महाकुंभ मेला 2025, प्रयागराज में गो सेवा आयोग द्वारा स्टॉल लगाया जाएगा
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महाकुंभ मेला 2025, प्रयागराज में गो सेवा आयोग द्वारा स्टॉल लगाया जाएगा

 


महाकुंभ मेला 2025, प्रयागराज में गो सेवा आयोग द्वारा स्टॉल लगाया जाएगा


गोवंश के महत्व तथा पंचगव्य आधारित उत्पादों का जन-जन तक प्रचार प्रसार किया जाएगा


गोशालाओं को स्वावलम्बी बनाया जाए

-अध्यक्ष श्री श्याम बिहारी गुप्त


लखनऊ: 28 नवम्बर, 2024

उत्तर प्रदेश गो सेवा आयोग के अध्यक्ष श्री श्याम बिहारी गुप्त की अध्यक्षता में आज यहां इंदिरा भवन स्थित सभागार में गो सेवा आयोग बोर्ड की बैठक आहूत की गयी। बैठक में निराश्रित गोवंशों को प्राकृतिक खेती मॉडल से समन्वित कर किसानों को साथ जोड़ कर गोवंशों के संरक्षण-संवर्धन, कल्याण हेतु प्रभावी कार्यक्रम तैयार कर क्रियान्वित करने के लिए समीक्षा की गयी। बैठक में कहा गया कि महाकुंभ मेला 2025, प्रयागराज में गो सेवा आयोग द्वारा स्टॉल लगाया जाएगा, जहां गोवंश के महत्व तथा पंचगव्य आधारित उत्पादों का जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रचार प्रसार किया जाएगा।

बैठक मंे विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा कर सहमति प्रदान की गयी। बैठक में अवगत कराया गया कि जल्द ही जिला कारागारों में गोशालायें खोली जायेगी, जहां हरे चारे के उत्पादन के साथ ही बायो गैस संयंत्र भी स्थापित किये जायेंगे। आयोग द्वारा पंचगव्य औषधियों के ड्रग लाइसेन्स की प्रक्रिया का सरलीकरण हेतु सहमति प्रकट की गई। प्रदेश के गांवों में ग्राम गोवंश संरक्षण समिति बनाने हेतु प्रस्ताव सहमति से पारित हुआ। पदाधिकारियों द्वारा विद्युत विभाग, एम०एस०एम०ई० एवं आयुष विभाग को भी बोर्ड में जोड़े जाने की सहमति प्रदान की गई।

बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक गो आश्रय स्थल/अस्थाई गो आश्रय स्थल को प्रत्येक माह ससमय धनराशि उपलब्ध करायी जाएगी, जिससे गोवंशों को वर्ष भर हरा चारा तथा संतुलित आहार मिलता रहे। स्थाई/अस्थाई गो आश्रय स्थलों को सामाजिक संगठनों एवं स्वयं सहायता समूह एवं गैर सरकारी संगठनों को एम०ओ०यू० के तहत अनुबंध कर संचालित करने पर आम सहमति बनी। गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने हेतु पंचगव्य पदार्थों (कोइल, गोनाईल, अगरबत्ती, साबुन, मूर्तियाँ, दीपक, एवं पंचगव्य निर्मित औषधियाँ) बनाने हेतु जल्द ही योजना बनाकर गोशालाओं को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। महिलाओं के स्वयं सहायता समूह को भी इससे जोड़ा जाएगा। 

राष्ट्रीय राजमार्गों के निकटवर्ती क्षेत्रों में अवस्थित गोवंशों के गले में रेडियम पट्टिका का प्रयोग किया जाएगा जिससे उन्हे दुर्घटना से बचाया जा सकेगा। गोशालाओं एवं गोआश्रय स्थलों में सहजन, बबूल, बरगद, नीम एवं पाकड़ जैसे वृक्षों का वृहद स्तर पर वृक्षारोपण कराया जाएगा जिससे गोवंशों को हरा चारा एवं छाया उपलब्ध हो सके। गोशालाओं को 5 E (Environment, Economy, Employment, Energy, Education) योजना के अंतर्गत स्वावलंबी बनाने हेतु बोर्ड के समस्त सदस्यों द्वारा सहमति प्रकट की गयी। 

बैठक में आयोग के उपाध्यक्ष श्री अतुल सिंह, श्री महेश कुमार शुक्ल तथा सदस्य श्री राजेश सिंह संेगर, श्री दीपक गोयल तथा श्री रमाकांत उपाध्याय भी उपस्थित रहे। बैठक में पशुधन एवं दुग्ध विकास विभाग के प्रमुख सचिव श्री के0 रवीन्द्र नायक, निदेशक पशुपालन (प्रशासन एवं विकास), श्री पी0एन0 सिंह, गो सेवा आयोग के सभी पदाधिकारी एवं आमंत्रित गो सेवा आयोग आयोग के पूर्व अध्यक्ष मा० श्री श्याम नंदन सिंह जी एवं पूर्व उपाध्यक्ष मा0 श्री सूर्यकांत जालान जी ने भी प्रतिभाग किया।

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