बारिश थमने और बाढ़ कम होने के बाद हनुमान मंदिर काॅरिडोर का काम तेज हो गया है। काॅरिडोर की बाउंड्रीवॉल बनाने के लिए अतिक्रमण हटाने का काम शुरू हो गया है। मंगलवार को करीब दर्जनभर अवैध निर्माण तोड़े गए। संगम तट पर लेटे हनुमान मंदिर काॅरिडोर के निर्माण के लिए 30 जुलाई को भूमिपूजन किया गया था। उसके बाद निर्माण शुरू हुआ लेकिन अगस्त में गंगा और यमुना में बाढ़ आ गई। बाढ़ और फिर बारिश के चलते महीने भर तक काम रुका रहा। अब फिर से काम शुरू हो गया है। इसका निर्माण 11,186 वर्ग मीटर यानी 2.76 एकड़ में होगा। इसका ठेका यूनिवस्तु बूट्स इंफ्रा लिमिटेड को दिया गया है। 38.73 करोड़ की लागत से बनने वाले काॅरिडोर में छह गेट बनाए जाएंगे। इसमें सबसे पहले बाउंड्रीवॉल बनेगी।
इससे पहले आसपास के कब्जे हटाए जा रहे है। कब्जेदाराें से पहले ही अतिक्रमण हटाने के लिए कहा गया था। जिन लोगों ने ऐसा नहीं किया, उसके कब्जे अब पीडीए की टीम जेसीबी से हटा रही है। निर्माण के चलते जगह-जगह खुदाई कर दी गई है। इससे श्रद्धालुओं को मंदिर जाने में परेशानी हो रही है।
पीडीए वीसी ने किया सड़कों का निरीक्षण
महाकुंभ को देखते हुए पीडीए को 41 सड़कों के चाैड़ीकरण और साैंदर्यीकरण का जिम्मा दिया गया है। सभी सड़कों पर काम चल रहा है लेकिन अब तक कोई पूरा नहीं हुआ है। सड़कों का काम 31 अक्तूबर तक पूरा कराने के लिए पीडीए वीसी डॉ. अमित पाल शर्मा निरीक्षण कर रहे हैं। मंगलवार को उन्होंने छतनाग रोड का निरीक्षण किया। यहां सड़कों की गुणवत्ता देखी और ठेकेदार को इसी महीने काम पूरा करने का निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने सिविल लाइंस में सरोजनी नायडू मार्ग के साैंदर्यीकरण का काम देखा। इस रोड पर अधूरा काम देखकर नाराजगी जताई। अभी स्ट्रीट लाइट के खंभे लगाने समेत कई काम अधूरे हैं। उन्होंने ठेकेदार को निर्देशित किया कि अतिरिक्त मजदूर लगाकर काम करवाएं।
.jpeg)