प्रयागराज: जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट एवं कलेक्ट्रेट के सभी पटल सहायकों के साथ की बैठक, दिए आवश्यक निर्देश
मा0 जनप्रतिनिधियों के द्वारा पृष्ठांकित पत्रों का अलग रजिस्टर में विवरण अंकित कर त्वरित कार्रवाई करते हुए कृतकार्यवाही से मा0 जनप्रतिनिधियों को करायें अवगत
जिलाधिकारी ने आईजीआरएस से सम्बंधित शिकायतों का उचित निस्तारण करते हुए प्रत्येक दिन सभी अपर जिलाधिकारियों को 20-20 शिकायतकर्ताओं से एवं उपजिलाधिकारियों को 30-30 शिकायतकर्ताओं से वार्ता कर उनका फीडबैक लिए जाने के लिए कहा
जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा ने सोमवार को संगम सभागार में अपर जिलाधिकारी, नगर मजिस्ट्रेट, अपर नगर मजिस्ट्रेट एवं कलेक्ट्रेट के सभी पटल सहायकों के बैठक करते हुए कलेक्ट्रेट परिसर स्थित सभी कार्यालयों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें एवं सुविधाएं चुस्त-दूरूस्त बनाये जाने एवं जनता से जुड़े सभी कार्यों का शीघ्रता के साथ गुणवत्तापूर्ण ढंग से समय से निस्तारण सुनिश्चित कराये जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने सभी अपर जिलाधिकारियों को उनसे सम्बंधित कार्यालयों का चेक प्वाइंट बनाकर निरीक्षण करने एवं अपने-अपने कार्यालयों की कार्यपद्धति में गुणात्मक सुधार लाये जाने के लिए आवश्यक व्यवस्थायें किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यालयों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें 15 दिनों में सुनिश्चित कर ली जाये। उसके बाद उनके द्वारा स्वयं निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया जायेगा। जिलाधिकारी ने सभी पटल सहायकों को उनके द्वारा मार्क किए गये पत्रों की मानीटरिंग करने हेतु एक व्यवस्था बनाये जाने के लिए कहा है, जिससे कि पत्र पर हो रही कार्यवाही की अद्यतन स्थिति की जानकारी हो सके। उन्होंने सभी पटल सहायकों को उनसे सम्बंधित पत्रों को रिव्यू करते हुए कार्यालय की कृतकार्यवाही से अवगत कराने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने कहा कि उनके द्वारा प्रेषित किए गए पत्र यदि आपके पटल से ही सम्बंधित है, तो उसे तत्काल सम्बंधित अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करें तथा दूसरे पटल से सम्बंधित होने पर पत्र को सही पटल पर कार्यवाही हेतु प्रेषित करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी स्तर पर आपके पटल पर पत्रों पर कार्रवाई लम्बित न रहे एवं प्रत्येक पटल पर मा0 जनप्रतिनिधियों के द्वारा पृष्ठांकित पत्रों का अलग रजिस्टर रहे, जिसमें उसका विवरण अंकित करते हुए यथाशीघ्र त्वरित कार्रवाई करते हुए कृतकार्यवाही से मा0 जनप्रतिनिधियों को अवगत भी करायें। उन्होंने पृष्ठांकित पत्रों के मानीटरिंग हेतु ई-आफिस की व्यवस्था भी करने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने सभी पटल सहायकों से कहा कि आपके पटल के आस-पास का वातावरण साफ-सुथरा हो, फाइलों का व्यवस्थित ढंग से रख-रखाव हो, अपने-अपने पटल पर अपने नाम, पदनाम की प्लेट लगाये एवं पटल से सम्बंधित कार्यों की लिस्ट को भी चस्पा करें। उन्होंने पुरानी निरीक्षण आख्या, ऑडिट रिपोर्ट पर आवश्यक कार्यवाही एवं गार्ड फाइल को अपडेट रखने, डिस्पैच रजिस्टर में पत्राचार का पूर्ण विवरण रखने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने नाजिर से कलेक्टेªट परिसर के कार्यालयों में कक्ष संख्या अवश्य लिखे जाने एवं परिसर में कक्षवार सम्बंधित कार्यों का विवरण भी प्रदर्शित कराने के निर्देश दिए है।
जिलाधिकारी ने आईजीआरएस की समीक्षा करते हुए कहा कि शिकायतकर्ता की संतुष्टि सर्वोपरि है। अतः सभी शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण ससमय निस्तारण सुनिश्चित होना चाहिए। उन्होंने सभी अपर जिलाधिकारियों को व उपजिलाधिकारी को शिकायतों का उचित निस्तारण करते हुए अपर जिलाधिकारियों को प्रत्येक दिन 20-20 शिकायतकर्ताओं से एवं उपजिलाधिकारी को प्रत्येक दिन 30-30 शिकायतकर्ताओं से वार्ता कर उनका फीडबैक लिए जाने एवं उन्हें निस्तारण से संतुष्ट किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं है। कार्यों में लापरवाही पाये जाने पर सम्बंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट श्री अनिमेष वर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी श्री कुंवर पंकज, अपर जिलाधिकारी (नजूल) श्री राजेश पांडे, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व श्रीमती विनीता सिंह, अपर जिलाधिकारी (नगर) श्री सत्यम मिश्र, अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) श्री संजीव कुमार शाक्य, नगर मजिस्ट्रेट श्री विनोद सिंह, अपर नगर मजिस्ट्रेट (प्रथम) श्री अविनाश यादव सहित अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।