कौंधियारा के जारी बाजार में व्यापारी पर जानलेवा हमले के मामले में मारपीट का मुकदमा लिखना कौंधियारा थाना प्रभारी को महंगा पड़ गया। उन्हें मंगलवार को निलंबित कर दिया गया। पांच नामजद आरोपी गिरफ्तार भी किए गए हैं। उधर, निजी अस्पताल में भर्ती घायल व्यापारी अनिल केशरवानी की हालत नाजुक बनी हुई है। इस मामले को लेकर सोमवार शाम जारी पुलिस चौकी के बाहर घंटों हंगामा हुआ था। स्थानीय व्यापारियों ने बाजार बंद कर दिया था और परिजनों संग मिलकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी। रामलीला के साथ दशहरा मेला भी स्थगित कर दिया गया था। मौके पर डीसीपी यमुनानगर विवेक चंद्र ने पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाया, तब जाकर वे शांत हुए थे। परिजनों ने स्थानीय पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे। कहा था कि पुलिस की शह पाकर ही आरोपियों ने घर पर चढ़कर हमले का दुस्साहस किया। सूत्रों का कहना है कि पुलिस अफसरों ने मामले का संज्ञान लेकर जानकारी की तो पता चला कि धारदार हथियारों से हमले की तहरीर देने व गंभीर चोट के बावजूद मारपीट, गालीगलौज व धमकी देने से संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया गया।
यही नहीं अफसरों के आदेश के बावजूद धाराएं नहीं बढ़ाईं, जिससे माहौल बिगड़ा। इन तथ्यों के सामने आने के बाद मंगलवार दोपहर थाना प्रभारी गणेश तिवारी को निलंबित कर दिया गया। साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच का भी आदेश दिया गया है। उधर, एसआरएन अस्पताल में भर्ती घायल व्यापारी अनिल की हालत मंगलवार को और बिगड़ गई। इसके बाद परिजन उन्हें लेकर निजी अस्पताल चले गए।
हत्या के प्रयास की धारा बढ़ी, पांच गिरफ्तार
डीसीपी यमुनानगर ने बताया कि इस मामले में विवेचना में सामने आए तथ्यों के आधार पर हत्या के प्रयास की धारा बढ़ाई गई है। साथ ही पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें हरिमोहन साहू व उसके बेटे फूलकुमार, किशन व वंश के अलावा माया देवी शामिल हैं। अन्य आरोपियों के संबंध में जांच पड़ताल जारी है। गौरतलब है कि मामले में सात नामजद व चार अज्ञात आरोपियों पर रिपोर्ट दर्ज की गई थी।
जमीन के विवाद से संबंधित है मामला
विपक्षियों व व्यापारी पक्ष में एक जमीन को लेकर विवाद है। रविवार दोपहर व्यापारी पक्ष इस जमीन पर छत डलवा रहा था। आरोप है कि इसी दौरान विपक्षियों ने हमला किया। इसमें अनिल समेत अन्य लोग जख्मी हो गए।
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