प्रदीप बच्चन (ब्यूरो चीफ)
बलिया (यूपी) नगरा पंचायत क्षेत्र के ग्राम सभा मसुरिया में सरकारी योजनाओं के तहत आवंटित धन के दुरुपयोग का मामला ग्रामीणों के सामने आया है। स्थानीय समाजसेवी व पत्रकार संजीव सिंह ने वॉट्सएप के माध्यम से जानकारी देते हुए हमारे वरिष्ठ संवाददाता-प्रदीप बच्चन को बताया है कि ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और उनके प्रतिनिधियों पर विकास कार्यों में सरकारी धन का गड़बड़ तरीके से उपयोग करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। इस कड़ी में उप जिलाधिकारी बेल्थरारोड एवं जिला प्रशासन सहित उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर मामले की त्वरित और निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई है। शिकायतकर्ताओं ने बताया है कि ग्राम प्रधान ने विकास कार्यों के नाम पर जो धन आवंटित हुआ, उसका सही तरीके से उपयोग नहीं किया गया। गांव की सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे बने हुए हैं और टूटी सड़कों की मरम्मत नहीं की गई है, जिससे ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके साथ ही खुले नाले और खराब हैंडपंपों की मरम्मत भी नही कराई गई। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क रोशन करने के लिए आवंटित स्ट्रीट लाइटों का पैसा भी निकाल लिया गया, परंतु गांव में कोई लाइटें नहीं लगाई गईं।स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण कार्यों में भी मनमानी बरती गई है। कई ऐसे लाभार्थी हैं जिनके नाम पर शौचालय के निर्माण का पैसा निकाल लिया गया, जबकि असली में कोई निर्माण कार्य नहीं हुआ। इसके अलावा मनरेगा योजना में फर्जी मजदूरों के नाम से भुगतान करने का आरोप भी लगाया गया है, जबकि कार्य स्थल पर कोई काम नहीं हुआ है।इन अनियमितताओं से गांव का विकास पूरी तरह प्रभावित हुआ है और भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुंच गया है। शिकायत में यह बात भी कही गई है कि गांव के गरीब और असहाय परिवार सरकारी योजनाओं का लाभ से वंचित रह गए हैं। मसुरिया गांव के वरिष्ठ समाजसेवी और अधिवक्ता प्रदीप कुमार सिंह ने कहा,“गांव के विकास कार्यों में पारदर्शिता लाना बेहद जरूरी है, प्रशासन को तुरंत जांच कराकर सरकारी धन के सही उपयोग को सुनिश्चित करना चाहिए। यदि जांच निष्पक्ष हुई तो सच्चाई सामने आ जाएगी।” लोकायुक्त को भी जांच हेतु प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया है। सूत्रों की मानें तो प्रशासन ने इस गंभीर शिकायत को संज्ञान में लेते हुए शीघ्र ही जांच टीम गठित करने की संभावना जताई है। ग्रामीण इस बार भ्रष्टाचार पर लगाम लगने और मसुरिया गांव के विकास में सकारात्मक बदलाव की उम्मीद कर रहे हैं।