महाकुंभ के मौके पर जहां एक ओर रेलवे द्वारा लगातार स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है तो वहीं वंदे दूसरी ओर वंदे भारत समेत लंबी दूरी की काफी संख्या में नियमित ट्रेनें भी रेलवे द्वारा निरस्त की गई। जनवरी माह की ही बात करें तो अलग-अलग तिथियों में लंबी दूरी की सौ से ज्यादा ट्रेनें निरस्त की जा चुकी है। इसी वजह से जनवरी 25 में सिर्फ प्रयागराज से ही 4.47 लाख यात्रियों के आरक्षित टिकट निरस्त किए जा चुके हैं। खास बात यह है कि उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज मंडल में माह में जितने यात्रियों का आरक्षण निरस्त हुआ उसमें से 43 फीसदी का निरस्तीकरण प्रयागराज में ही हुआ। जनवरी 2025 में प्रयागराज मंडल के अलीगढ़, कानपुर, खुर्जा, इटावा, मानिकपुर, मिर्जापुर, विंध्याचल, फतेहपुर, हाथरस, प्रयागराज आदि रेलवे स्टेशनों से कुल 10.20 लाख टिकट निरस्त हुए। इस अवधि में रेलवे द्वारा 86.47 करोड़ रुपये का रिफंड दिया गया। वहीं प्रयागराज की बात करें तो कुल निरस्त हुए टिकटों में से 4.47 लाख आरक्षित टिकट का आंकड़ा यहीं का रहा। यहां रेलवे द्वारा 39.72 करोड़ का रिफंड दिया गया। कोरोना के बाद यह रेलवे द्वारा एक माह में दिया गया अब तक का सर्वाधिक रिफंड है।
18.69 यात्रियों ने कराया ट्रेनों में आरक्षण
जनवरी माह में प्रयागराज से विभिन्न ट्रेनों में 18.69 लाख यात्रियों द्वारा रिजर्वेशन करवाए गए। इस अवधि में रेलवे की 83.46 करोड़ रुपये की आय हुई। पूरे प्रयागराज मंडल की बात करें तो इस दौरान 74.62 लाख यात्रियों के रिजर्वेशन ट्रेनों में हुए। इससे प्रयागराज मंडल को 220.03 करोड़ रुपये की आय हुई।
माह भर में 71 लाख से ज्यादा यात्रियों का हुआ आवागमन
महाकुंभ के मौके पर उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज स्थित रेलवे स्टेशनों से जनवरी माह के दौरान 71 लाख से ज्यादा यात्रियों की आवाजाही हुई। इस दौरान कुल 71.84 लाख यात्रियों का आवागमन हुआ। यहां विभिन्न ट्रेनों से आने वाले यात्रियों की संख्या 28.16 लाख रही, जबकि माह भर में यहां से विभिन्न शहरों की ओर जाने वाले यात्रियों का आंकड़ा 43.68 लाख रहा। इसमें से अधिकांश यात्री स्पेशल ट्रेनों से ही अपने गंतव्य को रवाना हुए। इसमें अनारक्षित टिकट वाले यात्रियों की संख्या ज्यादा रही।
जो ट्रेनें निरस्त हुई उसमें सफर करने वाले यात्रियों को नियमानुसार रिफंड दिया गया। रेलवे द्वारा जनवरी माह में रिकार्ड संख्या में स्पेशल ट्रेनों का भी संचालन किया गया।