प्रयागराज: ईद उल जुहा (बकरीद) का त्योहार शनिवार को परंपरागत तरीके से मनाया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है। बकरीद की पूर्व संध्या पर शहर से लेकर गांव तक की मंडियों में कुर्बानी के बकरों की जमकर खरीददारी की गई। झूंसी में सवा कुंतल से अधिक मूल्य के तीन बकरों की बोली लगाई गई। अंत में करीब आठ लाख रुपये में इन बकरों को बेचा गया। पुरानी झूंसी में तीन बकरे करीब आठ लाख रुपये में बिके। झूंसी के टीपू खान ने सवा कुंतल से ज्यादा वजन वाले तीनों बकरों को पर्व से एक दिन पहले शुक्रवार को सात लाख 80 हजार रुपये में बेचा। इन बकरों के खरीदादारों की संख्या में भी ज्यादा रही। शहर से भी बकरों के कई शौकीन इनका दाम लगाने के लिए आए थे। अंत में करेली के सलीम ने सबसे अधिक बोली लगाकर इन बकरों को कुर्बानी के लिए ले गए। झूंसी के एक दर्जन मस्जिदों पढ़ी जाएगी बकरीद की नमाज
झूंसी के एक दर्जन मस्जिदों पढ़ी जाएगी बकरीद की नमाज, चाक-चौबंद रहेगी व्यवस्था बकरीद पर्व से एक दिन पहले बाजारों में रही रौनक, अकीदतमंदों ने जमकर की खरीददारी झूंसी। मुसलिमों के कुर्बानी का पर्व बकरीद शनिवार को मनाया जाएगा। झूंसी में बकरीद पर्व पर एक दर्जन मस्जिदों और ईदगाह में नमाज पढ़ी जाएगी। इसके लिए सभी मस्जिदों में शुक्रवार की शाम तक तैयारियां चलती रहीं।
सुरक्षा के लिहाज से पुलिस स्वंय प्रत्येक मस्जिद की निगरानी करेगी। इसके लिए पुलिस ने सुरक्षा के खास बंदोबस्त किए हैं। बकरीद से एक दिन पहले शुक्रवार को झूंसी के बाजारों में देर रात तक रौनक रही। अकीदतमंद देर रात तक खरीददारी के लिए बाजारों में भारी तादाद में डटे रहे। मुसलिमों का महत्वपूर्ण त्योहार बकरीद शनिवार को मनाया जाएगा। इसके एक दिन पहले शुक्रवार को इलाके के विभिन्न बाजारों में देर शाम तक लोगों की भारी भीड़ रही।
शनिवार को कुर्बानी से पहले झूंसी के एक दर्जन मस्जिदों बकरीद की नमाज पढ़ी जाएगी। तकरीबन हर मस्जिद में नमाज का वक्त अलग-अलग रखा गया है। यहां पर भारी संख्या में अकीदतमंद नमाज पढ़ेंगे। नमाजियों की सबसे ज्यादा भीड़ झूंसी के ईदगाहों में रहेगी। इम्तियाजी मस्जिद, जामा मस्जिद, सराय मस्जिद पुरानी झूंसी, अनवर मार्केट, पुरानी मजार हवेलिया में बकरीद की नमाज पढ़ी जाएगी।
इसके साथ ही झूंसी कोहना मस्जिद रौजेवाली, पठनई मस्जिद, चौक वाली मस्जिद, शाही मस्जिद तथा चक हरिहर वन की मस्जिद में भी बकरीद की नमाज अता होगी। इसी प्रकार कनिहार और बड़ी मस्जिद में भी बकरीद की नमाज पढ़ी जाएगी। मलावा बुजुर्ग की मस्जिद में भी बकरीद की नमाज पढ़ी जाएगी।