डा0 एoकेo बंसल की पुण्य तिथि पर श्रद्धा-सुमन अर्पित करते स्व० डा0 के परिजन
दिवाकर सिंह
प्रयागराज जीवन ज्योति हॉस्पिटल के ससंथापक व प्रसिद्ध लैप्रोस्कोपिक सर्जन स्व० डॉ० ए०के० बंसल को उनकी सातवीं पुण्यतिथि पर शुक्रवार 12 जनवरी को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गयी । वरिष्ठ चिकित्सकों ने इस अवसर पर जहां एक ओर डॉ० ए०के० बंसल के साथ बीते हुए अपने अच्छे अनुभवों को साझा किया वहीं दूसरी ओर उन्होंने डॉ० वन्दना बंसल, जीवन ज्योति हॉस्पिटल की निदेशक व प्रसिद्ध आई वी एफ विशेषज्ञ, डॉ० अर्पित बंसल एडवांस्ड लेप्रोस्कोपी व कैंसर सर्जन, पूजा बंसल, इंटरवेंशनल रेडियोलाजिस्ट डॉ हर्षित बंसल व बाल्य रोग विशेषज्ञ डॉ साक्षी बंसल के प्रशंसा करते हुए कहा कि कैसे यह लोग डॉ० ए०के० बंसल के सपनों को आगे बढाने में प्रयासरत हैं और उनके कार्यों को पूर्ण करने में लगे हुए हैं। डॉ० अलोक खरे, डॉ आर के शर्मा, डॉ अजय गोपाल, डॉ विशाल श्रीवास्तव‚ डॉ मूल नारायण वर्मा‚ डॉ० अन्जुला सहाय डॉ हिमानी ने भी इस अवसर पर श्रद्धांजलि दी।
प्रसिद्ध लैप्रोस्कोपिक सर्जन स्व० डॉ० ए०के० बंसल को उनकी सातवीं पुण्यतिथि पर दी गयी भावभीनी श्रद्धांजलि
श्रद्धांजलि देते हुए डॉ० वन्दना बंसल ने कहा कि डॉ० ए०के० बंसल जीवन ज्योति हॉस्पिटल की आत्मा हैं। सभी ने डॉ बंसल से कुछ न कुछ सीखा है उनको अच्छी श्रद्धांजलि तभी होगी जब हम उनके सिखाए हुए मार्ग पर चलें व जीवन ज्योति हॉस्पिटल को एक नयी उंचाईं पर ले जाएँ। वह सही मायने में सफल व्यक्ति थे क्यूंकि वह अपने पीछे भी एक ऐसी विरासत छोड़ कर गए हैं जिससे हज़ारों लोगों का भला हो। वह कभी किसी मरीज़ को मना नहीं करते थे। उन्होने ही हम सबको एक अच्छे चिकित्सक के गुण भी सिखाये। हम हर मरीज़ की लगन से सेवा करें यही सही श्रद्धांजलि होगी डॉ० ए०के० बंसल को।
डॉ अर्पित बंसल ने कहा की उनके पिता डॉ० ए०के० बंसल को सही मायने में श्रद्धांजलि देने के लिए एक बहुत कठिन सर्जरी आज के दिन रखी व उनके आशीर्वाद से यह अत्यंत जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूरा हुआ। इससे लगता है की उनका आशीर्वाद हम पर निरंतर बना हुआ है।
डॉoअलोक खरे ने कहा की उन्होने डॉ० ए०के० बंसल के साथ बहुत काम किया है। आज ऐसा लगता है की जैसे वो हमको प्रेरित कर रहें है। वह एक अच्छे मित्र भी थे। आलस त्याग कर कर्मठता से कैसे लगे रहना यह हमने उनसे सीखा। डॉ० अजय गोपाल ने बताया कि कि डॉ० ए०के० बंसल हमेशा हर मरीज़ के लिए उपलब्ध रहते थे। हमेशा सर्जरी की नयी तकनीक सीखते थे हम सबको भी हर वक़्त कुछ नया सीखने के लिए प्रेरित करते रहते थे ।
डॉ० विशाल श्रीवास्तव ने कहा कि डॉ० ए०के० बंसल एक सर्वप्रिय व सर्वमित्र डॉक्टर थे। जो हमेशा गरीबों की मदद करने हेतु तत्पर रहते थे वो हमारे अभिभावक थे।
