार दीपक, वरिष्ठ सलाहकार, आपदा प्रबंधन केन्द्र तथा उ०प्र० राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा महिला प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए विषयगत प्रासंगिक विचार प्रकट किए गए।
डा० एस के सिंह द्वारा बताया गया कि प्रशिक्षण का उद्देश्य वित्तीय वर्ष 2025--26 में बाढ़ आपदा के दृष्टिगत प्रदेश के 44जनपदों की 119 तहसीलों के कुल 2500 अति संवेदनशील राजस्व ग्रामों में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के संचालन द्वारा बाढ़ आपदा न्यूनीकरण किया जाना है। संस्थान द्वारा प्रशिक्षित प्रतिभागियों को यह दायित्व सौंपा जाना है कि प्रशिक्षणोपरान्त ये समूह सखी सम्बन्धित राजस्वव ग्राम की महिलाओं को प्रशिक्षण प्रदान कर , ग्राम स्तर पर उपलब्ध संसाधनों का मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से मैपिंग कराया जाना है।
कार्यक्रम के आयोजन एवं प्रबंधन के दृष्टिगत संस्थान के सहायक निदेशक संजय कुमार तथा सलाहकार कुमार दीपक की सराहनीय भूमिका होने के साथ मो० शाहरुख, सुदेश कुमार तथा मो० कलीम का उल्लेखनीय कार्य है।