शराब का पैसा न मिलने से 16 साल के किशोर ने अपने पिता की हत्या का दी। विवाद के दौरान सीलिंग फैन के हैंगिंग रॉड से बेटे ने पिता के सर पर वार कर घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद वह खुद ही घर के पास गश्त कर रही 112 नंबर पुलिस को इसकी जानकारी देते हुए हत्या की बात कबूली। कौंधियारा पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेते हुए मृतक वृद्ध की बेटियों को घटना की जानकारी दी। बेटी की तहरीर पर पुलिस ने आरोपी किशोर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। कौंधियारा थाना क्षेत्र के सेहरा गांव निवासी भारत लाल पटेल (70) पेशे से किसान थे। उनका एक पैर खराब था। बृहस्पतिवार रात साढे ग्यारह बजे के आस-पास नशे की हालत में उनका 16 वर्षीय बेटा घर पहुंचा और शराब के लिए पैसे की मांग करने लगा। मना करने पर बाप-बेटे में विवाद शुरू हो गया। पड़ोसियों और पट्टीदारों ने बताया कि अक्सर बेटे और बाप में विवाद हुआ करता था। जिसके कारण किसी ने इसको गंभीरता से नहीं लिया। विवाद बढ़ने पर बेटे ने सीलिंग फैन के हैंगिंग रॉड से पिता के सर पर वार कर उनकी हत्या कर दी। इसके बाद वह भागकर गांव के पास ही नहर पर खड़ी 112 नंबर पिकट पर पहुंचा और बताया कि उसने अपने पिता की हत्या कर दी है। उसे गिरफ्तार कर लिया जाए। पुलिस उसकी बात सुनकर हैरान थी और विश्वास नहीं कर रही थी। शराब के नशे में होने के कारण पुलिस ने उसकी बात को अनसुना कर दिया। काफी रोने चिल्लाने पर पुलिस उसको लेकर जब घर पहुंची तो भारत लाल का खून से लथपथ शव जमीन पर पड़ा था।
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भारत लाल पटेल |
बता दें कि भारत लाल की चार बेटियां और एक बेटा है। उसकी पत्नी रमा कली की तीन साल पहले मौत हो चुकी है। बड़ी बेटी कविता और सविता की शादी हो चुकी है। दो अन्य बेटिया सरिता और नेहा अविवाहित हैं। नेहा और सरिता दिल्ली में किसी कंपनी में काम करती हैं। होली पर नेहा घर आई थी और इन दिनों बड़ी बहन कविता की ससुराल नैनी ददरी में रह रही थी। सूचना पाकर वह घर पहुंची और पुलिस को मामले की लिखित सूचना दी।
पुलिस को दिए तहरीर में नेहा ने बताया कि पैसे को लेकर उसका भाई अक्सर पिता से विवाद करने के साथ उनकी पिटाई कर दिया करता था। अभी छह माह पहले भी जब वह घर आई थी तो उसने इसकी लिखित शिकायत कौंधियारा पुलिस को दी थी, लेकिन पुलिस उसे बुलाकर डांट फटकार के छोड़ दिया था।
बताया कि एक साल पहले पिता ने घर के पास ही एक जमीन को तीन लाख रुपये में बेची थी। जमीन बेचने के बाद वह दिल्ली गया और दोनों बहनों को पैसे दे दिए थे। मकान बेचने के बाद दोनों पिता-पुत्र दिल्ली में बेटियों के यहां जाकर साथ रहते थे, लेकिन छह माह बाद ही दोनों वापस गांव आ गए थे। इसके बाद जमीन के पैसा बेटियों को दिए जाने की बात से वह अक्सर पिता से विवाद किया करता था।