गोंडा नगर पालिका परिषद की ई-रिक्शा स्टैंड शुल्क वसूली पर उठे सवाल!
गोंडा शहर में नगर पालिका परिषद ने ई-रिक्शा स्टैंड से शुल्क वसूली की प्रक्रिया शुरू की है। यह जिम्मेदारी ठेकेदार अनन्त कंस्ट्रक्शन को वर्ष 2025-26 के लिए दी गई है।
💰 रसीद का खेल –
रसीद पर साफ लिखा है कि ₹20 शुल्क के साथ 18% जीएसटी (₹3.60) मिलाकर कुल ₹23.60 वसूला जा रहा है। वो भी राउंड फिगर 25 लिया जाता है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि रसीद पर जीएसटी नंबर (GSTIN) कहीं भी अंकित नहीं है।
⚡ सवालों के घेरे में पारदर्शिता –
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब जीएसटी लिया जा रहा है, तो उसका लाभ सीधे सरकार को मिलना चाहिए। लेकिन जीएसटी नंबर न होने से यह शक गहराता है कि आखिर यह टैक्स सरकार की तिजोरी में जा रहा है या किसी और की जेब में?
📢 जनता की मांग –
अब नगर पालिका परिषद और ठेकेदार दोनों से यह स्पष्ट करना जरूरी है कि –
• यह रसीद असली है या कच्ची?
• जो टैक्स लिया जा रहा है, क्या वह वाकई सरकार को जमा हो रहा है?
जब आम जनता से हर रुपए का हिसाब लिया जाता है, तो फिर ऐसे मामलों में पारदर्शिता क्यों नहीं दिखाई जा रही?
गोण्डा से ब्यूरो रिपोर्ट शिव शरण