महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ धाम में बुधवार की सुबह मंगला आरती के बाद से ही दर्शन- पूजन का सिलसिला शुरू हुआ। सुबह 9 बजे तक दो लाख से अधिक भक्तों ने बाबा के दर्शन किए। इसके साथ ही सभी अखाड़ों के संन्यासियों ने बाबा का संक्षिप्त जलाभिषेक किया। बाबा विश्वनाथ महाशिवरात्रि पर लगातार 46.45 घंटे तक श्रद्धालुओं को झांकी दर्शन देंगे। इस बार 15 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मंदिर प्रशासन ने भीड़ के अनुसार मंदिर में तैयारियां की हैं। श्रद्धालुओं के लिए झांकी दर्शन के इंतजाम किए गए हैं। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में पहली बार नो प्रोटोकॉल के नियमों का सख्ती से पालन किया गया। मंगलवार को बाबा के दरबार में आने वाले सभी श्रद्धालुओं ने सामान्य श्रद्धालु की तरह कतारबद्ध होकर दर्शन पूजन किया।
महाकुंभ के पलट प्रवाह की भीड़ के कारण न्यास ने 27 फरवरी तक प्रोटोकॉल दर्शन पर रोक लगा रखी है। मंगला आरती के समय से ही इसका पालन किया गया। मंगलवार को पूरे दिन भर और बुधवार को भी किसी भी वीआईपी को प्रोटोकॉल नहीं दिया गया। मंदिर के एसडीएम शंभू शरण ने बताया कि प्रोटोकॉल दर्शन पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है।