कानपुर में आवास-विकास सत्यम विहार निवासी ट्रैवल एजेंट वीरेंद्र कुमार तिवारी उर्फ मोहन (50) की मौत के मामले में कल्याणपुर पुलिस ने लखनऊ के हरौनी निवासी गंगाराम व उसकी पत्नी फूलमती के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वीरेंद्र कुमार भी मूलरूप से हरौनी के रहने वाले थे। पत्नी वंदना तिवारी के अनुसार दो जुलाई को हरौनी निवासी गंगाराम पासी की कॉल आने पर वह घर से निकल गए थे। इसके बाद से नहीं लौटे। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला। शुक्रवार को उनका शव यूनिवर्सिटी के सामने मेट्रो पिलर के पीछे पेड़ पर बेल्ट के सहारे लटकता मिला। पुलिस ने जब उनके कमरे की तलाशी ली तो एक सुसाइड नोट मिला था। उन्होंने लिखा था कि ‘मेरी मौत के जिम्मेदार गंगाराम पासी हैं। उसने उनकी पूरी खेती धोखे से अपने व अपनी पत्नी के नाम लिखवा ली। जब हमने कहा तो जान से मारने की धमकी दी तो हम अपनी हत्या करने जा रहे हैं’। पुलिस ने सुसाइड नोट और मोबाइल कब्जे में लिया है। शुक्रवार को पुलिस ने ट्रैवल एजेंट की पत्नी की तहरीर पर लखनऊ निवासी दंपती के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पत्नी ने तहरीर में बताया कि पैतृक संपत्ति अपने नाम करा लेने की जानकारी तीन दिन पहले ही हुई थी। गंगाराम ने रुपये बाद में देने का वादा किया था, लेकिन मुकर गया। उनके पति ने जब रुपये की मांग की, तो जान से मारने की धमकी दी थी। इसके बाद से उनके पति लापता हो गए थे। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। दूसरा पक्ष अभी सामने नहीं आया है। मृतक लखनऊ कब गए, कोई साथ गया था कि नहीं, इस बात का पता लगाया जा रहा है। इसके साथ ही रजिस्ट्री ऑफिस से भी जमीन के संबंध में जानकारी ली जाएगी।