प्रयागराज: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न
मुख्य चिकित्साधिकारी एवं अपर चिकित्साधिकारी नियमित रूप से सीएससी एवं पीएचसी का करें निरीक्षण, सभी आवश्यक व्यवस्थायें रखे चुस्त-दूरूस्त
आयुष्मान आरोग्य केन्द्रों की सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कराते हुए उसकी सक्रियता बढ़ाये जाने के जिलाधिकारी ने निर्देश
जिलाधिकारी ने सुझाव पेटी पर प्राप्त सुझावों एवं शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उस पर त्वरित कार्रवाई करने के दिए निर्देश
सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर सूचना पट्ट लगवाते हुए उसमें चिकित्सकों के मिलने का समय, मोबाइल नम्बर एवं अन्य आवश्यक सूचनाएं अंकित कराये जाने के लिए कहा
जनपद में उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच चिकित्सा प्रभारियों को हर माह जिलाधिकारी के द्वारा किया जायेगा सम्मानित
जिलाधिकारी ने चिकित्सालयों में साफ-सफाई, दवाओं की उपलब्धता बनाये रखने तथा शिकायतों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार पर करने के दिए निर्देश
जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को संगम सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति (शासी निकाय) की बैठक संपन्न हुई। जिलाधिकारी ने कहा कि उनके द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में मरीजों को मिलने वाली स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिये जाने एवं चिकित्सालयों में उपलब्ध आवश्यक मूलभूत सुविधाओं की जांच करायी गयी थी, और जांच में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में कई कमियां प्रकाश में आयी है, जिसपर त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आवश्यक सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं को सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में साफ-सफाई की अच्छी व्यवस्था करायी जाये और मुख्य चिकित्साधिकारी एवं अपर चिकित्साधिकारियों के द्वारा नियमित रूप से सीएससी एवं पीएचसी का निरीक्षण करते हुए सभी आवश्यक व्यवस्थायें चुस्त-दूरूस्त बनायी जाये। जिलाधिकारी ने सभी प्रभारी चिकित्साधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों के आयुष्मान आरोग्य केन्द्रों की सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित कराते हुए उसकी सक्रियता बढ़ाये जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि किसी भी चिकित्सक के द्वारा कोई भी बाहर की दवा न लिखी जाये।
जिलाधिकारी ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में साफ-सफाई की व्यवस्था अच्छी रहे, चिकित्सकों और स्टॉफ की समय से शत-प्रतिशत उपस्थिति रहे, दवाओं की उपलब्धता बनी रहे, चिकित्सकीय जांच की मशीनों की उपलब्धता रहे एवं उसका संचालन होता रहे, अभिलेखों को अद्यतन रखा जाये, जनसामान्य को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध रहे, महिला प्रसव वार्ड में साफ-सफाई व अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की मुकम्मल व्यवस्था रहे। उन्होंने निष्प्रयोज्य भवनों के ध्वस्तीकरण हेतु आवश्यक कार्यवाही करने के लिए कहा है।
जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर शिकायत, सुझाव पेटी रखवाये जाने एवं पेटी की चाभी मुख्य चिकित्साधिकारी को अपने पास स्वयं रखवाये जाने और 15 दिन में खुलवाकर जनता के द्वारा दिए गए सुझाव एवं शिकायतों का संज्ञान लेते हुए उस पर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर एक सूचना पट्ट लगवाये जाने एवं उसमें चिकित्सकों के मिलने के समय, मोबाइल नम्बर एवं अन्य आवश्यक सूचनाएं अंकित कराये जाने के लिए कहा है।
बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित समस्त कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने टीकाकरण कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताते हुए समस्त चिकित्सा अधीक्षको को निर्देश दिया कि बच्चों के टीकाकरण की नियमित मानीटरिंग करते हुए शत-प्रतिशत टीकाकरण करायें। टीकाकरण कार्यक्रम से सामुदायिक स्वास्थ्य केंदों पर तैनात स्वास्थ शिक्षा अधिकारी, बीपीएम, बीसीपीएम, एआरओ एवं सीएचओ द्वारा टीकाकरण की क्षेत्र में मॉनिटरिंग नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देशित किया वे अपने स्तर से उक्त कार्य की समीक्षा करें तथा लापरवाही की स्थिति में संबंधित के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें। कुछ ब्लॉक की आशाओं द्वारा एचबीएनसी विजिट कम किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए जिलाधिकारी ने उक्त ब्लॉकों के चिकित्सा अधीक्षकों को निर्देशित किया कि वे आशाओं के कार्यों की नियमित समीक्षा करें तथा निष्क्रिय आशाओं के खिलाफ कार्यवाही सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने समस्त चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि वे कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर्स के कार्यों की नियमित निगरानी करें तथा लक्ष्य के अनुरूप एनसीडी स्क्रीनिंग नहीं करने पर उनके खिलाफ कार्यवाही करें।
जिलाधिकारी ने जनपद के उत्कृष्ट कार्य करने वाले पांच चिकित्सा प्रभारियों को हर माह उनके द्वारा सम्मानित कराये जाने के लिए कहा है।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एके तिवारी, समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला चिकित्सालयों के समस्त प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधीक्षक, प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, जिला कार्यक्रम प्रबंधक साहित सहयोगी विभागों एवं संस्थाओं के प्रतिधिधि उपस्थित थे।
जिलाधिकारी ने राजस्व वादों के निस्तारण, आईजीआरएस एवं सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा की
जिलाधिकारी श्री मनीष कुमार वर्मा ने शुक्रवार को संगम सभागार में राजस्व वादों के निस्तारण, आईजीआरएस एवं सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा करते हुए सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है। उन्होंने कहा कि पुराने राजस्व वादों की पेंडेंसी प्रत्येक दशा में कम होनी चाहिए। 3 वर्ष से अधिक राजस्व वादों को प्राथमिकता के आधार पर निस्तारित किए जाने के निर्देश दिए। आईजीआरएस की समीक्षा में उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 10 शिकायकर्ताओं से प्रति दिन बात की जा रही है, जिसमें शिकायतकर्ताओं से फीडबैक खराब प्राप्त हो रहे है। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को इसमें सुधार लाये जाने के लिए निर्देशित किया है। साथ ही साथ यह भी हिदायत दी है कि यदि इसमें सुधार नहीं पाया गया तो निश्चित रूप से सम्बंधित की जिम्मेदारी तय की जायेगी। सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि किसी भी दशा में रैकिंग खराब न होने पाये अन्यथा सम्बंधित की जिम्मेदारी तय की जायेगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी हर्षिका सिंह सहित सभी सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।