जन समस्याओं के निस्तारण में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं
जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को समाधान दिवस में आयी शिकायतों को गुणवत्तापूर्वक एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी ने कार्यों में लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर दो लेखपालों को प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने के दिए निर्देश
समाधान दिवस में कुल 169 प्रकरण सुनवाई के लिए आयें, 43 प्रकरणों का मौके पर किया गया निस्तारण
जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में सोमवार को तहसील सदर में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर जनसमस्याओं को सुनते हुए राजस्व, पुलिस, स्वास्थ्य एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को प्रकरण की जमीनी स्तर पर जांच कर शिकायतों को गुणवत्तापूर्वक एवं समयबद्धता के साथ निस्तारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनशिकायतों का निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले बिंदुओं में से एक है, इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं होगी। उन्होंने सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रार्थनापत्रों की समयबद्ध जांच, उसपर प्रभावी कार्रवाई एवं समस्याओं का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग से सुनिश्चित किया जाये। शिकायतों के निस्तारण एवं गुणवत्ता में यदि किसी भी प्रकार की लापरवाही पायी गयी, तो सम्बंधित अधिकारी के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि यदि शिकायत सड़क बनाने या अन्य मांग श्रेणी की हो, तो सम्बंधित अधिकारी प्रकरण पर उचित कार्रवाई करते हुए उसे अपनी कार्ययोजना में सम्मिलित करें। साथ ही साथ उन्होंने यह भी निर्देशित किया है कि शिकायतकर्ता से फीडबैक भी लिया जाये और शिकायतों के निस्तारण से शिकायतकर्ता संतुष्ट भी होना चाहिए। जिलाधिकारी ने समाधान दिवस में आयें हुए वरासत, अवैध कब्जा व अन्य शिकायतों का शीघ्रता से निस्तारण किए जाने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने प्रार्थनापत्रों की अलग-अलग सूची बनाकर सम्बंधित को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने चकमार्गो को अवैध कब्जों से मुक्त कराने के लिए कहा है।
समाधान दिवस में शिकायतकर्ता श्री मिन्नतुल्ला निवासी 227 हरवारा सदर के द्वारा अपने शिकायती प्रार्थनापत्र में धारा-32/38 भू-राजस्व संहिता से सम्बंधित पत्रावली को काफी दिनो से लम्बित रखने एवं उसपर लेखपाल के द्वारा रिपोर्ट न लगाये जाने की शिकायत पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने सम्बंधित लेखपाल-महेन्द्र प्रताप सिंह के विरूद्ध प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने एवं प्रकरण का तत्काल निस्तारण करने का निर्देश उपजिलाधिकारी सदर को दिया, जिसपर उपजिलाधिकारी सदर के द्वारा प्रकरण पर तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रकरण का मौके पर ही निस्तारण कर दिया गया। इसी तरह से जिलाधिकारी ने वरासत से सम्बंधित प्रकरणों पर लापरवाही एवं उदासीनता बरतने पर लेखपाल महेश मिश्रा को भी प्रतिकूल प्रविष्टि दिए जाने का निर्देश दिया है।
श्रीमती बबीता देवी पत्नी स्व0 सुरेन्द्र कुमार निवासी 13, स्टैनली रोड, प्रयागराज ने उनकी आराजी सं0-569 एवं 570 के जुजभाग मौजा उमरपुर नींवा, परगना व तहसील सदर पर भू-माफिया चन्द्रशेखर सिंह व उनके लड़के द्वारा जबरन कब्जा करने की शिकायत की, जिसपर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी सदर एवं एसीपी को उक्त प्रकरण की संयुक्त जांच कर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। प्रार्थी विनय कुमार तिवारी निवासी बसही कोटहा थाना करछना के द्वारा वरासत लाइसेंस हेतु लम्बित आवेदन पत्र के सम्बंध में कार्रवाई किए जाने हेतु प्रार्थना पत्र दिए जाने पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (नगर) को नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया है।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर कुल 169 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से 43 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी ने शेष शिकायतों के निस्तारण हेतु सम्बंधित विभागांें के अधिकारियों को शिकायतों को आज ही प्राप्त करते हुए उनको निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत गुणवत्तापूर्ण ढंग से निस्तारण के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा है कि शिकायतों का निस्तारण अनिवार्य रूप से निर्धारित समयसीमा के अन्तर्गत हो जाना चाहिए।
समाधान दिवस के पूर्व जिलाधिकारी ने तहसील सदर में विभिन्न विभागों के द्वारा लगाये गये योजनाओं के स्टॉलों का अवलोकन कर योजनाओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुए ज्यादा से ज्यादा पात्र लोगो को योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्हें योजना से लाभान्वित कराये जाने के लिए कहा है।
इस अवसर पर ज्वाइंट मजिस्टेªट श्री अनिमेष वर्मा, उपजिलाधिकारी सदर श्री अभिषेक सिंह, तहसीलदार सदर सहित अन्य सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।