महाकुंभ नगर, 28 जनवरी 2025।
उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने मौनी अमावस्या के अमृत स्नान पर्व के दृष्टिगत महाकुंभ क्षेत्र की व्यवस्थाओं का मंगलवार को 4 किमी पैदल चलकर निरीक्षण किया। उन्होंने खोया-पाया केंद्र, वाटर एटीएम, शौचालय, विद्युत व्यवस्था, बारकोड प्रणाली, और संगम की स्वच्छता का जायजा लिया। मंत्री ने संगम और आस-पास के नदी क्षेत्र में आधुनिक मशीनों से हो रही सफाई व्यवस्था को भी परखा।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों से संवाद कर व्यवस्थाओं का फीडबैक लिया। श्रद्धालुओं ने महाकुंभ 2025 में सफाई, स्वच्छता, प्रकाश व्यवस्था और अन्य प्रबंधों की प्रशंसा की। मंत्री ने खोया-पाया केंद्र में व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए इसे और प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत उपकेंद्रों का निरीक्षण कर पूरे मेला क्षेत्र में 24×7 निर्वाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बारकोड प्रणाली की भी सराहना करते हुए उन्होंने लोगों से इसका लाभ उठाने की अपील की।
मंत्री शर्मा ने नगरीय जल निगम द्वारा स्थापित वाटर एटीएम और शुद्ध पेयजल टोंटियों की जांच की। उन्होंने संगम में स्वच्छता के लिए तैनात आधुनिक मशीनों और नगर निगम की तैयारियों पर संतोष व्यक्त किया। इसके अलावा, उन्होंने श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए शौचालयों और सफाई प्रबंधों का भी निरीक्षण किया।
निरीक्षण के उपरांत मंत्री ने स्वच्छता कर्मचारियों को साल ओढ़ाकर सम्मानित किया और उनकी मेहनत की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ 2025 में सफाई, प्रकाश, और व्यवस्थाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाया गया है। संगम में स्नान करने के बाद लाखों श्रद्धालु काशी, अयोध्या और चित्रकूटधाम जैसे पवित्र स्थलों की यात्रा कर रहे हैं, जहां प्रदेश सरकार ने विशेष प्रबंध किए हैं।
इस बार के महाकुंभ की प्रकाश व्यवस्था को नासा और आईएसएस ने भी सराहा है। मंत्री ने कहा कि यह महाकुंभ 144 साल बाद बने दुर्लभ संयोग के कारण अधिक पवित्र और फलदायी है। अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं। मंगलवार को लगभग 4 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया, और मौनी अमावस्या पर 10 से 12 करोड़ श्रद्धालुओं के स्नान करने की संभावना है।