डॉ0 राजेश्वर सिंह, विधायक सरोजनी नगर
उत्तर प्रदेश की गाथा न्यूज
लखनऊ । राष्ट्र निर्माण की दिशा में ज्ञान का योगदान सबसे बड़ा योगदान है, इस दिशा में भारत विकास परिषद का योगदान अतुलनीय है।
स्वस्थ, समर्थ, संस्कृत भारत
भारत विकास परिषद भावी पीढ़ी के मन में निरंतर, शिक्षा, संस्कार और राष्ट्रप्रेम के बीज अंकुरित कर रही है।
आज City Montessori School विशाल खंड, गोमतीनगर में आयोजित 24 वीं अखिल भारतीय 'भारत को जानो' प्रतियोगिता पुरस्कार वितरण समारोह में बतौर अतिथि प्रतिभागियों का मार्गदर्शन एवं उन्हें पुरष्कृत करते हुए डॉ0 राजेश्वर सिंह, विधायक सरोजनी नगर समारोह में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किया ।
श्री सिंह ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि, स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था, ''अतीत की नींव पर भविष्य की श्रेष्ठताओं का निर्माण होता है।'' राष्ट्र निर्माण ने लिए युवा पीढ़ी को भारत के पुरातन वैभव और समृद्ध प्राचीन ज्ञान से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना है।
भारत की 50% से अधिक आबादी 25 वर्ष की आयु वर्ग से कम है, युवा वर्ग को दुनिया का पहले आवासीय विश्वविद्यालय नालंदा, 60 से ज्यादा विषयों की शिक्षा देने वाले तक्षशिला विश्वविद्यालय, आर्यभट्ट द्वारा शून्य के आविष्कार, शल्य चिकित्सा के जनक सुश्रुत, पतंजलि के योग सूत्रों के सम्बन्ध में जानना, उनसे प्रेरणा लेना आवश्यक है।
भारत को जानो प्रतियोगिता के माध्यम से भारत की स्वर्णिम विरासत के गौरव से युवाओं को जोड़ने के प्रयासों लिए, भारत विकास परिषद का विशेष आभार।
कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि भारत के पूर्व निर्वाचन आयुक्त श्री अनूप चन्द्र पाण्डेय जी, परिषद के संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल जी, समन्वयक एवं पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह संधू जी, क्षेत्रीय अध्यक्ष मुकेश जैन जी, प्रांत अध्यक्ष देवेन्द्र स्वरुप शुक्ला जी, जी, शशि कान्त सक्सेना जी, कमलेश कुमार अग्रवाल जी
पवन अग्रवाल जी, नमिता शर्मा जी, अंशु श्रीवास्तव जी, सच्च्चिदानंद श्रीवास्तव जी, शैलेश अस्थाना जी, संजीव नंदी जी, राजू जी, शूरवीर सिंह जी, रवि चटर्जी जी, आशीष मुखर्जी जी, सुशील शर्मा जी, शिव शरण अस्थाना जी एवं सभी गणमान्यों का आभार।