प्रयागराज:जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न
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प्रयागराज:जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न

 


जिलाधिकारी की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड एवं विकास कार्यों की समीक्षा बैठक सम्पन्न


जिलाधिकारी ने बैठक से अनुपस्थित रहने वाले सभी अधिकारियों को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने, उपजिलाधिकारी सोरांव को कड़ी चेतावनी एवं जिला पंचायतराज अधिकारी को कारण बताओं नोटिस जारी करने के दिए निर्देश


जिलाधिकारी ने फैमिली आईडी कार्ड बनाने के कार्य को शीघ्रता से पूर्ण किये जाने के दिए निर्देश


समिति में खाद की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखने तथा नकली खाद की बिक्री व खाद की ओवर रेटिग न हो, इसके लिए प्रभावी कार्यवाही करने के दिए निर्देश


फार्मर रजिस्ट्री के कार्य में प्रगति लाये जाने के दिए निर्देश


फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत प्रवर्तन की कार्यवाही में और तेजी लाये जाने के निर्देश


आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों की नियमित समीक्षा करने केे निर्देश


प्रयागराज 13 सितंबर: जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को संगम सभागार में मुख्यमंत्री डैशबोर्ड एवं विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। जिलाधिकारी ने बैठक से अनुपस्थित रहने वाले सभी अधिकारियों को स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। उन्होंने उपजिलाधिकारी सोरांव को अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाये जाने की कड़ी चेतावनी दी है। वार्डों के परिसीमन की मानीटरिंग में लापरवाही एवं रिपोर्ट समय से न भेजे जाने पर जिलाधिकारी ने जिला पंचायतराज अधिकारी को कारण बताओं नोटिस जारी करने के निर्देश दिए है।

 

      बैठक में जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों को सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं से सभी पात्र लाभार्थिंयों को लाभान्वित कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने सख्त हिदायत देते हुए कहा कि योजनाओं के क्रियान्वयन एवं निर्माणकार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता स्वीकार नहीं होगी। कार्यों को गुणवत्ता के साथ निर्धारित समयसीमा में पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है।

   

जिलाधिकारी ने विकास कार्यों की समीक्षा करते हुए पीएम सूर्यघर योजना में निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत प्रगति सुनिश्चित किये जाने के निर्देश सम्बंधित विभाग को दिए है। उन्होंने विद्युत विभाग से समन्वय कर विभाग से सम्बंधित समस्याओं का समाधान किए जाने व रैकिंग में सुधार लाये जाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने बार-बार समीक्षा किए जाने के बावजूद भी विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंताओं के द्वारा कार्यपद्धति में सुधार नहीं लाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए आगामी बैठक में मुख्य अभियंता को सम्मिलित होने हेतु कहा है।


जिलाधिकारी ने जिला विकास अधिकारी को सम्बंधित उपजिलाधिकारी व नगर निगम से समन्वय कर फैमिली आईडी बनाये जाने के कार्य में प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने ए0आर0 कॉपरेटिव को किसी भी समिति में खाद की कमी न होने देनेे एवं नकली खाद की बिक्री व खाद की ओवर रेटिग न हो, इसके लिए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी अपने क्षेत्र की खाद की दुकानों का औचक निरीक्षण करें तथा यदि कहीं ओवर रेटिग व नकली खाद की बिक्री पकड़ी जाये तो सम्बंधित के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए लाइसेंस को निरस्त करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने फार्मर रजिस्ट्री की समीक्षा करते हुए उन्होंने जनसेवा केन्द्रों एवं उचित दर की दुकानों से समन्वय कर किसानों का फार्मर रजिस्ट्री कराने तथा कार्य में प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने तहसील सोरांव में फार्मर रजिस्ट्री की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी तहसीलों में किसानों के पंजीकरण में प्रगति लाये जाने के निर्देश दिए है।


जिलाधिकारी ने बेेसिक शिक्षा अधिकारी से किसी भी जर्जर भवन में कक्षा का संचालित न होने पाये तथा जर्जर भवनों को पीडब्लूडी विभाग से समन्वय कर तोड़े जाने के लिए कहा है। उन्होंने ई-खसरा के फीडिंग कार्य में तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने उपजिलाधिकारी सदर से वर्किंग वोमेन हॉस्टल हेतु जमीन का चिन्हॉकन कर उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए है।


जिलाधिकारी ने बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी को सीएचसी एवं पीएचसी का नियमित निरीक्षण करते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने डेंगू और मलेरिया के दृष्टिगत साफ-सफाई, फागिंग व एण्टीलार्वा का छिड़काव सहित सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी से फैमिली सैचुरेशन एवं गोल्डन कार्ड बनाये जाने में लापरवाही बरतने पर सभी आयुष्मान क्वॉर्डिनेटरों का वेतन आहरित न किए जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टर से नकली दवा के विक्रय पर रोक लगाये जाने हेतु सैम्पलिंग व जांच में वृद्धि करते हुए प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। उन्होंने फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट को आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत प्रवर्तन की कार्यवाही में और तेजी लाये जाने के निर्देश दिए है।

 

जिलाधिकारी ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी से निराश्रित गोवंशो को गौशालाओं में संरक्षित किए जाने एवं गौ संरक्षण केन्द्रों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने नोडल अधिकारी के रूप में नामित उपजिलाधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी, पशुचिकित्साधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारियों को भी निरीक्षण करते हुए सभी गौशालाओं में गौवंशों के लिए भूसा-चारा-पानी व हरे चारे की व्यवस्था, रख-रखाव एवं अन्य व्यवस्थाओं को सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है।


बैठक में जिलाधिकारी ने राजस्व विभाग की समीक्षा करते हुए सम्बंधित उपजिलाधिकारियों को धारा-34, धारा-67, धारा-116 के मामले जो अधिक समय से लम्बित है, उन्हें जल्द से जल्द निस्तारित करने के निर्देश दिए है। धारा-80 के मामलों की प्रतिदिन समीक्षा करते हुए जो भी मामले लम्बित है, उन्हें तत्काल निस्तारित करने के निर्देश दिए है। धारा 24 के लम्बित प्रकरणों को जल्द से जल्द निस्तारित कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने धारा-34, धारा-80, धारा-116 से सम्बंधित प्रकरणों को जिनमें सम्बंधित तहसीलों की रैंकिग प्रदेश स्तर पर अच्छी नहीं है, उनमें अभियान चलाकर प्रकरणों का निस्तारण कराये जाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने सोरांव तहसील में राजस्व से सम्बंधित सभी प्रकरणों में खराब प्रगति पाये जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यप्रणाली में सुधार लाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों से सी व डी रैंक को ए श्रेणी में लाये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।


बैठक में जिलाधिकारी ने आईजीआरएस पोर्टल से सम्बंधित शिकायतों की समीक्षा करते हुए निगेटिव फीडबैक की अत्यधिक संख्या होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और सभी सम्बंधित अधिकारियों को पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों की नियमित समीक्षा करने एवं उन्हें गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय-सीमा में अनिवार्य रूप से स्वयं निस्तारित कराने केे निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने निस्तारण के पश्चात शिकायतकर्ता से बात करके फीडबैक अवश्य लिए जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा है कि आवेदकों से वार्ता किये जाने के पश्चात ही आख्या अपलोड की जाये एवं शिकायतों के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों से फीडिंग के कार्य की मानीटरिंग करने तथा स्थलीय सत्यापन व फील्ड विजिट के कॉलम को कम्प्यूटर आपरेटर द्वारा अवश्य फीड कराये जाने एवं फीडिंग में स्पेशल क्लॉज के निर्धारित श्रेणी में ही फीड करने के निर्देश दिए है। उन्होंने सभी सम्बंधित अधिकारियों से समय सीमा के अन्तर्गत प्रकरण का न्यायोचित, गुणवत्तापूर्वक समाधान करने के लिए कहा है। उन्होंने जांच से सम्बंधित मामलो में सम्बंधित अधिकारी के एक स्तर ऊपर के अधिकारी द्वारा जांच कर आख्या अपलोड करने के निर्देश दिए है।

       बैठक में जिलाधिकारी ने योजनाओं में निम्न श्रेणी का प्रदर्शन होने के कारणों के बारे में विस्तार से जानकारी ली और सभी को चेतावनी देते हुए श्रेणी में सुधार लाते हुए अगले माह उन्हें ए प्लस अथवा ए श्रेणी में लाये, अन्यथा सम्बंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिलाधिकारी ने फीडिंग के कार्य में ढिलाई नहीं बरतने के निर्देश दिए है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी श्री ए0के0 तिवारी सहित अन्य सभी सम्बंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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