यूपी के प्रतापगढ़ में कॉलेज में पेपर देने से मना करने पर कक्षा नौ की छात्रा ने घर में फांसी लगा ली। मां की तहरीर पर पुलिस ने प्रबंधक, प्रधानाचार्य समेत पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। देर शाम पुलिस ने प्रिंसिपल को हिरासत में ले लिया। मानधाता थाना क्षेत्र के पितईपुर गांव निवासी कमलेश प्रजापति दिल्ली में रहकर काम करते हैं। उनकी बेटी रिया प्रजापति (16) गांव के ही कमला शरण यादव इंटर कॉलेज में कक्षा नौ की छात्रा थी। इन दिनों विद्यालय में गृह परीक्षा चल रही है। मां पूनम के मुताबिक, शनिवार सुबह रिया परीक्षा देने स्कूल गई थी। उसकी आठ सौ रुपये फीस बकाया थी। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन ने फीस बकाया का हवाला देते हुए उसे परीक्षा हॉल में जाने से रोक दिया। कहा कि पहले फीस दो तभी परीक्षा दे सकोगी।
सभी के सामने अपमानित किया। इसके बाद रिया घर चली आई। कमरे का दरवाजा भीतर से बंद कर फंदे पर झूल गई। उस समय वह खेत में काम कर रही थी। पड़ोस के लोगों के सूचित करने पर घर लौटी तो बेटी को फंदे से लटकता पाया।
स्कूल प्रबंधन के खिलाफ केस दर्ज
सूचना मिलते ही मानधाता पुलिस संग सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी मौके पर पहुंचे। मृतका की बहन ने भी विद्यालय में प्रताड़ित करने का आरोप लगाया। छानबीन के बाद पुलिस ने प्रबंधक संतोष कुमार यादव, प्रधानाचार्य राजकुमार यादव, बड़े बाबू दीपक सरोज, एक शिक्षक और चपरासी धनीराम के खिलाफ छात्रा को फीस के लिए प्रताड़ित कर आत्महत्या के लिए विवश करने का केस दर्ज कर लिया।
बोली बहन... मैं होती तो ऐसा करने न देती, स्कूल जाकर करती बात
मेरी बहन बहुत सीधी थी। उसे स्कूल वालों द्वारा फीस जमा करने की बात दिल से लग गई। तभी तो उसने खुद को विद्यार्थियों की नजर में अपमानित महसूस होने का एहसास हुआ और उसने आत्महत्या कर ली। यदि वह घर पर होती तो ऐसा करने न देती। स्कूल जाकर बात करती और उसे परीक्षा देने के लिए प्रवेश पत्र दिलाती। यह बातें मानधाता के पितईपुर की रहने वाली कक्षा नौंवी की छात्रा रिया की बहन रूबी प्रजापति रोते हुए कहती रही।
रूबी ने कहा कि अर्द्धवार्षिक परीक्षा में भी इस तरह की घटना हुई थी। उसने जाकर प्रवेश पत्र दिलाया था। मां ने तीन दिन पहले भाई को 1500 रुपये फीस जमा किया था। रिया के साथ कॉलेज में भाई भी पढ़ने जाता था। भाई परीक्षा देता रहा और रिया को स्कूल से लौटा दिया गया।
इस बात की जानकारी उसके भाई को नहीं हो सकी। स्कूल को सीज किया जाए। शिक्षक पर कार्रवाई की जाए। मेरी बहन को इंसाफ मिले। यही उनके परिजनों की मांग है ताकि दोबारा इस तरह का दबाव दूसरे विद्यार्थियों को जान देकर न चुकाना पड़े।
वहीं घटना के समय मां पूनम खेत में थी। दोपहर में वह बच्चों के आने का समय होता देख घर के लिए निकली। घर के बाहर लोगों की भीड़ देख अचानक उसके कदम रुक गए। कुछ पल के बाद वह बदहवास हालत में घर के भीतर पहुंची तो रिया का शव फंदे से लटकता पाया।
पड़ोस की रहने वाली विनीता विश्वकर्मा का कहना है कि रिया के पिता का फोन परिवार वालों के पास आया था। वह रिया को स्कूल भेजने के लिए घर जाकर बात कराने के लिए बोले। फोन लेकर घर पहुंची तो आवाज दी लेकिन दरवाजा खुला था। भीतर कमरे में रिया का शव लटकता देख शोर मचाया। स्कूल के ड्रेस में ही उसने खुदकुशी की थी। फिलहाल पूरा परिवार घटना के बाद सदमे में है।
डीआईओएस, एसडीएम व सीओ पहुंचे कॉलेज, खंगाला अभिलेख
जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी के आदेश पर जिला विद्यालय निरीक्षक ओमकार राणा, एसडीएम सदर शैलेंद्र वर्मा व सीओ रानीगंज विनय प्रभाकर साहनी पितईपुर स्थित कॉलेज पहुंचे। फीस व परीक्षा से संबंधित अभिलेखों की जांच की। टीम विद्यालय से सीसीटीवी का डीबीआर और अभिलेख उठा लाई है। डीआईओएस ने बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले पचास फीसदी विद्यार्थियों ने पूरी फीस जमा नहीं की है। वे परीक्षा दे रहे हैं। छात्रा ने भी तीन पेपर दिया था। जांच में फीस की वजह से उसे पेपर देने से रोकना साबित नहीं हुआ। जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को भेजी गई है।
मां ने स्कूल प्रशासन पर फीस न जमा होने के कारण छात्रा को परीक्षा न देने का आरोप लगाया है। प्रिंसिपल समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की छानबीन की जा रही है।