लखनऊ। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने बुधवार को ट्वीट कर बढ़ते प्रदूषण पर चिंता व्यक्त की। विधायक ने अपने आधिकारिक एक्स ( ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि हमारे शहरों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार रहना चाहिए।
सरोजनीनगर विधायक ने लिखा कि तीव्र शहरीकरण और जलवायु परिवर्तन शहरों को गर्म कर रहे हैं, जो एंथ्रोपोसीन को परिभाषित करते हैं। डॉ. सिंह ने अनुमान व्यक्त करते हुए लिखा कि भारत की शहरी आबादी 2050 तक दोगुनी बढ़ जाएगी, इस अवधि में देश भर में करीब 45 करोड़ शहरी नागरिक बढ़ेंगे जो संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोपीय संघ को पार कर जाएगा। विधायक ने लिखा कि शहरी कंक्रीट संरचनाओं के कारण शहरी ताप द्वीप (यूएचआई) प्रभाव उत्पन्न होता है जिस कारण ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरों का तापमान 3-5 डिग्री सेल्सियस तक अधिक होता है, जिससे सूक्ष्म जलवायु प्रभावित होती है।
सरोजनीनगर विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह की अनूठी पहल : स्कूली बच्चों में बंटवाएं प्रकृति संरक्षण का सन्देश देते 13,000 इको फ्रेंडली बैग्स
विधायक ने लिखा कि जलवायु परिवर्तन के कारण रिकॉर्ड तोड़ने वाले तापमान और लंबे समय तक चलने वाली गर्मी की लहरें बढ़ती हैं, जिससे शहर में गर्मी की स्थिति बिगड़ती है। विधायक ने एक अध्ययन का हवाला देते हुए लिखा कि वर्ष 2003 से 2020 के बीच NASA के MODIS सेंसर का उपयोग करके 141 भारतीय शहरों के एक अध्ययन से पता चला है कि शहरी वार्मिंग दर ग्रामीण क्षेत्रों से लगभग दोगुनी है। शहरीकरण शहर के तापमान में 60% योगदान देता है, रात के समय भूमि की सतह का तापमान प्रति दशक 0.53 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है। पूर्वी भारत के टियर-II शहरों को बड़े महानगरों की तुलना में अधिक शहरीकरण-प्रेरित वार्मिंग का सामना करना पड़ता है।
नेशनल डेटर्माइंड कंट्रीब्यूशन फॉर क्लाइमेट जस्टिस के अपडेटेड कार्यक्रम के अंतर्गत भारत उत्सर्जन को कम कर रहा है और गैर-जीवाश्म ईंधन पर स्विच कर रहा है। विधायक ने लिखा राज्य-स्तरीय ताप कार्य योजनाएँ और प्रारंभिक चेतावनी प्रणालियाँ गर्मी से संबंधित मृत्यु दर को कम करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। डॉ. सिंह ने हरित भविष्य के लिए सस्टनेबल और रेजीलेंट शहरीकरण हेतु युवा पीढ़ी को प्रेरित किया।
जल संरक्षण का सन्देश देता सरोजनीनगर : विधायक राजेश्वर के प्रयासों से 7.44 करोड़ से तीन तालाबों का हो रहा सौंदर्यीकरण
बता दें की सरोजनी नगर विधायक पर्यावरण संरक्षण के प्रति बेहद जागरूक रहते हैं, उनके प्रयासों से विधानसभा क्षेत्र में निरंतर वृक्षारोपण के अभियान संचालित रहते हैं, लगाए गए पौधों का नियमित रखरखाव भी सुनिश्चित भी किया जाता है। सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र में विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयासों से जल संरक्षण की दिशा में अनेक कार्य किये जा रहे हैं, विरुरा में तालाब की खुदाई-सफ़ाई तथा सौंदर्यीकरण हेतु 524-87 लाख की धनराशि स्वीकृत हुई है। कान्हा उपवन स्थित राधा तलाब के लिए 180.02 लाख तथा वहीं स्थित प्रेम तालाब के लिए 213.49 लाख की धनराशि स्वीकृत हुई है। 744.17 लाख की धनराशि से इन तीन तालाबों के सौंदर्यीकरण के कार्य शुरू हो गए हैं। इसके अतिरिक्त विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह के प्रयासों से आशियाना में उच्च शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समीप स्थित तालाब के लिए 445.38 लाख, उतरेठिया स्थित तालाब के लिए 420.33 लाख तथा आशियाना में रेजीडेंसी होटल के समीप स्थित तालाब के लिए 415.65 लाख की लागत के प्रोजेक्ट तैयार कराए गए हैं। इन्हें नगर निगम लखनऊ से संस्तुति के साथ स्वीकृति के लिए शासन को भेज दिया गया है।
विश्व पर्यावरण दिवस पर सरोजनीनगर का सन्देश : इकोफ्रेंडली बैग्स से लिखी जा रही शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने की कहानी
डॉ. राजेश्वर सिंह ने अपनी विधानसभा क्षेत्र में बच्चों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का सन्देश देनी की विशेष मुहिम भी शुरू की गयी है, सरोजनीनगर में महिला स्वावलम्बन के लिए तारा शक्ति केंद्र (सिलाई सेंटर) स्थापित किये जा रहे हैं, इन्ही ताराशक्ति केंद्रों पर इको फ्रेंडली बैग्स बनवाकर स्कूली बच्चों में वितरित किया जा रहा है, अब तक 50 परिषदीय स्कूलों के 5,000 बच्चों सहित करीब 13,000 बच्चों को पर्यावरण संरक्षण और प्लास्टिक बैग्स मुक्त सरोजनी नगर का सन्देश देते इकोफ्रेंडली बैग्स और स्टेशनरी बांटी गयी है।