प्रदीप बच्चन(ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) के सागरपाली में ओएनजीसी द्वारा कच्चे तेल और गैस का भंडार मिलने की संभावना जताई गई है। सूत्रों द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार ज़िला संवाददाता सैयद सेराज अहमद ने वरिष्ठ संवाददाता-प्रदीप बच्चन को बताया कि ओएनजीसी द्वारा तीन हजार मीटर गहरे कुएं की खोदाई हो रही है। पॉजिटिव रिपोर्ट के बाद अन्य जगहों पर भी सर्वेक्षण होगा। यदि सफल होता है, तो भारत की तेल निर्भरता कम होगी। बलिया में कच्चे तेल और गैस का बड़ा भंडार मिलने की उम्मीद भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है।
ओएनजीसी ने सागरपाली में 3000 मीटर गहरा कुआं खोदना शुरू किया है।
तेल भंडार और गैस की उम्मीद मिलने से भारत की ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता में सुधार की संभावना बढ़ गई है।
बलिया में आम चर्चा है कि बलिया में कच्चे तेल और गैस का बड़ा भंडार मिलने की उम्मीद जागी है। ऑइल एंड नैचुरल गैस कॉपोरेशन (ओएनजीसी) ने तेल निकालने के लिए खोदाई शुरू कराई है। यह खोदाई देश में सबसे पहले बलिया को आजाद करवाने वाले स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय के वारिसों की जमीन सागरपाली में हो रही है। यहां तीन हजार मीटर गहरा कुआं खोदा जा रहा है। यहां से पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद गंगा बेसिन में कई स्थानों पर खोदाई की जाएगी।
ओएनजीसी ने तीन साल लगातार तक बलिया से लेकर प्रयागराज तक गंगा बेसिन में सैटलाइट, भू-रासायनिक, गुरुत्वार्षण-चुंबकीय और मैग्नेटो-टेल्यूरिक (एमटी) सर्वेक्षण करवाया था। सर्वे रिपोर्ट में बेसिन की गहराई में बड़े तेल व गैस भंडार होने का पता चला था। रिपोर्ट के मुताबिक इस भंडार की बदौलत देश दशकों तक कच्चे तेल और गैस के मामले में आत्मनिर्भर हो सकता है। बताया जा रहा है कि तकरीबन 300 किलोमीटर में फैला है तेल का भंडार,
ओएनजीसी द्वारा कराए गए सर्वे के अनुसार कच्चे तेल और गैस का अकूत भंडार बलिया के सागरपाली गांव से प्रयागराज फाफामऊ तक करीब 300 किलोमीटर में फैला है। इस भंडार के मिलने पर भारत की तेल के मामले में अरव व अन्य देशों पर निर्भरता कम हो जाएगी। इस विशाल भंडार से कई दशकों तक तेल और प्राकृतिक गैस मिलती रहेगी।