महात्मा गांधी की पत्रकारिता पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन संपन्न।
प्रदीप बच्चन (वरिष्ठ संवाददाता)
"महात्मा गांधी की पत्रकारिता और उसकी समकालीन प्रासंगिकता" पर आधारित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन भव्य रूप से संपन्न हुआ। तहसील पत्रकार-डॉ०सैयद सेराज अहमद ने जानकारी देते हुए हमारे वरिष्ठ संवाददाता-प्रदीप बच्चन को बताया कि मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्विद्यालय में 27 से 29 जनवरी 2025 तक आयोजित इस सम्मेलन में देशभर से प्रख्यात पत्रकार, शिक्षाविद् और शोधकर्ता शामिल हुए।
सम्मेलन का उद्घाटन 27 जनवरी को हुआ, जिसमें श्री उपेंद्र राय (CMD, भारत एक्सप्रेस) मुख्य अतिथि रहे। उद्घाटन भाषण प्रो. आर. पी. द्विवेदी ने दिया।
सम्मेलन में श्री इकबाल अहमद (BBC, नई दिल्ली), प्रो. सतीश कुमार राय(अध्यक्ष, ISGS), प्रो. शीला राय (सदस्य, ICSSR), प्रो. सीताराम चौधरी (महासचिव, ISGS), डॉ. शहनवाज आलम (यूनिटी पीस फाउंडेशन) और डॉ. साइमा सोहरवर्दी (CEO, इंटेग्रो हॉस्पिटल) विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्म श्री प्रो. सैयद ऐनुल हसन (कुलपति, मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय) ने की।
सम्मेलन के दौरान विभिन्न सत्रों में गांधीवादी पत्रकारिता के आदर्शों, सत्य और अहिंसा पर आधारित रिपोर्टिंग, पत्रकारिता के सामाजिक सरोकार, और वर्तमान डिजिटल युग में मीडिया की भूमिका पर गहन चर्चा की गई। शोधकर्ताओं और विशेषज्ञों ने महात्मा गांधी की पत्रकारीय शैली और उनके द्वारा संपादित समाचार पत्रों – हरिजन, यंग इंडिया और इंडियन ओपिनियन – पर विचार साझा किए।
वक्ताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आज के मीडिया परिदृश्य में गांधीवादी पत्रकारिता की सख्त जरूरत है। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष और नैतिक पत्रकारिता के लिए महात्मा गांधी के सिद्धांतों को अपनाना जरूरी है।
सम्मेलन का समापन 29 जनवरी को हुआ। समापन भाषण प्रो. आर. पी. द्विवेदी ने दिया।
इस अवसर पर प्रो. जेना (अध्यक्ष ISGS), प्रो. सीताराम चौधरी (महासचिव, ISGS), मारिया अरीफुद्दीन (निदेशक, मदीना स्कूल), सुमैरा नसेर रसूल खान (निदेशक, शादान ग्रुप ऑफ कॉलेज), श्री अब्दुल सुब्हान (चेयरमैन, फाल्कन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस, बैंगलोर), श्री पी. वि. रमणा (वरिष्ठ सहयोगी संपादक न्यूज़ 18 तेलुगु), और डॉ. सरिब रसूल खान विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। समापन भाषण प्रो. राघवेंद्र मिश्रा (डीन, IGNTU) एवं प्रो. आतिश परासर (पूर्व डीन, CUSB) ने दिया। समापन सत्र की अध्यक्षता प्रो. शीला राय (ICSSR सदस्य) ने की।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन में गांधीवादी पत्रकारिता के मूल्यों और इसकी समकालीन प्रासंगिकता पर विचार-विमर्श किया गया। वक्ताओं और शोधकर्ताओं ने महात्मा गांधी की पत्रकारिता शैली को वर्तमान मीडिया परिदृश्य में लागू करने के सुझाव दिए। सम्मेलन में बड़ी संख्या में शोधकर्ताओं, पत्रकारों, शिक्षाविदों और छात्रों ने भाग लिया।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग, मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय विश्विद्यालय हैदराबाद व भारतीय गांधीवादी अध्ययन सोसायटी, जयपुर के सहयोग से किया गया।
इस तीन दिवसीय सम्मेलन के आयोजक के रूप में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष आदरणीय प्रो. मोहम्मद फ़रियाद, प्रो. एहतेशाम अहमद खान, एसोसिएट प्रो. मुस्तफा अली सरवरी, एसिस्टेंट प्रो. सैयद हुसैन अब्बास रिजवी, एसिस्टेंट प्रो. मेराज अहमद मुबारकी, एसिस्टेंट प्रो. ताहीर कुरैशी, एसिस्टेंट प्रो. मेराज अहमद, एसिस्टेंट प्रो. डॉ. दानिश खान समेत विभाग के विद्यार्थी उपस्थित रहे।