बिजनौर डीएम कार्यालय में कार्यरत एक कर्मी की बेटी ने शनिवार को किराये के कमरे में फंदे से लटक कर जान दे दी। वह अपनी बड़ी बहन के साथ आबकारी चौराहा, न्यू मम्फोर्डगंज में रहकर नीट की कोचिंग करती थी। बड़ी बहन ने बताया कि कोचिंग में होने वाली टेस्ट में कम नंबर आने से उनकी बहन परेशान रहती थी। उधर, बहन की सूचना पर पहुंची कर्नलगंज पूछताछ कर शव को पोस्टमार्टम हाउस भिजवा दिया। मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। सुखबीर सैनी मूलरूप से बिजनौर के नगर कोतवाली क्षेत्र के साकेत कालोनी के रहने वाले हैं। वह बिजनौर डीए कार्यालय में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी हैं। प्रिंसी सैनी (18) उनकी तीन बेटियों में दूसरे नंबर की थी। घर में पिता के साथ मां बृजेश देवी, छोटी बहन और एक भाई रहता है। प्रिंसी की बड़ी बहन राखी ने बताया कि वह आबकारी चौराहा न्यू मम्फोर्डगंज में करीब ढ़ाई साल से किराये का कमरा लेकर सिविल की तैयारी कर रही हैं। करीब सवा साल से उनकी दूसरे नंबर की बहन प्रिंसी भी उनके पास रहकर नीट की कोचिंग कर रही थी। साथ ही गांव से 12 वीं कक्षा की पढ़ाई भी कर रही थी। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे वह सब्जी लेने कमरे से बाहर गई थी और उनकी बहन कमरे में थी। करीब 20 मिनट बाद जब वह सब्जी लेकर लौटी तो कमरे का दरवाजा बंद था। कई बार दरवाजा खटखटाते हुए उन्होंने प्रिंसी को बुलाया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इसके बाद वह आस-पास के लोगों को बुलाकर दरवाजा तोड़वाया तो अंदर का नजारा देखकर उनके मुंह से चीख निकल गई। उनकी बहन पंखे के सहारे दुपट्टे से लटकी थी। आनन-फानन में लोगों की मदद से उसे तुरंत फंदे से उतरवाकर एसआरएन अस्पताल लेकर, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।