कौन सी कंटिंजेंसी प्लान कब लगाना है एवं उसकी चेन ऑफ कमांड क्या होगी उसके बारे में बैरिकेटिंग पर लगे पुलिसकर्मियों को भी जानकारी हो
अंतर जनपदीय एवं अन्तर राज्यीय सीमाओं पर डायवर्जन प्लान लगाने हेतु एडीजी जोन को जिम्मेदारी
यातायात प्रबंधन को और प्रभावी बनाने के दृष्टिगत पहले से ही मॉक ड्रिल्स एवं पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण कराएं
सीमावर्ती जनपदों के स्टेकहोल्डर्स से समन्वय स्थापित करते हुए डाइवर्जन प्लान शेयर करने का भी सुझाव जिससे कि पीक डेस पर प्रयागराज आने वाले हेवी ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सके
प्रयागराज 29 नवंबर।
माघ मेला 2026 में आने वाले श्रद्धालुओं के आवागमन को सुगम एवं सुरक्षित बनाने के दृष्टिगत आज अपर पुलिस महानिदेशक यातायात उत्तर प्रदेश सरकार, श्री ए सतीश गणेश की अध्यक्षता तथा अपर पुलिस महानिदेशक प्रयागराज जोन, डॉ॰ संजीव गुप्ता, मण्डलायुक्त श्रीमती सौम्या अग्रवाल तथा अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आईसीसीसी सभागार में माघ मेले की यातायात प्रबंधन योजना, पार्किंग व्यवस्था, साइनेज व्यवस्था तथा अन्य कॉन्टिजेंसी योजनाओं से संबंधित बैठक संपन्न हुई।
बैठक में सर्वप्रथम इस वर्ष की यातायात प्रबंधन एवं कंटेंजेन्सी योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई जिसके अंतर्गत पुलिस अधिकारियों ने मेला अवधि में सीमावर्ती जनपदों से मेला क्षेत्र की ओर आने वाली भीड़ को आवश्यकतानुसार रोकने एवं डाइवर्ट करने हेतु बनाए गए डायवर्जन प्लान के बारे में अवगत कराया। सातों मुख्य मार्गों पर चिन्हित पार्किंग स्थलों की अपेक्षित क्षमता एवं उनमें की जा रही व्यवस्थाओं के बारे में भी अवगत कराया गया जिसपर एडीजी यातायात महोदय ने स्पष्ट रूप से निर्देशित किया कि कौन सी कंटिंजेंसी प्लान कब लगाना है एवं उसकी चेन ऑफ कमांड क्या होगी उसके बारे में बैरिकेटिंग पर लगे पुलिसकर्मियों को भी जानकारी हो यह सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा। उन्होंने अंतर जनपदीय एवं अन्तर राज्यीय सीमाओं पर कौन सा डायवर्जन प्लान कब लगाने की आवश्यकता है उसका निर्णय सभी जनपदीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए एडीजी जोन को लेने की जिम्मेदारी दी है। यातायात प्रबंधन को और प्रभावी बनाने के दृष्टिगत उन्होंने पहले से ही मॉक ड्रिल्स एवं पुलिसकर्मियों का प्रशिक्षण करा लेने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने सीमावर्ती जनपदों के स्टेकहोल्डर्स, जिसके अंतर्गत टैक्सी ऑपरेटर तथा टैक्सीयूनियन आते हैं, से समन्वय स्थापित करते हुए डाइवर्जन प्लान शेयर करने का भी सुझाव दिया जिससे कि पीक डेस पर प्रयागराज आने वाले हेवी ट्रैफिक को कंट्रोल किया जा सके।साइनेज की क्वालिटी एवं संख्या बढ़ाने के दृष्टिगत उन्होंने उनकी संख्या, लोकेशन तथा उनमें क्या मैसेज प्रदर्शित होना है इस पर निर्णय लेने हेतु यातायात, परिवहन, आरटीओ एवं प्रशासनिक अधिकारियों को साथ मिल गए कार्य करने को कहा।
एडीजी जोन प्रयागराज ने ई रिक्शा के मूवमेंट प्लान, 2 व्हीलर्स के रूट प्लान तथा पार्किंग स्थलों की कैपेसिटी का सही आकंलन करते वहां अपेक्षित व्यवस्थाएं स समय करने के निर्देश देते हुए पार्किंग स्थलों को सब सेक्टरों में भी विभाजित करने को कहा जिससे कि उसके क्षेत्रफल का अधिक से अधिक उपयोग किया जा सके एवं श्रद्धालुओं को गाड़ी पार्क करने एवं निकालने में भी आसानी हो। आइसीसीसी से निगरानी करने वाले अधिकारियों की सूची बनाकर उनकी भी चेन ऑफ कमांड तय करने के निर्देश दिए गए।
मण्डलायुक्त ने मेले अवधि में वीआईपी मूवमेंट हेतु बेटर प्लानिंग करने, शटल बसेस को निर्धारित रूट पर चलाने जिससे कि सभी सड़कों पर अनावश्यक जाम न लगे तथा शटल सर्विस हेतु बसों के अलावा छोटे वाहनों जैसे मिनी बस का भी प्रयोग करने के निर्देश दिए।
इस वर्ष मकर संक्रांति (15 जनवरी) एवं मौनी अमावस्या (18 जनवरी) के बीच सिर्फ 3 दिनों का गैप है इस कारण मकर संक्रांति को आने वाली भीड़ मौनी अमावस्या तक रुक सकती है। श्रद्धालु 7 मार्गों से प्रयागराज आते हैं जिसमें जौनपुर, वाराणसी, रीवा, मिर्जापुर, कानपुर, लखनऊ एवं अयोध्या मुख्य हैं। इस बार स्नानार्थियों की सुरक्षा के दृष्टिगत सभी घाटों पर नम्बरिंग करते हुए उनके मैप को गूगल से इंटीग्रेट कराने पर भी सहमति बनी है जिसके लिए मेला प्रशासन अब गूगल के अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहा है। साथ ही स्नानघाटों एवं अन्य मुख्य स्थलों के चिन्हांकन हेतु गुब्बारों का भी प्रयोग किया जाएगा।
बैठक में आइजी श्री अजय कुमार मिश्रा, पुलिस आयुक्त श्री जोगेंद्र कुमार, एडिशनल कमिश्नर पुलिस डॉ अजय पाल, मेला अधिकारी श्री ऋषिराज, नगरायुक्त श्री सीलम साई तेजा, अपर मेला अधिकारी श्री दयानंद प्रसाद समेत सभी अधिकारीगण उपस्थित रहे।
