प्रयागराज: प्रयागराज के चौफटका ओवरब्रिज पर हुए हिट एंड रन केस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। चौफटका पुल पर चार बाइकों को रौंदने वाली सफारी का माफिया कनेक्शन सामने आया है। पता चला है कि हादसे के वक्त कार को मरियाडीह गांव का एक युवक चला रहा था। यह वही गांव है जो कभी अतीक का गढ़ रहा है। दो दिन पहले हुए इस हादसे में रोहित कुशवाहा नाम के युवक की मौत हुई थी, जबकि तीन लोग घायल हो गए थे। दिल्ली में रजिस्टर्ड सफारी दो बार बेची गई पुलिस सूत्रों का कहना है कि, अब तक कि जांच में यह भी सामने आया है कि हादसे में इस्तेमाल हुई काले रंग की सफारी दिल्ली के चितरंजन पार्क निवासी तलवंत सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड है। पुलिस को तलवंत सिंह ने बताया कि उन्होंने यह कार करीब 5 महीने पहले प्रयागराज के मुंडेरा निवासी एक व्यक्ति को बेच दी थी। पुलिस ने मुंडेरा के रहने वाले इस शख्स से संपर्क किया तो उसने नई बात बताई। कहा कि तीन महीने पहले उसने यह सफारी मारियाडीह के युवक को बेच दी थी। साथ ही गाड़ी भी उसे सौंप दी थी। चोरी से ले गया आरोपी, गाड़ी की दूसरी चाबी थी सूत्रों के मुताबिक, मुंडेरा निवासी व्यक्ति ने पुलिस को बताया, मारियाडीह के युवक ने गाड़ी का पैसा नहीं दिया था। इसलिए चार दिन पहले उसने कार वापस ले ली। दो दिन पहले वह दर्शन के लिए अजमेर चला गया। इसी दौरान वह युवक पहुंचा और दूसरी चाबी से कार लेकर चला गया। इसकी जानकारी उसे फोन से उसके लोगों ने दी। फिलहाल पुलिस मारियाडीह गांव के उस युवक की तलाश में जुटी है। इंश्योरेंस और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट एक्सपायर पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि हादसा करने वाली सफारी का इंश्योरेंस और पॉल्यूशन सर्टिफिकेट कई महीने पहले ही एक्सपायर हो चुके थे। इसके बावजूद कार खुलेआम सड़कों पर दौड़ाई जा रही थी। इसे लेकर सवाल भी उठ रहे हैं कि इतनी पुरानी और बगैर वैध कागजों वाली गाड़ी ट्रैफिक पुलिस की पकड़ में क्यों नहीं आई।

 
 
 
 
 
