अग्रसेन जयंती पर दीपदान और रंगोली कार्यक्रम में बच्चों की झलकियों से सजा अग्रसेन घाट
Type Here to Get Search Results !

Advertisement

Acrc institute Acrc instituteAcrc institute

Recent Tube

अग्रसेन जयंती पर दीपदान और रंगोली कार्यक्रम में बच्चों की झलकियों से सजा अग्रसेन घाट

 

प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)

बलिया/मथुरा (यूपी) अग्रसेन जयंती के पावन अवसर पर एस हेल्पिंग हैंड सोसाइटी द्वारा संचालित एस.एफ. स्ट्रीट स्कूल के बच्चों ने अपनी प्रतिभा और उत्साह से सभी का दिल जीत लिया। पत्रकार व समाजसेविका अंकिता शर्मा ने वॉट्सएप के माध्यम से जानकारी देते हुए हमारे वरिष्ठ संवाददाता-प्रदीप बच्चन को बताया कि बच्चों ने श्री तिलक द्वार अग्रवाल धर्मशाला समिति द्वारा महाराजा अग्रसेन घाट, यमुना पार पर आयोजित दीपदान कार्यक्रम में भाग लेते हुए अपने हाथों से खूबसूरत रंगोलियाँ बनाई। दीयों की रोशनी और बच्चों की रंगोलियों से पूरा घाट एक दिव्य वातावरण में बदल गया। समिति द्वारा बच्चों की खूब सराहना की गई और उन्हें उपहार भेंट कर प्रोत्साहित किया गया। इस सम्मान ने बच्चों में नए उत्साह और आत्मविश्वास का संचार किया।

सोसाइटी के वरिष्ठ सदस्य पियूष बंसल ने कहा “हमारे बच्चे हमेशा से सामाजिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। उनका उत्साह समाज के लिए प्रेरणा है। आज अग्रसेन जयंती पर उन्होंने अपनी कला से सभी को प्रभावित किया है। बच्चों ने भी अपनी भावनाएँ साझा करते हुए कहा“रंगोली बनाना हमारे लिए एक यादगार अनुभव रहा। लोगों की प्रशंसा पाकर हमें बहुत खुशी मिली। इस अवसर पर दिशा इंस्टीट्यूट की डायरेक्टर शिखा बंसल ने रंगोली का महत्व बताते हुए कहा“रंगोली न केवल सजावट का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी संस्कृति, परंपराओं और एकता को भी दर्शाती है। महाराजा अग्रसेन जी को समाज सेवा, सहयोग और समानता का प्रतीक माना जाता है। उनकी जयंती पर हर वर्ष दीपदान, सेवा कार्य और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इस बार बच्चों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को और भी खास बना दिया। दीपदान एवं रंगोली कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और बच्चों की कला को सराहा। इस अवसर पर अंकिता शर्मा, राजन गुप्ता ,रजनी अग्रवाल, रंजना मित्तल, कृष्ण मुरारी अग्रवाल, हरि ओम अग्रवाल,कंचन जी और सुनीता जी सहित अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए एक सीख था बल्कि समाज को भी यह संदेश देता है कि सांस्कृतिक परंपराओं से जुड़ाव और सामाजिक सहयोग ही हमारी सबसे बड़ी ताकत है।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Top Post Ad

Below Post Ad

Hollywood Movies